आखिरकार दिल्ली प्रशासन ने समस्या की जड़ों पर वार करने का निर्णय ले ही लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तबलीगी जमात के मरकज की इमारत का करीब 70 फीसदी हिस्सा अवैध है, इसी वजह से नगर निगम मरकज पर जेसीबी चलाने का खाका तैयार कर रही है।
दक्षिणी दिल्ली में निजामुद्दीन बस्ती में स्थित तब्लीगी जमात के मरकज भवन का निर्माण नियमों को ताक पर रखकर कराया गया है। जिस जमीन पर मरकज बना है, उसके मालिकाना हक से जुड़े कागजात भी दक्षिण दिल्ली नगर निगम (South Delhi Municipal Corporation) के पास नहीं हैं। लेकिन अब चूंकि यह इमारत सील है, और एसडीएमसी का इस पर पूर्ण अधिकार है, इसलिए इसके अवैध निर्माण पर जेसीबी चलाने की तैयारी कर रही है.
दरअसल, नियमों के अन्तर्गत मरकज भवन में दो मंजिला इमारत बनाने की परमीशन मिली थी। परन्तु नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए जमात ने नौ मंजिला इमारत खड़ी कर दी। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की स्टैंडिंग कमेटी के डिप्टी चेयरमैन राजपाल सिंह ने बताया, “इस बिल्डिंग को सील कर दिया गया है। अब इसे ढहाने की कार्रवाई के लिए फाइल तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि बिल्डिंग का निर्माण पूरी तरह से अवैध है। इसका न तो प्रॉपर्टी टैक्स जमा हो रहा था और न ही हाउस टैक्स“।
बता दें कि 21 मार्च को मरकज भवन में हज़ारों की तादाद में लोग इकट्ठा होने शुरू हुए थे। इस कारण से उनमें से कई लोग वुहान वायरस से संक्रमित पाए गए थे। इनमें से कई सदस्य देश के कोने-कोने में फैल गए, जिसके कारण पहले महाराष्ट्र, फिर तमिलनाडु और अब दिल्ली में वुहान वायरस के मामलों में अप्रत्याशित उछाल आया है। अब तक कुल 4000 से ज़्यादा लोग देशभर में इस महामारी से संक्रमित पाए गए हैं, जिसमें से लगभग 2000 मामले तो मात्र महाराष्ट्र, तमिलनाडु और दिल्ली से ही आ रहे हैं।
इसके अलावा तब्लीगी जमात के सदस्य जहां जा रहे हैं, वहां उत्पात मचा रहे हैं। गाजियाबाद में तो स्थिति यहां तक पहुंच चुकी थी कि जमात के सदस्य निर्वस्त्र हो कर घूम रहे थे और अस्पताल की महिला स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार भी कर रहे थे। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और असम के उदाहरणों को छोड़ दें, तो ऐसा कोई भी राज्य नहीं है, जिसने इन उपद्रवियों को सबक सिखाया हो, कार्रवाई तो बहुत दूर की बात।
इसके अलावा तब्लीगी जमात ने किस प्रकार से अपनी हरकतों से देश के जनमानस को खतरे में डाला है, इससे अब शायद ही कोई अपरिचित हो। भारत में तबलीगी जमात के आने से पहले कोरोना के मामले काफी नियंत्रण में थे। लेकिन जैसे ही तबलीगियों के कोरोना को लेकर खबर सामने आई उसी वक्त से देशभर में कोरोना के मामले तेजी के साथ बढ़ते जा रहे हैं।
अभी स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में जानकारी दी थी कि भारत में 30 प्रतिशत से ज्यादा मामले तबलीगी जमात के कार्यक्रम की वजह से आए हैं। जबकि भारत के मुसलमानों को कहा गया था कि कुछ दिनों के लिए मस्जिदों को बंद कर दें और घरो में नमाज पढ़ें, लेकिन इन लोगों ने सरकार के किसी भी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया.
ऐसे में दक्षिणी दिल्ली प्रशासन का यह निर्णय स्वागत योग्य है। मरकज भवन के अवैध निर्माण को ना केवल तोड़ना चाहिए अपितु इस अवैध धंधे में शामिल हर उस व्यक्ति पर कार्रवाई होनी चाहिए, जिसके कारण आज पूरा देश संकट से जूझ रहा है। चलो, देर आए पर दुरुस्त आए।