शाहीनबाग के CAA विरोधी गैंग में कौन-कौन शामिल था इसका खुलासा अब धीरे-धीरे हो रहा है। पहले इस्लामिक चरमपंथी संगठन पीएफआई का नाम सामने आया, इसके बाद पाकिस्तान से जुड़े तार का भी खुलासा हुआ और अब सबसे बड़ी खबर यह है कि शाहीन बाग का तार कुख्यात आतंकी संगठन ISIS से भी जुड़ा था। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने रविवार को ओखला क्षेत्र के जामिया नगर में छापा मारकर जम्मू-कश्मीर के रहने वाले एक दंपत्ती को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक ये दोनों पती-पत्नी आईएस के अफगानिस्तान में एक्टिव मॉड्यूल इस्लामिक स्टेट ऑफ खोरासन प्रॉविंस के सम्पर्क में थे। पुलिस ने यह भी बताया कि ये दोनों लोग जल्द ही किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने वाले थे।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के मुताबिक ये दंपत्ती लगातार सीएए विरोध के लिए युवाओं को भड़का रहे थे। दिल्ली पुलिस ने शुरुआती पूछताछ के आधार पर मामले की जांच शुरु कर दिया है।
दिल्ली की एक अदालत ने कपल जहांजेब सामी और हिंदा बशीर बेग को 17मार्च तक के लिए पुलिस हिरासत में भेजा है। दोनों ISIS के मॉड्यूल से जुड़े थे और CAA विरोधी प्रदर्शनों में भी शामिल थे। https://t.co/zFLf5qEPyi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 8, 2020
दिल्ली पुलिस ने आरोपी दंपत्ती की पहचान जहांजेब सामी और उसकी बेगम हिना बशीर बेग के रुप में की है। स्पेशल सेल के डीसीपी के मुताबिक जब घाटी से अनुच्छेद-370 हटाया गया उसके बाद से ही इन दोनों ने दिल्ली में डेरा डाल लिया।
दिल्ली पुलिस ने जांच में कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक मशीनें, जिहादी और आतंकी विचारों वाली किताबें बरामद की हैं। डीसीपी कुशवाहा ने बताया कि दोनों पति-पत्नी जामिया व शाहीन बाग के विरोध प्रदर्शन में करीब 3 महीनों से एक्टिव हैं। ये लोग मुस्लिम युवाओं को भड़काने का काम करते थे ताकि सीएए का विरोध प्रदर्शन काफी लंबे समय तक चले।
पुलिस के अनुसार सामी और हिना अफगानिस्तान स्थित आईएस के बड़े आकाओं से सोशल मीडिया के जरिए लगातार संपर्क में थे। ये दोनों ह्वाट्सएप्प कॉलिंग के जरिए अफगानिस्तानी और पाकिस्तानी आतंकियों के संपर्क में थे।
बता दें कि ओखला आम आदमी पार्टी के विवादित विधायक अमानतुल्ला खान का निर्वाचन क्षेत्र है, जिन्होंने शाहीन बाग और दिल्ली के दंगों में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया था। अंकित शर्मा की हत्या के आरोपी ताहिर हुसैन को इन्होंने एक पीड़ित बताया था। इतना ही नहीं अमानतुल्ला ने यह भी कहा कि अगर ताहिर मुस्लिम न होता तो उसे परेशान नहीं किया जाता। इस देश में मुस्लिम होना गुनाह है। ऐसे बयानों से ही साफ हो जाता है कि अमानतुल्लाह खान कैसा नेता है।
इसी तरह चेन्नई में भी सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों का पाक कनेक्शन सामने आया। दरअसल, चेन्नई में रंगोली बनाकर सीएए व एनआरसी का विरोध करने वाले कुछ आरोपियों को पकड़ा गया और जब उनके सोशल मीडिया एकाउंट्स खंगाले गए तो पता चला कि इनका कनेक्शन पाकिस्तान के एक ग्रुप से है।
दरअसल, चेन्नई पुलिस कमिश्नर ने मीडिया से बताया कि गायत्री खंधाडई नाम की एक महिला प्रदर्शनकारी का फेसबुक प्रोफाइल जांच करने पर साफ पता चलता है कि वह पाकिस्तानी संस्था बाइट्स फॉर ऑल में बतौर रिसर्चर है। पुलिस अभी आगे जांच कर रही है कि महिला का उस पाकिस्तानी ग्रुप से क्या ताल्लुक है।
इससे पहले ईडी, यूपी पुलिस और दिल्ली पुलिस ने आतंकी संगठन सीमी से अलग हुए पीएफआई को भी शाहीनबाग प्रदर्शन और दिल्ली दंगे में पाया था। ईडी ने तो रिपोर्ट पेश की थी कि पीएफआई ने ही शाहीनबाग के लिए फंडिंग किया था। हाल ही में, यूपी प्रशासन ने हिंसक विरोध प्रदर्शन में पीएफआई से जुड़े 25 लोगों को गिरफ्तार किया था। देश भर में खासकर यूपी और असम में एंटी-सीएए विरोध प्रदर्शनों की आड़ में हिंसा फैलाने में पीएफआई की बड़ी भूमिका रही है।
यह संगठन जिहाद को बढ़ावा देने के लिए भी बहुत सक्रिय रहा है और जिहाद पर कक्षाएं इसके कुछ सदस्यों द्वारा संचालित की जाती हैं। ऐसे काम में पीएफआई यहां तक प्रचार करता है कि इस्लाम का विरोध करने वाले दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं को मारने से उन्हें ‘अल्लाह का इनाम’ मिलेगा।
अब जब दिल्ली पुलिस ने कुख्यात आतंकी संगठन आईएस से जुड़े दंपत्ती को गिरफ्तार कर लिया है, तो इस मामले में पुलिस को तह तक जाना चाहिए और यह भी पता करना चाहिए कि भारत में आईएस का नेटवर्क कहां कहां तक फैला है। जिससे कि इस्लामिक आतंक से छुटकारा मिल सके।