कोरोना की वजह से पैसै कमाना चाहती थी विदेशी कंपनी HUL, लोगों ने जमकर धोया

कोरोना से दुनिया जूझ रही है, लेकिन इन्हें पैसे कमाने हैं!

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कोरोना वायरस के फैलने के कारण पूरी दुनिया दहशत में है और लोग अपने घरों से बाहर निकलने से बच रहे हैं। कारण है इस वायरस का बढ़ने का डर। लोग महीनों का राशन स्टोर करके रखने लगे हैं और मार्केट से सेनीटाइजर और साबुन गायब होने लगे हैं। इसी कारण से कई कंपनियां साबुन और सेनीटाइजर के दाम बढ़ाने लगी हैं। जी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार- इनमें सबसे आगे है Hindustan Unilever Limited.

कल जैसे ही इस कंपनी द्वारा सामानों के दाम बढ़ाए जाने की रिपोर्ट सामने आई वैसे ही Zee Business के पत्रकार अनिल सिंघवी ने अपने शो पर इस बात की जानकारी दी और HUL को उसके मौकेपरस्ती के लिए खूब लताड़ लगाई।

 

HUL द्वारा साबुन और सेनिटाइजर के दाम बढ़ाए जाने पर अपने शो में सिंघवी ने कहा कि Hindustan Unilever इस बात का फायदा उठाना चाहती है कि साबुन की ज्यादा जरूरत है। जब यह निर्देश मिले हुए हैं कि सभी को साबुन का प्रयोग करना है, हैंड सेनीटाइजर का प्रयोग करना है, ऐसे समय में Hindustan Unilever ने दाम बढ़ा कर बहुत गलत किया है।

https://twitter.com/InvestGuruIndi1/status/1240256626776346627?s=20

सिंघवी ने सीधे हमला करते हुए बोला कि, “Hindustan Unilever से H तो गायब ही है। आप में हिंदुस्तान वाली फीलिंग नहीं है।”

उन्होंने आगे कहा कि, “कमाने के लिए HUL के पास पूरा जीवन पड़ा है, और वैसे भी आपका स्टॉक अभी गिरा नहीं है और यह लगभग 2000 रुपये पर अभी भी ट्रेड कर रहा है। ये क्या बात हुई कि जब सबसे ज्यादा जरूरत है तभी आप दाम बढ़ा रहे हैं। कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए अगर लोग 30-45 दिनों तक के लिए समान खरीद रहे हैं तो क्या आप दाम बढ़ाएंगे।”

https://youtu.be/whWt5MXD_ec

उन्होंने आगे इस महामारी के बड़े पैमाने का उल्लेख करते हुए कहा कि, “अभी इस तरह की अंतराष्ट्रीय विपदा है, तो आप इसका फायदा उठा कर दाम बढ़ाएंगे?” मार्केट की प्रतिस्पर्धात्मक वास्तविकता को बताते हुए उन्होंने कहा कि, “HUL ने दाम बढ़ाए, अब पूरी दुनिया दाम बढ़ाएगी। बाकी FMCG वाली कंपनियां भी दाम बढ़ाने लगेंगी।”   

उन्होंने कहा कि, “यह ठीक है कि हमारे जैसे कैपिटलिस्ट देश में चीजों के दाम जरूरत के मुताबिक होते हैं लेकिन यह राष्ट्रीय विपदा है और यह सिचुएशन once in life time हैं। इसलिए HUL ने जो दाम बढ़ाने की घोषणा की है उसे वापस लेना चाहिए।”

इतना ही नहीं लोगों में भी HUL को लेकर भारी गुस्सा देखने को मिला। एक यूजर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि- शर्म करो हिप्पोक्रेट 10 से 25 प्रतिशत दाम बढ़ाने के लिए। जब साबुन और सेनेटाइजर की मांग बढ़ी तो तुम लोगों ने अपना रंग दिखा दिया।

इसी तरह एक और यूजर ने #BoycottHUL हैशटैग का प्रयोग करते हुए ट्वीट किया- मौके का फायदा उठाओ, भाड़ में जाए दुनिया।

https://twitter.com/SiddhantDugar/status/1240218810189139968?s=20

बता दें कि HUL देश में विज्ञापनों पर खर्च करने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। कंपनी के कुल बजट का 10 प्रतिशत हिस्सा तो केवल विज्ञापनों पर खर्च किया जाता है, जबकि दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी अमेज़न भी भारत में विज्ञापन पर केवल 900 करोड़ ही खर्च करती है और एडवर्टिजमेंट पर खर्च करने के मामले में वह HUL के बाद दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। HUL भारत की सबसे बड़ी FMCG कंपनियों में से एक है जिसका सालाना रिवेन्यू 34 हज़ार करोड़ रुपये है।

ऐसे में HUL ने अगर वास्तव में इन सामानों के दाम बढ़ाए हैं तो यह पूरी तरह ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी है, जिस पर सरकार को सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

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