ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हारते नज़र आ रहे हैं। दो सप्ताह पहले उन्होंने स्वयं सामने आकर बताया था कि उन्हें कोरोना पॉज़िटिव पाया गया है। दो दिन पहले ही उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था और अब खबर आ रही है कि उनकी नाज़ुक हालत के चलते उन्हें ICU में भर्ती किया गया है। उन्हें लंदन के सेंट थॉमस अस्पताल के आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। इसके बाद ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने फिलहाल उनका कार्यभार संभाल लिया है। हाल ही में बोरिस जॉनसन ने कोरोना के बारे में सही आंकड़े छिपाने के लिए चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के खिलाफ बोला था और साथ ही चीन की कंपनी हुवावे को देश में 5जी ट्रायल शुरू करने संबन्धित दी गयी अनुमति को भी रद्द करने की बात कही थी। इसके अलावा बोरिस और भी कई चीजों को लेकर चीन से चिढ़े हुए हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि इस वक्त सिर्फ बोरिस जॉनसन ही नहीं, बल्कि UK और चीन के रिश्ते भी ICU में चले गए हैं।
बोरिस जॉनसन यूके में बेहद पोपुलर हैं और पिछले वर्ष ही उनकी कंजरवेटिव पार्टी ने UK में लगभग 44 प्रतिशत वोट्स हासिल कर रिकॉर्डतोड़ जीत हासिल की थी। उनके साथ सिर्फ उनकी पार्टी की ही नहीं, बल्कि करोड़ों लोगों की भावनाएँ जुड़ी हुई हैं। जब से उनके स्वास्थ्य से जुड़ी यह बुरी खबर सामने आई है, तभी से लोग उनके जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। जिस तरह पिछले कुछ दिनों में बोरिस जॉनसन ने कोरोना के लिए चीन पर हमला बोला है, इससे UK में चीन विरोधी मानसिकता को बढ़ावा मिला है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बोरिस को चीन से आने वाले आंकड़ों पर बिलकुल भी विश्वास नहीं है और इन आंकड़ों की विश्वसनीयता को लेकर वे पहले भी चीन के खिलाफ बोल चुके हैं। बोरिस सरकार ने हाल ही में यह भी कहा था कि चीन में कोरोना से मरने वाले लोगों का आंकड़ा आधिकारिक आंकड़ों से 40 गुना तक ज़्यादा हो सकता है। चीन से गुस्से के कारण जॉनसन ने हाल ही में हुवावे को दी गयी सभी अनुमति को रद्द करने का भी फैसला लिया था।
UK में अभी 50 हज़ार से ज़्यादा कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं और 5 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जिसके कारण यूके में चीन के खिलाफ गुस्सा पहले ही बहुत बढ़ चुका है और अब बोरिस जॉनसन की खराब होती हालत से यह गुस्सा और भी ज़्यादा बढ़ता ही जा रहा है। चीन ने इस वायरस के बारे में दुनिया को बिलकुल झूठे आंकड़े दिये, जिसकी वजह से दुनिया कभी इस वायरस के असल खतरे को भाँप ही नहीं पाई और आज इतनी बड़ी संख्या में सभी देशों को अपने नागरिकों की जान गंवानी पड़ रही है। यूरोप, UK और अमेरिका जैसे देश चीन के इसी भ्रम जाल में फंसे हैं। अगर चीन समय रहते सही जानकारी सभी देशों को मुहैया कराता तो ये देश पहले ही अपनी तैयारी को और मजबूत कर लेते और आज UK को ये दिन देखना ही नहीं पड़ता। अगर जॉनसन की सेहत जल्द पूर्णतः सही नहीं होती है, तो चीन को UK के साथ बेहद गहरे तनाव के लिए तैयार हो जाना चाहिए।