पाकिस्तान ने वह कर दिखाया है जिसे ढूंढने में बड़े से बड़े देश के पसीने छूट गए। जी हां, हम बात कर रहे हैं वुहान वायरस के वास्तविक कारण की, जिसे पाकिस्तान ने ढूंढ निकाला है। पाकिस्तान को पता चल चुका है कि कैसे वुहान वायरस उनके देश और बाकी दुनिया के लिए एक घातक बीमारी बन चुका है। पाकिस्तान की माने तो बॉलीवुड में परोसी जाने वाली कथित अश्लीलता पाकिस्तान में कथित तौर पर वुहान वायरस के मामले में बढ़ोत्तरी के लिए ज़िम्मेदार है।
जी हां, ठीक सुना आपने। पाकिस्तान के हुक्मरानों की माने तो बॉलीवुड एक तरह से पाकिस्तान में वुहान वायरस के मामलों में बढ़ोत्तरी के लिए ज़िम्मेदार बताया है। विश्वास नहीं होता तो यह वीडियो देख लीजिए।
#Gravitas | In a televised fundraiser, a top Pakistani cleric blamed the Coronavirus pandemic on 'scantily dressed women'. Instead of rebuking the cleric, the Pak PM shifted blame and accused Bollywood of corrupting Pakistan's youth. @palkisu tells you more pic.twitter.com/RZjdqfowIY
— WION (@WIONews) April 27, 2020
इस वीडियो में एक मौलवी तारिक जमील ने यह दावा कि वर्षों तक अश्लीलता के प्रदर्शन के कारण अल्लाह ने सजा के तौर पर इस महामारी को दुनिया भर में फैलाया है। इसके साथ ही इस मौलवी ने यह भी कहा कि यह अश्लीलत फिल्म उद्योग, विशेषकर बॉलीवुड द्वारा फैलाई गई है। दिलचस्प बात तो यह है कि इमरान खान भी उस समय मंच पर मौजूद थे और उन्होंने एक बार भी इस मौलवी को रोकने का प्रयास नहीं किया। बल्कि अपना समर्थ देते हुए बस खड़े थे और बीच-बीच में बोल रहे थे। अब मौलवी की बेवकूफ तो समझ आती है पर एक देश के प्रधानमंत्री से ऐसे बेतुके तर्क का समर्थन हम पाकिस्तान के पीएम से ही कर सकते हैं। वही पाक पीएम जो आये दिन अपनी फजीहत कराने का एक मौका नहीं ढूंढते।
हालांकि, यहां हैरान होने वाली कोई बात नहीं। यह वही पाकिस्तान है, जिसके लोगों को लगता है कि वुहान वायरस अमेरिका और मोसाद की साजिश है। इतना ही नहीं, जब पूरी दुनिया में वुहान वायरस के कारण घिरे चीन ने अब इस वायरस को खत्म करने के लिए वैक्सीन बनाने का दावा किया तो इसके ट्रायल पाकिस्तान इसके लिए स्वयं तैयार हुआ और वहां खुशियां भी मनाई जा रही हैं। दरअसल, वुहान वायरस का गढ़ रहे चीन ने इससे निपटने के लिए एक वैक्सीन बनाई है जिसका अगले तीन महीने में पाकिस्तान में ट्रायल किया जाएगा। इसके लिए दोनों देशों के बीच एक करार भी हुआ है।
इतना ही नहीं, पाकिस्तान में कोरोना के खिलाफ लड़ाई इस प्रकार लड़ी जा रही है कि आज के समय यदि कोई स्वस्थ व्यक्ति भी इस देश में चला जाए, तो वो भी कोरोना समेत कई खतरनाक बीमारी अपने साथ लेकर आएगा। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था तबाह हो चुकी है, स्वस्थ लोग बीमार पड़ रहे हैं, दवा-मास्क की कमी हो गयी है, कोरोना के मामले 500 पार कर गए हैं और पाकिस्तान की जनता समेत सरकार एक दम chill है, मानो उनके लिए ऐसी स्थिति कोई आम बात हो!
पाकिस्तान एक देश और एक सिस्टम के तौर पर कैसा और कैसे काम करता है, इसे आप कोरोना के खिलाफ उसकी लड़ाई में भली-भांति देख सकते हैं। इस साल की शुरुआत में जब चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस के मामले मिलना शुरू हुए थे, तब वुहान में फंसे पाकिस्तानी छात्रों ने उन्हें वहां से बाहर निकालने के लिए कहा था। तब पाकिस्तानी अधिकारियों से कहा था “ज़िंदगी और मौत तो अल्लाह के हाथ में होती है, यहां आना हो चाहे वहां आना हो”।
सच कहूं तो पाकिस्तान से लॉजिक और sense की उम्मीद की ही नहीं जा सकती। यही कारण है कि कोरोना से यहां किसी को खतरा नहीं महसूस होता। शायद आतंकवाद को बढ़ावा देते-देते पाकिस्तान के अंदर अब कोरोना जैसे किसी वायरस का खतरा खत्म हो गया है, और अब वे इसी कॉन्फिडेंस में कुछ भी बकने के लिए पूरी तरह आजाद हैं।