कोरोना से महाराष्ट्र को तबाह करने वाले उद्धव के इशारों पर नाच रहा है बेरोजगार बॉलीवुड

बॉलीवुड

एक कहावत बड़ी प्रसिद्ध है, “बैठे बैठे क्या करें करना है कुछ काम, शुरू करो अंताक्षरी लेकर प्रभु का नाम”। परन्तु यदि इसे महाराष्ट्र के परिप्रेक्ष्य में देखा जाए, तो कुछ लोगों ने इस कथन का नया अर्थ निकाला है, “बैठे बैठे क्या करें करना है कुछ काम, शुरू करो चाटुकारिता लेके उद्धव का नाम”। इन दिनों बॉलीवुड का एक धड़ा उद्धव ठाकरे की चाटुकारिता में लगा हुआ है। कुछ ऐसे भी हैं, जिनसे यह आशा नहीं की गई थी, परन्तु उद्धव ठाकरे की जी हुजूरी करने में बॉलीवुड का वामपंथी गुट सबसे आगे है। अनुराग कश्यप हो, मोहम्मद ज़ीशान अय्यूब हो, स्वरा भास्कर हो, ऐसे कई सितारे हैं, जिन्होंने उद्धव ठाकरे को देवता समान दर्जा दिया है। विश्वास नहीं होता तो इस ट्वीट compilation को ही देख लीजिए –

यदि ऋतिक रोशन के उदाहरण को छोड़ दें, तो इसमें अधिकतर सितारे शामिल हैं, जो अक्सर मोदी विरोध के नाम पर देशद्रोही गतिविधियों को बढ़ावा देने से नहीं हिचकाते। परन्तु यह कोई हैरान करने वाली बात भी नहीं है, आखिर इसके लिए पैसे जो मिल रहे हैं।

गोृैरतलब है कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाराष्ट्र की हालत वुहान वायरस के मामलों के लिहाज से बद से बदतर हो चुकी है। अब तक भारत से हो 5700 से ज़्यादा मामले सामने आए हैं, उनमें से 1200 से ज़्यादा अकेले महाराष्ट्र से आए हैं, और इनमें आंकड़ों के अनुसार 800 से ज़्यादा मामले केवल मुंबई शहर से आए हैं। ये स्पष्ट दिखाता है कि उद्धव वास्तव में इस महामारी से निपटने के लिए कितने प्रतिबद्ध है।

अब आते हैं बॉलीवुड के उद्धव मोह पर। ये यूं ही नहीं उभरा है, बल्कि महाराष्ट्र में अपनी घोर असफलता से बचने के लिए उद्धव ठाकरे द्वारा अपनाया गया एक बेहद निकृष्ट पैंतरा है। पिछले कुछ दिनों से उद्धव ठाकरे की तारीफ करने वालों में एक ज़बरदस्त उछाल आया है, जिसमें प्रमुख रूप से बॉलीवुड के सितारे शामिल हैं। हद तो तब हो गयी जब स्वरा भास्कर तक उद्धव और आदित्य ठाकरे की तारीफ करने लगीं। परंतु सोशल मीडिया पर सब कुछ चल सकता है, झूठ नहीं। लिहाजा कुछ जागरूक सोशल मीडिया यूजर्स ने तुरंत पता लगा लिया कि आखिर माजरा क्या है। आरोप लगाया है कि रेनड्रॉप मीडिया नामक एक पीआर एजेंसी है, जिसे उद्धव सरकार का पीआर संभालने का कथित रूप से जिम्मा सौंपा गया है।

रोचक बात यह है कि ये वही लोग हैं, जो आए दिन मोदी सरकार के विरोध के नाम पर दिन रात भारत को तोड़ने वालों का समर्थन करते हैं और सनातन संस्कृति को अपमानित करना अपना परम धर्म समझते हैं। इनके ट्वीट्स में ज़रा समानता देखिए –

परन्तु यह तो कुछ भी नहीं है। उद्धव ने कुछ दिन पहले एक भाषण दिया था, जिसमें उन्होंने तबलीगी जमात को निशाना बनाने वाली जनता को बदनाम करने का भी प्रयास किया। इसके तुरंत बाद ही बॉलीवुड के कुछ स्वघोषित सामाजिक ठेकेदारों ने उद्धव की तारीफ करनी शुरू कर दी। स्वरा भास्कर से लेकर जावेद अख्तर, यहाँ तक कि कैटरीना कैफ और सोनम कपूर भी उद्धव के इस बचकाने बयान की तारीफ करने लगीं और इसके बारे में इन्स्टाग्राम पर स्टोरी भी डाली।

सच कहें तो कागज पर ये एक बढ़िया पीआर स्ट्रेटजी थी और यह सफल भी हो सकती थी, यदि उद्धव सरकार ने कुछ ज़्यादा ही इसमें सक्रियता न दिखाई होती। वुहान वायरस से भारत कब तक मुक्त होगा यह कुछ हफ्तों में पता चल जाएगा, पर इतना तो पता चल चुका है कि उद्धव सरकार इस मोर्चे पर पूरी तरह फ्लॉप सिद्ध हुई है।

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