इमरान खान ट्विटर पर आजकल जमकर भारत विरोध फैला रहा है, इसका सिर्फ एक ही कारण है

ये सब वो अपने लोगों के लिए ही कर रहा है, “मूदी” के लिए नहीं!

पाकिस्तान

जब भी पाकिस्तानी क्रिकेटर हार जाते थे, तो हर प्रश्न का एक कॉमन उत्तर अवश्य होता था, “Inshallah, boys played well”,  और लगता है कि इमरान खान अभी तक उस आदत से पीछे नहीं छुड़ा पाए हैं। अंतर बस इतना है कि “Inshallah, boys played well” की जगह अब पीएम मोदी को “Hindutva Supremacist” बुलाने ने ले ली है।

अभी हाल ही में महोदय ने एक बार फिर जहर उगलते हुए ट्वीट किया, “हिंदुत्व Supremacist मोदी की  सरकार ने अपने साम्राज्यवादी और विस्तारवादी नीतियों (जो नाजी जर्मनी के लेबेंसराऊं की याद दिलाती है) के कारण अपने पड़ोसियों का जीना हराम कर दिया है”।

ये ट्वीट तब आया है जब भारत और चीन सीमा पर लद्दाख क्षेत्र में चीन के घुसपैठ को लेकर काफी तनातनी हुई हो रही है। शायद इसीलिए पाकिस्तान घबरा गया है, क्योंकि भारत ने उसके वर्तमान आका से पंगा जो लिया है।

ये बात इमरान खान के ट्वीट में भी साफ झलकती है, जब वे कहते हैं, “बांग्लादेश से नागरिकता संशोधन एक्ट के जरिए, नेपाल और चीन से बॉर्डर पर झगड़ों के जरिए और पाकिस्तान पर झूठे आरोप लगा कर। भारत दक्षिण एशिया की शांति भंग करने में लगा है”।

इसी को कहते है, उल्टा चोर कोतवाल को डांटे। भारत यहां चीन की गुंडई को मुंहतोड़ जवाब दे रहा है, और घबराहट इमरान मियां को हो रही है। जनाब को शायद इस बात का डर है कि कहीं भारत लगे हाथों पाकिस्तान पर भी हमला ना कर दे।

सच कहें तो जब से इमरान की सरकार बनी है, पाकिस्तान के मानो बुरे दिन आ गए हैं। कर्ज़ के लिए जगह-जगह भीख मांगने और आतंकवाद को बढ़ावा देने के अलावा इमरान खान की सरकार ने कोई विशेष उपलब्धि नहीं हासिल की है।

इसके अलावा चीन में उत्पन्न वुहान वायरस मानो पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था के लिए कोढ़ में खाज समान साबित हुई है। आईएमएफ के अनुसार यदि स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ, तो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में इस वर्ष डेढ़ प्रतिशत की नेगेटिव ग्रोथ होगी।

रही सही कसर तो गल्फ के साथ दुश्मनी बढ़ाकर पाकिस्तान ने पूरी की। ऐसे में इमरान खान नियाज़ी के पास क्या सॉल्यूशन है? मोदी को हिंदुत्व supremacist करार दो, जिनके पास इमरान खान नियाज़ी जैसे लोगों के लिए फालतू का समय भी नहीं होगा।

इसके अलावा पाकिस्तान के आतंकी एक्सपोर्ट्स को भी काफी नुकसान पहुंचा है। अभी हाल ही में पुलवामा में पिछले वर्ष की भांति एक भयानक आतंकी हमला को सही समय पर रोक दिया गया ।

ऐसे में इमरान मियां के पास रोने धोने के अलावा और कोई चारा नहीं बचा है। जनाब ने एक और ट्वीट करते हुए कहा, “यह सब कश्मीर के अवैध कब्जे के बाद भी ही रहा है, और अब तो आज़ाद कश्मीर पर भी भारत कब्ज़ा करना चाहता है। मैंने हमेशा इस बात पर ज़ोर दिया है कि मोदी सरकार ना केवल हिन्दुस्तान के अल्पसंख्यकों के लिए एक खतरा है, बल्कि क्षेत्रीय अमन को भी खत्म करना चाहता है।” –

पाकिस्तान को इस समय कायाकल्प की आवश्यकता हैं परन्तु इमरान खान को लगता है कि हर समस्या का एक ही इलाज है – चंद अंग्रेज़ी शब्दों को अच्छे से घुमा फिराकर भारत के विरुद्ध विश्व उगलते रहो। इमरान खान पर एक ही कहावत फिट बैठती है, “मुल्ला की दौड़ मस्जिद तक”। जब कुछ ना बचे, तो मोदी को  “Hindutva Supremacist” बोलकर अपने कर्तव्यों से मुंह मोड़ लो।

 

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