निज़ामुद्दीन के मरकज से कोरोना फैलने की खबर के बाद दिल्ली में एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। साउथ दिल्ली में एक पिज्जा डिलीवरी ब्वॉय कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाया गया है। इसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। इस मामले की गंभीरता का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस पिज्जा डिलीवरी ब्वॉय के कारण हौज खास के इलाके के 72 लोगों के अलावा उसके साथ काम करने वाले 17 और लोगों को होम क्वारंटीन (Quarantine) किया गया है। इस मामले में यह चेन कितना लंबा होगा इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। पर इस मामले ने लॉकडाउन के समय में Zomato और अन्य डिलीवरी कंपनी की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिये हैं।
घटना से दो बातें स्पष्ट हो जाती हैं, या तो डिलीवरी कंपनियाँ सरकार द्वारा दिये गए दिशा निर्देशों का पालन नहीं कर रहीं और हजारों लोगों की जान खतरे में डाल रही हैं, या फिर लोग इतने वेवकूफ हो चुके हैं कि कोरोना के बढ़ते मामलों के बावजूद खाना बाहर से ऑर्डर कर कोरोना को निमंत्रण दे रहे हैं।
A pizza boy has been detected with #COVID19 here. 17 other delivery boys linked with him have been placed under institutional quarantine and 72 people have been placed under home quarantine: Delhi Health Minister Satyendar Jain https://t.co/X7fbrA4hws pic.twitter.com/5c9aCftNXV
— ANI (@ANI) April 16, 2020
दरअसल, कोरोना वायरस की चपेट में आया डिलीवरी ब्वॉय नामी पिज्जा कंपनी की चेन से जुड़ा हुआ है। उसका टेस्ट मंगलवार को करवाया गया था, जो कोरोना पॉजिटिव आया है। उसके संपर्क में जितने भी लोग थे उनमें से 17 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन में रखा गया है और 72 लोगों को होम क्वारंटीन में रखा गया है।
कोरोना पॉजिटिव डिलीवरी ब्वॉय ने मार्च के अंतिम सप्ताह तक डिलीवरी की थी। इस पिज्जा डिलीवरी ब्वॉय ने दक्षिण दिल्ली के कई इलाकों में पिज्जा डिलिवर किया था। इनमें हौज खास और मालवीय नगर जैसे इलाके शामिल थे।
https://twitter.com/ZomatoIN/status/1250490786896121856
यह जानना जरूरी है कि लोगों को राहत देने के लिए लॉकडाउन के दौरान भी भोजन की होम डिलीवरी की छूट मिली हुई है। जरूरत के सभी सामनों की डिलीवरी घरों पर ही हो रही है।
पिज्जा डिलीवरी करने वाला लड़का दक्षिणी दिल्ली के मालवीय नगर के सावित्री नगर इलाके का निवासी है। उसमें लगभग 20 दिनों से कोरोनोवायरस के लक्षण दिख रहे थे लेकिन उसका परीक्षण देर से किया गया था।
यह सोचने वाली बात है कि अभी केवल इस तरह का एक मामला सामने आया है। न जाने कितने लोग रोड पर इसी तरह से डिलीवरी कर रहे होंगे। इससे दो निष्कर्ष निकलता है। पहला यह कि आखिर zomato और अन्य डिलीवरी कंपनियाँ अपने डिलीवरी ब्वॉय के लिए विशेष प्रबंध जैसे एक PPE मास्क, सेनीटाइजर और ग्लव्स क्यों नहीं प्रदान कर रही हैं, अगर प्रदान कर भी रही हैं तो रोजाना उनके शरीर के तापमान पर नजर क्यों नहीं रखा जा रहा है?अगर किसी व्यक्ति में इस वायरस के लक्षण सामने आ रहे हैं तो जांच में 20 दिन का समय क्यों लग रहा है। जिस डिलीवरी ब्वॉय का टेस्ट पॉज़िटिव पाया गया है वो 100 से अधिक लोगों में कोरोना वायरस फैला सकता है। अब इस लापरवाही के लिए zomato को जवाब देना चाहिए जो ये कहता है कि रोज शरीर का ताप चेक किया जाता है, और सावधानी बरती जा रही है।
अगर लॉकडाउन के समय इन प्राइवेट कंपनियों को डिलीवरी के लिए छूट मिली हुई है तो इसका मतलब यह हुआ कि उनकी गिनती आवश्यक सेवा में हो रही है। अगर इस लापरवाही के साथ कार्य किया जा रहा है तो इसे तुरंत बंद करने में ही भलाई है। डिलीवरी करने वाली कंपनियों को तो सरकार का शुक्रगुजार होना चाहिए कि एक तरफ जहां लगभग सभी कंपनियाँ बंद पड़ी है इन्हें अपना बिजनेस लॉकडाउन के बावजूद चलाने की छूट है।
दूसरा निष्कर्ष यह है कि क्या लोग इतने बेवकूफ हो चुके हैं कि इस महामारी को अपने द्वार पर बुला रहे हैं? क्या लोगों का पिज्जा खाना कोरोना से बचने से अधिक महत्वपूर्ण है? अगर लॉकडाउन लगाया गया है और लोगों को घर में रहने के लिए कहा गया है तो यह जनता की भलाई के लिए ही है, लेकिन फिर भी ऐसे में कुछ लोगों को पिज्जा ही खाना है। थोड़े समय के लिए इनसे घर का खाना भी खाया जा सकता। यह तो स्वयं लोगों में समझ होनी चाहिए।
एक पिज्जा डिलीवरी बॉय सैकड़ो घर में डिलीवरी करता है, कई साथियों से मिलता जुलता है अगर एक को भी हुआ तो इस चेन को ट्रेस करना सरकार के लिए नाको चने चबाना जैसा हो जाएगा। देश भर के कोरोना मामलों की बात की जाए तो महाराष्ट्र के बाद दिल्ली में ही सबसे अधिक मामले मिले हैं। यह बात पूरे दिल्लीवासियों को पता है लेकिन फिर भी वे पिज्जा डिलीवरी करवाते हैं तो यह वही बात हो जाएगी कि आ बैल मुझे मार।