“इससे इकॉनमी तबाह हो जाएगी”, मोदी सरकार के कोरोना-विरोधी फैसलों से राहुल गांधी सदमे में

''तुमसे ना हो पाएगा राहुल गांधी''

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एक तरफ जहां भारत में सरकार कोरोना की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाने से नहीं हिचकिचा रही है, तो वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर “कुछ ना करने के लिए” बड़ा हमला बोला है। इसी के साथ राहुल गांधी ने स्टॉक मार्केट में आई बड़ी गिरावट के लिए भी मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

राहुल गांधी द्वारा ऐसी बयानबाजी इसलिए हैरानी भरा है क्योंकि भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों में शामिल है जिसने कोरोना को भारत में आने से रोकने के लिए 15 अप्रैल तक सभी देशों के नागरिकों को वीज़ा जारी करने पर पाबंदी लगा दी है। भारत के इस कदम का भारत को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ सकता है, लेकिन अभी भारत के लिए उसके नागरिकों की जान सबसे कीमती है।

हालांकि, राहुल गांधी ने ऐसे संवेदनशील समय में भी अपनी घटिया राजनीति करनी नहीं छोड़ी। संसद परिसर में मीडिया से बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि “हमने जो देखा है, वह केवल सुनामी की शुरुआत है, चीजें और खराब होंगी। प्रधानमंत्री मोदी अर्थव्यवस्था पर एक शब्द नहीं बोल रहे, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को अर्थव्यवस्था की समझ ही नहीं है”। उन्होंने आगे कहा,युवाओं को प्रधानमंत्री से सवाल पूछना है कि उन्होंने रोजगार के लिए क्या किया है। यह नुकसान आपको होगा।

यह बात सबको पता है कि कोरोनावायरस की वजह से पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान पहुंचा है। शेयर बाजार में भी गिरावट का दौर जारी है। गुरुवार को संसेक्स में 2700 और निफ्टी में 9700 अंकों की भारी गिरावट देखी गई है। यह पूरी दुनिया में हो रहा है और इसका सिर्फ और सिर्फ भारत से कोई संबंध नहीं है।

हालांकि, राहुल गांधी को लगता है कि ऐसे समय में अपनी राजनीति साधकर और मोदी सरकार पर हमला बोलकर वे अपना काम चला लेंगे। राहुल गांधी के इन दावों को शायद ही आम जनता स्वीकार करें।

ऐसे ही राहुल गांधी ने कोरोनवायरस को लेकर भी गैर-जिम्मेदाराना बयान दिए। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, मैं यह दोहराता रहूंगा कि कोरोना वायरस एक बहुत बड़ी समस्या है। इस समस्या को नजरअंदाज करना समाधान नहीं है। अगर कड़े कदम नहीं उठाए गए तो भारतीय अर्थव्यवस्था बर्बाद हो जाएगी।” आगे उन्होंने यह भी दावा किया कि यह सरकार बेखबर पड़ी है।

अब हम राहुल गांधी को बताना चाहते हैं कि भारत ने अपने यहां कोरोना के रोकथाम के लिए ऐसे कदम उठाए हैं जिन्हें आप दुनिया में किसी भी देश द्वारा उठाए गए सबसे कड़े कदम भी कह सकते हैं। भारत ने 15 अप्रैल तक किसी भी देश के नागरिक को वीज़ा देने पर पाबंदी लगा दी है। इसके अलावा भारत सरकार ने कहा है कि 15 फरवरी के बाद चीन, इटली, ईरान, कोरिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी से भारत आए सभी यात्रियों को कम से कम 14 दिनों के क्वारंटाइन में रखा जाएगा।

इसमें वो भारतीय नागरिक भी शामिल होंगे जो इन देशों में घूमने गए थे। यही कारण है कि भारत में चीन के बाद सबसे बड़ी आबादी होने के बावजूद यहां कोरोना के मरीजों की संख्या 100 से कम है और जिसमें से कई तो विदेशी नागरिक हैं। ऐसे समय में राहुल गांधी मोदी सरकार पर बेसुध होने का आरोप लगाकर अपनी पहले से गर्त में पड़ी विश्वसनीयता का गला घोंटने का काम कर रहे हैं।

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