‘एंटी हिंदू ट्रोल्स को ट्विटर से फेंका, उन्हें गिरफ्तार करवाया’ हिंदू अब अपमान नहीं सहते बल्कि सफाया करते हैं

हवा में उड़ना बंद करो, हिंदू जाग गए है

नांबियार

PC: Twitter

पिछले कुछ दिनों से काफी कुछ हमारे देश में बदल रहा है। अब पहले की भांति अन्याय होने पर हम मौन नहीं रहते, अपितु पलटकर करारा प्रहार भी करते हैं। दशकों तक हिन्दुओं को अपशब्द कहना और उनकी संस्कृति को अपमानित करना फैशन माना जाता था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से जो घटनाएं घट रही है, उससे जनता ने स्पष्ट संदेश भेजा है – बस, अब और नहीं।

उदाहरण के लिए अरुण नांबियार नामक के एक व्यक्ति को हाल ही में उसकी नौकरी से निष्कासित किया गया। डिजिटल रौंबस में काम करने वाले इस व्यक्ति को ट्विटर पर Proletarianism के अकाउंट, तो फेसबुक पर कॉमरेड नांबियार के नाम से जाना जाता है। यह व्यक्ति कई वर्षों से भारत विरोधी और हिन्दू विरोधी पोस्ट्स के लिए काफी मशहुर है।

https://twitter.com/LockOmoplata/status/1249365204720406529?s=20

हालांकि 7 अप्रैल को इसने एक बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके पीछे पूरा भारतीय सोशल मीडिया उबल पड़ा।

इस ट्वीट में कॉमरेड नांबियार ने भारत माता के बाद अश्लील शब्द कहे थे। फलस्वरूप काफी आक्रोश के बाद जिस कम्पनी में वो काम करता था, उसके वरिष्ठ प्रबंधक ने आधिकारिक रूप से उसे निष्कासित किया, और बताया कि उनकी कम्पनी में ऐसे राष्ट्रद्रोहियों के लिए कोई स्थान नहीं है।

आजकल लॉकडाउन के चलते टीवी पर रामायण प्रसारित किया जा रहा है। इस कारण डीडी नेशनल की टीआरपी सारे रिकॉर्ड्स तोड़ चुकी है। पर कुछ लोग अभी भी ऐसे हैं, जिनके लिए रामायण का उल्लेख मात्र ही विष पीने के समान है। ऐसी ही एक बुद्धिजीवी निकली सायांटिका चक्रबर्ती, जिसने श्रीराम के बारे में एक बेहद आपत्तिजनक पोस्ट अपने फेसबुक अकाउंट पर डाली।

https://twitter.com/Satyanewshi/status/1250280289563070466?s=20

हालांकि, जिस व्यक्ति को भड़काने के लिए उसने यह पोस्ट डाली, वह भी मौन नहीं रही। तुरंत कल्पना (नाम परिवर्तित) ने इसके विरुद्ध शिकायत दर्ज की, और सोशल मीडिया पर सायांटिका के विरुद्ध। फलस्वरूप जिस कम्पनी में वह बतौर कंटेंट राउटर नियुक्त थी, उसने भी उस लड़की को निष्कासित कर दिया।

https://twitter.com/Satyanewshi/status/1250280289563070466?s=20

परन्तु बात यहीं पर खत्म नहीं हुई। एक अन्य व्यक्ति भी अपने अपमानजनक कंटेंट के कारण सोशल मीडिया पर जनता के भारी विरोध का शिकार बने। एक स्टैंड अप कॉमेडी वीडियो में कथित कॉमेडियन मुनावर फारुकी ने ना केवल श्रीराम और माता सीता के लिए अपमानजनक प्रसंग बताए, बल्कि गोधरा काण्ड में मरने वाले 56 निर्दोष कारसेवकों का भी भद्दा मज़ाक उड़ाया।

https://twitter.com/IntrepidSaffron/status/1250423748278116353?s=20

परन्तु जब कॉमरेड नांबियार और सायंटिका जैसे लोग नहीं बच पाए, तो मुनावर की क्या हस्ती? लिहाजा मुनावर के विरुद्ध सामाजिक कार्यकर्ता और कुणाल कामरा से माफी मंगवाने वाले रमेश सोलंकी ने मुनावर के विरुद्ध एफआईआर दर्ज़ करवाई। फलस्वरूप मुनावर अब सबसे माफी मांगते फिर रहे हैं।

एक समय होता था जब ऐसे बुद्धिजीवी लोग हिन्दुओं को कुछ भी बोलते थे, हमारी संस्कृति के बारे में कुछ भी बकते थे और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर साफ बच जाया करते थे। परन्तु अब ऐसा नहीं है। अब ना केवल इनके कुकृत्यों का विरोध होता है, अपितु आवश्यकता पड़ने पर उचित कार्रवाई भी होता। कौन कहता है आसमान में सुराख नहीं होता? एक पत्थर तो तबियत से उछालो।

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