गुजरात यूनिवर्सिटी सीनेट चुनाव जीतने के बाद यूं लग रहा है मानो NSUI के लोग इस जीत को हज़म नहीं कर पा रहे हैं। ‘गुजरात यूनिवर्सिटी सीनेट चुनाव में NSUI की शानदार जीत।’ यह एक ख़बर है जिसको स्थानीय मीडिया से लेकर राष्ट्रीय मीडिया में खूब तवज्जो मिल रही है।
राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस की वाहवाही भी हुई लेकिन इस खबर का दूसरा हिस्सा जो हम तक नहीं पहुंचा या पहुंचाया नहीं गया इसको जानने के बाद आपको इस बात का अंदाज़ा हो जाएगा कि आने वाला समय गुजरात यूनिवर्सिटी के छात्रों, प्रोफ़ेसरों के लिए कितना भयानक है।
जीत के नशे में मदहोश NSUI के नेता डॉ. इन्द्रविजय सिंह गोहिल, अहर्निश मिश्रा, सिद्धराज सिंह चौहान ने यूनिवर्सिटी के दो प्रोफ़ेसरों डॉ. अतुल ऊनागर एवं डॉ. मुकेश खटीक को कॉल-मैसेज कर करियर ख़त्म करने, चाकू गोदने, हाथ-पैर-जबड़ा तोड़ देने की धमकियों के साथ असंख्य गालियाँ सुनाई। साथ ही पी.एच.डी की छात्राओं को कई नस्लीय गालियां भी दिया। जिसे यहां लिख पाना मुश्किल है।
डॉ. अतुल ने अपनी समझ से अहर्निश मिश्रा एवं सिद्धराज सिंह चौहान के कॉल को रिकॉर्ड कर लिया जिसके बाद यह मसला सबके सामने आया है।
पूरी रिकॉर्डिंग के दौरान बारंबार ये गुंडे प्रोफ़ेसर को भद्दी-भद्दी गालियां दे रहे थे। कॉल के दौरान NSUI के दोनों नेता जब लगातार माँ-बहन की गालियाँ बरसा रहे थे तब डॉ. अतुल कह रहे थे कि “आपको शुभकामनाएं, खूब काम करो, खूब विकास करो, मां-सरस्वती आपके मुख पे बिराजमान हों, मां-सरस्वती आपको खूब-खूब ज्ञान दें!” इस दौरान NSUI नेता अहर्निश मिश्रा बार-बार प्रोफ़ेसर पर गाली दोहराने का दबाव बना रहा था।
चूँकि डॉ. अतुल गुजरात यूनिवर्सिटी में संस्कृत के प्रोफेसर हैं इसलिए कॉल के दौरान संस्कृत भाषा का मज़ाक उड़ाते हुए बेंगराउण्ड में एक पूरा समूह चटख़ारे ले रहा था ये साफ़ सुना जा सकता है। कॉल के दौरान NSUI के गुंडे लगातार कह रहे थे कि “रिकॉर्ड कर और जिसको बताना है बता देना।”
इसपर से समझा जा सकता है कि इन गुंडों की हौसलाआफजाई के पीछे एक पूरा सिस्टम काम कर रहा है और इसी सिस्टम के बूते ये लोग यूनिवर्सिटी कैंपस में वीभत्स भाषा, गाली-गलौच एवं जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं, खुल्लम-खुल्ला बगैर किसी डर के!
कॉल के बीच एक बार जब डॉ. अतुल ने कहा कि “भगवान हमारे साथ है क्योंकि हम तो मां सरस्वती की उपासना करते हैं,” तब अहर्निश मिश्रा ने भगवान के लिए भी अपशब्द का प्रयोग किया।
पोलिटिकल साइंस के प्रोफेसर डॉ. मुकेश खटीक को भी NSUI नेता डॉ. इन्द्रविजय सिंह गोहिल ने व्हाट्सअप पर मां-बहन की गालियाँ देने और चाकू गोदकर मारने की धमकी दी।
इस वाकये के बाद दोनों प्रोफेसरों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। NSUI की गुंडागर्दी के इस पुरे वाकये के बाद डॉ. अतुल ने कहा-
“अत्यधिक भय का माहौल है। बहुत कुछ तरीकों से शारीरिक एवं मानसिक नुकसान होने की संभावना होने के बावजूद इस चुनौती के सामने मैं निमित्त मात्र हूँ, मैं बहुतों की आवाज़ हूँ। ईश्वर से मुझे सत्य के मार्ग पर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली है लेकिन यदि इस प्रेरणा का परिणाम नहीं मिलता है तो गुंडे–माफ़ियाओं को और ताक़त मिलेगी। मुझे व्यक्तिगत नुकसान होगा तब भी सबसे बड़ा उदाहरण ये बनेगा कि असत्य के विरोध में कोई आवाज़ उठाने की हिम्मत नहीं करेगा।”
गुजरात यूनिवर्सिटी सीनेट चुनाव में NSUI की जीत के तुरंत बाद जिस प्रकार से ‘डर का माहौल’ बनाया गया है इस पर ‘गुजरात यूनिवर्सिटी शैक्षिक संघ’ ने कुलपति को आवेदन देकर कैंपस को भयमुक्त करने की बात कही है।