भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने रविवार को दावा किया कि भारत में कोरोना वायरस से संबंधित रोजाना 10,000 जांच करने की क्षमता है।
आईसीएमआर महानिदेशक ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि देश में बहरहाल रोजाना कोरोना वायरस के संक्रमण से संबंधित 10,000 मरीजों की जांच करने की क्षमता है और आवश्यकता हुई तो इसमें इजाफा किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, पिछले एक सप्ताह में हमने 5,000 मामलों की जांच की है। और अब तक करीब-करीब 17,000 जांच हम कर चुके हंै। मगर, जरूरी यह है कि अंधाधुंध जांच नहीं हो। जांच तभी हो जब मरीज में इसके लक्षण हों। विदेश से लौटने वालों को आइसोलेशन में जाना चाहिए।
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि 329 पॉजिटिव मामलों के साथ विदेशी नागरिकों सहित भारत में कोरोना वायरस के पुष्ट मामलों की संख्या रविवार को 360 तक पहुंच गई।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 6.30 बजे तक प्राप्त जानकारी के अनुसार 319 भारतीय और 41 विदेशी नागरिक शामिल इस वायरस की चपेट में हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, अब तक कुल 24 मरीजों को ठीक कर उन्हें छुट्टी दे दी गई है। कोरोना वायरस से देश भर में सात मौतें हुई हैं।
जिन 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मामले सामने आए हैं, उनमें महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मरीज पाए गए हैं। इसके बाद केरल का नंबर है।
बिहार, पंजाब, दिल्ली, गुजरात और कर्नाटक में एक-एक कोरोना वायरस मरीज की मौत हुई है। महाराष्ट्र में अब तक इस वायरस से दो लोगों की मौत हुई है।
देश भर में कुल 75 जिलों को लॉकडाउन के तहत रखा गया है, जिसमें केवल आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है.
IANS-Input




























