पहले Malaysia में Corona जिहाद किया, अब दिल्ली में Corona बम फोड़ा, इन्हें देश से भगाओ

इन्हें दवाई की जरुरत नहीं, इन्हें बल भर तोड़ो और फिर फेंक आओ

तब्लीगी जमात

PC: ANI

देश में कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने के क्रम में सोमवार सबसे बुरा दिन रहा। पॉज़िटिव मामलों की संख्या अब 1300 के पार चली गई। कल देश की राजधानी दिल्ली से एक बेहद भयावह और चौंकाने वाला मामला सामने आया। राजधानी दिल्ली में धारा-144 लागू होने के बावजूद दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित तब्लीगी जमात के सेंटर मरकज में 1600 से अधिक लोग एकत्रित हुए थे, अब इन्हीं में से 24 को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है और 300 से अधिक लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।

यही नहीं इस कार्यक्रम में शामिल होकर वापस लौटे 10 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, इनमें से 9 भारतीय और एक विदेशी नागरिक है वहीं, 6 तेलंगाना के थे। जलसे से लौटे 60 वर्षीय व्यक्ति की बीते हफ्ते कश्मीर में मौत के बाद खतरे की घंटी बज गई थी। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले अब पूरे देश में फैल चुके हैं। ऐसा लग रहा है कि अचानक से तब्लीगी जमात ने दिल्ली में कोरोना का बम गिरा दिया है।

 

दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में कोरोना के 24 मरीज मिलने के बाद तुरंत 350 लोगों को राजधानी के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। निजामुद्दीन मस्जिद वाले इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। साथ ही इनके संपर्क में आए 1600 लोगों को पुलिस तलाश रही है। दिल्ली पुलिस ने महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। निजामुद्दीन स्थित मरकज में एक मार्च से 15 मार्च के बीच जलसे में सऊदी अरब, दुबई, उज्बेकिस्तान, इंडोनेशिया और मलेशिया के अलावा देश के कई राज्यों से लोग आए थे। इनमें 600 भारतीयों सहित करीब 2000 लोग थे। लॉकडाउन से पहले बड़ी संख्या में लोग चले गए थे, लेकिन सोमवार को मरकज में 24 लोगों के पॉजिटिव आने से हड़कंप मच गया।

शाम तक 350 लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया। कुछ राज्यों में यहां से वापस गए लोग भी पॉजिटिव मिले हैं। तेलंगाना, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, पुडुचेरी लौटे लोगों में से कुछ संक्रमित मिले हैं। रविवार को 6 यमन नागरिकों में संक्रमण की पुष्टि के बाद लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराना शुरू किया गया। दिल्ली के अलावा यूपी, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु व तेलंगाना सरकार आयोजन में शामिल लोगों की तलाश कर रही है। मरकज पहुंचने वाले लोग कार्यक्रम के बाद वापस श्रीनगर, तेलंगाना, देवबंद, अंडमान समेत अन्य जगह पहुंचे। ऐसे में अब प्रशासन इनकी तलाश में जुटा है, ताकि लोगों को Quarantine किया जा सके। अंडमान निकोबार द्वीप समूह पर भी कोरोना के 10 मामले हो चुके हैं और यह सभी इसी जलसे में शामिल होने गए थे जिनका अब इलाज चल रहा है।

तब्लीगी जमात के लोग कोरोना के संदिग्ध मिले हैं, जिसमें लगभग 100 लोग यूपी के शामिल हैं। इन सभी की शिनाख्त हो गई है और सब दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में क्वारंटीन किए गए हैं।

दिल्ली में तब्लीगी जमात के इस कार्यक्रम में ऐसे भी लोग शामिल हुए थे जो मलेशिया और इंडोनेशिया के नागरिक थे। ये लोग 27 फरवरी से 1 मार्च के बीच कुआलालंपुर में हुए इस्लामिक इसी जमात का हिस्सा रह चुके थे।

इस कोरोना जिहाद की कहानी मलेशिया में शुरू हुई थी। मलेशिया में फरवरी के अंतिम सप्ताह में एक जलसा हुआ था जिसमें 1500 विदेशीयों सहित 16 हजार स्थानीय लोग शामिल हुए थे। इस चार दिवसीय मुस्लिम जनसभा को कुआलालंपुर के पेटलिंग मस्जिद में आयोजित किया गया था। मलेशिया में हुए कुल मामलों में से लगभग दो तिहाई मामलों के लिए इस जनसभा को जिम्मेदार ठहराया गया था, जो 27 फरवरी से 1 मार्च के बीच आयोजित की गई थी। यही कारण था कि दक्षिण पूर्व एशिया में कोरोना का प्रकोप एकाएक बढ़ा। इस संगठन की जनसभाओं का दौर यही नहीं रुका बल्कि, मलेशिया में कोरोना के मामले मिलने के बाद भी तब्लीगी ने इन्डोनेशिया के South Sulawesi में जलसे का आयोजन किया जिसमें लगभग 8 हजार लोग शामिल हुए थे। इस जन सभा में शामिल हुए लोगों का कहना था कि हमे में से कोई करोना से नहीं डरता। हम सिर्फ अल्लाह से डरते हैं।

भारत में मलेशिया से यह संक्रमण पहले भी आ चुका है। जहां तमिलनाडु के सलेम जिले और तेलंगाना से कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले सामने आने पर इंडोनेशिया से आये कई मौलानाओं को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था।

मलेशिया और इन्डोनेशिया के बाद इस जमात ने पाकिस्तान में भी जमकर कोरोना फैलाया। मार्च महीने में लाहौर के रायविंड इलाके में हुए तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में लाखों लोगों ने हिस्सा लिया था जिसमें करीब 80 देशों के मुस्लिम मौलाना भी शामिल हुए थे। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कैसे कोरोना 80 देशों तक फैला होगा।

अब दिल्ली में 350 से अधिक कोरोना संदिग्ध लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। अगर यह संख्या बढ़ती है तो इसमें हैरानी नहीं होनी चाहिए। दिल्ली में अब तब्लीगी जमात ने कोरोना का बम गिरा दिया है और यह संक्रमण देश के 4 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों तक फैल चुका है। यहाँ सवाल यह उठता है कि जब दिल्ली सरकार ने 16 मार्च को ही किसी भी धार्मिक जलसों पर प्रतिबंध लगा दिया था। तब आखिर किसकी अनुमति से 1600 से अधिक लोग एक स्थान पर एकत्रित हुये थे?

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