देश में कोरोना वायरस को लेकर 24 मार्च को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन का ऐलान किया गया था। ऐसे में लोगों को घर से बाहन न निकलने के लिए मना किया गया है। इसके बाद कई लोगों ने सरकार को पत्र लिख कर और सोशल मीडिया से यह अनुरोध किया था कि दूरदर्शन पर रामायण और महाभारत का पुनः प्रसारण किया जाए। इसके बाद सरकार ने दूरदर्शन पर प्रचलित सीरियल रामायण को दोबारा प्रसारित करने की घोषणा की ताकि लोगों को घर पर बोरियत महसूस न हो। अब रामायण ने TRP के मामले में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
रामायण की टीआरपी के टक्कर में अभी कोई भी शो नहीं है। यहां तक कि साल 2015 से लेकर अब तक जनरल एंटरटेनमेंट कैटगरी के मामले में यह बेस्ट सीरियल बना गया है। इस बात की जानकारी प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर ने ट्विटर के माध्यम से दी है। उन्होंने बताया, ‘मुझे यह बताते हुए काफी मजा आ रहा है कि दूरदर्शन पर प्रसारित हो रहा शो ‘रामायण‘ 2015 से अब तक का सबसे अधिक टीआरपी जनरेट करने वाला हिंदी जनरल एंटरटेनमेंट शो बन गया है।‘ उन्होंने यह बात BARC के हवाले यह जानकारी दी।
Thrilled to share that the re-telecast of RAMAYAN on @ddnational has garnered the highest ever rating for a Hindi GEC show since 2015 ( source: @BARCIndia )
— Shashi Shekhar Vempati शशि शेखर (@shashidigital) April 2, 2020
टीआरपी के मामले में इस शो ने एंटरटेनमेंट के दूसरे चैनल्स को पछाड़ दिया है। लॉकडाउन के बाद 80 और 90 के दशक के कुछ मशहूर कार्यक्रमों की भी दूरदर्शन पर वापसी करवा दी गई। इस लिस्ट में महाभारत, रामायण, ब्योमकेश बक्शी और सर्कस जैसे शो शामिल रहे। ऐसे में एक तरफ जहां इन टीवी शोज से दर्शकों को खुशी मिली है तो वहीं अब चैनल के लिए भी खुशखबरी सामने आई है।
India Watches @DDNational, #IndiaFightsCarona
According to BARC, the re-telecast of #RAMAYAN, garnered the highest ever rating for a Hindi GEC show since 2015 when BARC started measuring TV audience
Read here: https://t.co/OqnZogCOKv pic.twitter.com/QB7v6SB2HB
— PIB India (@PIB_India) April 2, 2020
लोगों की जबरदस्त मांग पर दूरदर्शन ने धारावाहिक रामायण का प्रसारण शुरू किया था ताकि लॉकडाउन में लोग धैर्य..संयम बनाएं रखें..इससे प्रेरित होकर अच्छा समय गुजार सकें।
बता दें कि इसे दिन में दो बार प्रसारित किया जाता है। सुबह में एक बार और शाम को एक बार और दोनों समय, में इस कार्यक्रम ने क्रमशः 34 मिलियन और 45 मिलियन दर्शकों की संख्या हासिल की। हालाँकि, रविवार को तो इस कार्यक्रम ने सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए एक ही दिन में 51 मिलियन दर्शकों द्वारा देखा गया जो कि वर्ष 2015 के बाद से हिंदी जीईसी यानि जनरल एंटरटेनमेंट चैनल में सबसे उच्चतम आंकड़ा था। इसका शहरों खास कर मेट्रो शहरों से अधिक लोगों ने देखा।
इससे स्पष्ट होता है कि अभी भी ऐसे धारावाहिकों का महत्व है और लोग देखना पसंद कर रहे हैं। यह न सिर्फ सरकार के लिए अच्छी खबर है बल्कि दूरदर्शन और देखने वालों के लिए भी फायेदेमंद है। पीछले ही वर्ष दूरदर्शन ने रिकॉर्ड तोड़ते हुए पिछले पांच वर्षों में सबसे अधिक मुनाफा कमाया था। अब रामायण और महाभारत के इस लोकप्रियता के आसमान छूने से दूरदर्शन और सरकार दोनों को मुनाफा होगा। इसके साथ ही देश की नई पीढ़ी को भारत के इतिहास और संस्कृति का अच्छा एक्सपोजर भी मिलेगा।
बता दें, 90 के दशक में पहली बार टीवी पर प्रसारित होने वाले इस धार्मिक टीवी शो का निर्देशन रामानंद सागर ने किया था। साल 1988 में जब इसका प्रसारण हुआ था, तब भी इस टीवी शो ने इतिहास रचा था। उस वक्त इस टीवी शो को दर्शकों का इतना प्यार मिला था कि ‘रामायण’ के प्रसारण के वक्त लोग घरों से बाहर नहीं निकलते थे। रामानंद सागर के निर्देशन में बने इस टीवी शो में सिर्फ राम और सीता ही नहीं, बल्कि सभी किरदारों ने लोगों के दिलों में अपनी एक अलग जगह बनाई थी।