कोरोना ने पूरी दुनिया में आतंक मचा रखा है। चीन, यूरोप और अमेरिका के बाद अगर सबसे अधिक प्रकोप देखा गया है तो वह अरब देशों में है। ईरान के बाद सऊदी अरब सबसे अधिक प्रभावित देशों में से है। इस्लाम के पवित्र शहर मक्का में कोरोना वायरस को रोकना एक चुनौती बन गई है। कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं और यह वायरस शाही परिवार तक को अपने प्रकोप में ले चुका है। सऊदी अरब में अभी तक 5 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। और यह रुकने का नाम नहीं ले रहा है। संक्रमण रोकने के लिए 24 मार्च को पूरे देश में कर्फ़्यू लगा दिया गया था, जिसे रविवार को अनिश्चितकाल के लिए बढ़ा दिया गया। विमान, रेल और बस सेवा भी बंद है।
सऊदी में 24 घंटे के कर्फ्यू के बाद भी भीड़भाड़ वाले स्लम और मजदूरों के कैम्प में कोरोना बढ़ गया है। मक्का की आबादी 2 लाख है और सोमवार तक यहां 1050 मामलों की पुष्टि हुई है, जबकि राजधानी रियाद में अब तक 1422 मामले सामने आए हैं जबकि रियाद की जनसंख्या मक्का से तीन गुनी ज्यादा है। यहाँ ध्यान देने वाली बात है कि मक्का जैसे शहर में बड़ी संख्या में बिना दस्तावेज वाले प्रवासी रहते हैं। यही नहीं बड़ी संख्या में श्रमिक झुग्गियों में रहते हैं जहां तंग गलियों में काफी छोटे छोटे घऱ होते हैं। ऐसी स्थिति में इस धार्मिक शहर में कोरोना रोकना मुश्किल हो गया है।
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार मार्च के अंत में देश की एक बड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनी सऊदी बिनलादिन ग्रुप के मक्का में मौजूद पांच कर्मियों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया, जिसके बाद 8,000 श्रमिकों को लॉकडाउन कर दिया गया और भव्य मस्जिद के विस्तार के काम को रोक दिया गया। कुछ श्रमिकों को होटल में क्वारंटीन किया गया है ये वे हैं जिन्होंने दस्तावेज दिखाए थे।
सऊदी अरब की आधिकारिक समाचार एजेंसी ने स्वास्थ्य मंत्री तौफीक-अल-राबिया के हवाले से कहा, ”अध्ययनों के अनुसार आगामी कुछ ही हफ्तों के भीतर देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर दो लाख पहुंच सकती है।” राबिया ने सऊदी अरब को कोरोना वायरस से निपटने के लिए मुश्किल हालात का सामना करने के प्रति आगाह करते हुए यह बताया। यह भविष्यवाणी अरब और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के चार अध्ययनों पर आधारित है।
वहीं कोरोना ने शाही परिवार को भी नहीं छोड़ा है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार सऊदी अरब के सत्तारूढ़ शाही परिवार के 150 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। वहीं किंग सलमान के साथ सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान आइसोलेशन में चले गए हैं। शाह सलमान के बेटे क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान अपने कई मंत्रियों के साथ उसी तट पर सुदूर स्थल पर चले गए, जहां उन्होंने नेओम नाम से भविष्य के शहर के निर्माण का वादा किया था। कोरोना के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए सऊदी अरब के अधिकारियों ने यात्रा प्रतिबंध लगा दिया है और मक्का-मदीना समेत मुस्लिमों के पवित्र स्थलों पर तीर्थयात्राओं को प्रतिबंधित कर दिया है। इसके साथ ही फरवरी में सभी धार्मिक पर्यटन पर रोक लगा दी गई थी और मार्च में देशभर के मस्जिदों को बंद कर दिया गया था।
लेकिन फिर भी सऊदी में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। बता दें कि पूरे विश्व में वुहान वायरस से 2 मिलियन से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और 1 लाख 26 हजार से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है। जिस तरह से इस वायरस ने कहर बरपया है उससे उबरने में पूरी दुनिया को कई वर्ष लग सकते हैं।