‘पहले भरपाई करो फिर जेल में सड़ो’, मुरादाबाद में डॉक्टरों पर हमला करने वाली मुस्लिम भीड़ के खिलाफ योगी का 3rd डिग्री एक्शन

योगीराज में सुधर जाओ वरना भुगतने के लिए तैयार रहो!

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हिन्दी में एक मशहूर कहावत है: “जैसे को तैसा”, मतलब जो व्यक्ति जिस तरीके के व्यवहार का अधिकारी हो, उसके साथ वैसा ही बर्ताव करना चाहिए। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को यह भली-भांति आता है। कोरोना के समय देश के एक समुदाय ने बार-बार अपने गैर-जिम्मेदाराना रवैये का परिचय दिया है। कभी डॉक्टरों पर पत्थरों से हमला किया जाता है, तो कभी उन पर थूका जाता है। इतना ही नहीं, गाजियाबाद में तो इन्हीं लोगों ने नर्सों के साथ छेड़खानी तक कर डाली थी। ऐसा ही हमें कल देखने को मिला जहां मुरादाबाद में एक इलाके में चेक-अप करने के लिए गए स्वास्थ्य कर्मियों पर पत्थरों की वर्षा कर दी गयी। इस घटना पर संज्ञान लेते हुए सीएम योगी ने भी साफ कर दिया है कि नुकसान की भरपाई भी इन्हीं लोगों से होगी और इन पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई भी की जाएगी।

दरअसल, कल यानि 15 अप्रैल को मुरादाबाद के नवाबपुरा में मुस्लिम धर्म के कुछ लोगों ने संभवत: कोरोना वायरस से संक्रमित एक व्यक्ति को लेने गई मेडिकल एंबुलेंस पर पर जमकर पथराव किया। इस दौरान मानवता के दुश्मनों ने डॉक्टरों को बुरी तरह से पीटा और उन्हें बंधक बना लिया। इस हमले में दो एंबुलेंस पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं 2 स्वास्थ्य कर्मी भी गंभीर रूप से घायल हो गए। बता दें कि कुछ लोगों ने पुलिस पर भी हमला किया और पुलिस की गाड़ी भी तोड़ दी। इस हमले में कई पुलिसकर्मी भी जख्मी हैं। पुलिस ने अब नागफनी क्षेत्र को सील कर दिया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के सीएम योगी इस घटना को लेकर काफी निराश हुए हैं और उनकी इस घटना पर प्रतिक्रिया भी सामने आई है। सीएम योगी के अनुसार “स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर्स व कर्मी, सभी सफाई अभियान से जुड़े अधिकारी,कर्मचारी, सुरक्षा में लगे सभी पुलिस अधिकारी व पुलिस विभाग के कर्मी इस आपदा की घड़ी में दिन रात सेवा कार्य में जुटे हैं। मुरादाबाद में पुलिस, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता अभियान से जुड़े कर्मियों पर हमला एक अक्षम्य अपराध है, जिसकी घोर निंदा की जाती है।

योगी के अनुसार “ऐसे दोषी व्यक्तियों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम तथा राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी। दोषियों द्वारा की गई राजकीय संपत्ति के नुकसान की भरपाई उनसे सख्ती से की जाएगी। सीएम योगी ने कहा-

जिला पुलिस प्रशासन ऐसे उपद्रवी तत्वों को तत्काल चिन्हित करें और प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा के साथ ही उपद्रवी तत्वों पर पूरी सख्ती भी करें

यानि योगी सरकार अब इन उपद्रवियों पर NSA एक्ट के तहत कार्रवाई करेगी। इससे पहले जब तबलीगी जमात के लोगों द्वारा गाजियाबाद के अस्पताल में नर्सों के साथ छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया था, तब भी योगी सरकार ने उन लोगों पर NSA के तहत कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। ऐसे हमले हमारे डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों का मनोबल कम करते हैं। इसका अंदाज़ा आप इस घटना के बाद कुछ डॉक्टरों के बयानों को सुनकर लगा सकते हैं, जहां वे कह रहे हैं कि “ऐसी नौकरी हमें नहीं करनी.

इस अवस्था में स्वास्थ्य कर्मियों और पुलिस कर्मियों की मनोस्थिति को समझा जा सकता है। हालांकि, हमें पूरी उम्मीद है कि इस देश के सवा करोड़ सच्चे देशवासियों का प्यार और योगी सरकार के इन त्वरित एक्शन को देखकर इन डॉक्टरों की मनोस्थिति को थोड़ी शांति ज़रूर मिली होगी। देशभर की सरकारों को स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ऐसा बर्ताव करने वाले लोगों के साथ भी “जैसे को तैसा” की नीति के तहत ही निपटना होगा, इसी में देश की भलाई है।

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