जब प्रियंका गांधी ने ये डिमांड रखी कि योगी सरकार प्रवासी मजदूरों के कुशल यात्रा हेतु 1000 बसों को आने जाने दे, जिसे कांग्रेस पार्टी ने कथित रूप से आवंटित कराई थी, तो उन्हें लगा कि उन्होंने एक मास्टरस्ट्रोक चला है, और योगी सरकार के पास इसका कोई उत्तर नहीं होगा।
परन्तु योगी आदित्यनाथ ने भी कच्ची गोलियां नहीं खेली थी। योगी सरकार ने प्रियंका गांधी को उन्हीं के खेल में मात देते हुए ना केवल इन बसों की आवाजाही को स्वीकृति दी है, अपितु इससे संबंधित व्यक्तियों, विशेषकर ड्राइवरों की जानकारी भी मांगी है।
बता दें कि प्रियंका गांधी ने कुछ दिनों पहले ट्वीट किया था, “माननीय मुख्यमंत्री जी, मैं आपसे विनती करती हूं, ये राजनीति का समय नहीं है। हमारी बसें बॉर्डर पर खड़ी हैं। हज़ारों श्रमिक और प्रवासी बिना खाना पानी के इंतज़ार कर रहे हैं। हमारी बसों को जाने की अनुमति दीजिए”।
आदरणीय मुख्यमंत्री जी, मैं आपसे निवेदन कर रही हूँ, ये राजनीति का वक्त नहीं है। हमारी बसें बॉर्डर पर खड़ी हैं। हजारों श्रमिक, प्रवासी भाई बहन बिना खाये पिये, पैदल दुनिया भर की मुसीबतों को उठाते हुए अपने घरों की ओर चल रहे हैं। हमें इनकी मदद करने दीजिए। हमारी बसों को परमीशन दीजिए। pic.twitter.com/K2ldjDaSRd
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 17, 2020
प्रशासन ने कच्ची गोलियां नहीं खेली हैं प्रियंका वाड्रा
अब योगी सरकार मना कैसे करती? उन्होंने कांग्रेस पार्टी के प्रस्ताव को स्वीकार भी किया, परन्तु कुछ शर्तों के साथ। उन्होंने उक्त 1000 बसों के ड्राइवर और कंडक्टर के डीटेल्स तुरंत साझा करने की मांग की।
योगी सरकार ने ये मांग यूं ही नहीं रखी। प्रवासी मजदूरों से भरा एक ट्रक जब औरैया में दुर्घटनाग्रस्त हुआ, तो जांच पड़ताल में पुलिस के सामने कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। मजदूरों को जबरदस्ती राजस्थानी प्रशासन ने ट्रकों में ठूंसकर भेजा था, जिसकी पुष्टि कुछ घायल मजदूरों ने भी की थी। इसीलिए योगी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है।
इसी परिप्रेक्ष्य में योगी सरकार ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने कुछ तीक्ष्ण सवाल पूछते हुए एक ट्वीट थ्रेड पोस्ट किया।
“मजदूरों की मददगार बनने का स्वांग रच रही कांग्रेस से मजदूर भाइयों और बहनों के कुछ सवाल:-
Q 1. जब आपके पास 1000 बसें थीं, तो राजस्थान और महाराष्ट्र से ट्रकों में भरकर हमारे साथियों को उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड व बंगाल क्यों भेज रहे हैं?
Q 2: औरैया में हुई दर्दनाक सड़क दुर्घटना से पूरा देश आहत है। एक ट्रक पंजाब से और दूसरा राजस्थान से आ रहा था। क्या कॉन्ग्रेस और प्रियंका गांधी जी इस दुर्घटना की जिम्मेदारी लेंगी ? हमारे साथियों से माफी मांगेंगी?
Q 3: प्रियंका जी कहती हैं कि उनके पास 1000 बसें हैं। यह और बात है कि अब तक इन बसों की सूची तक उपलब्ध नहीं कराई गई, न ही हमारे साथियों की। बसों और हमारे साथियों की सूची उपलब्ध करा दी जाए, जिससे उनके कार्य ट्विटर नहीं धरातल पर दिखें।
Q 4: देशभर में जितनी भी श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चल रही है उनमें से आधी से ज्यादा ट्रेनें उत्तर प्रदेश ही आईं है।
अगर प्रियंका वाड्रा जी को हमारी इतनी ही चिंता है तो वो हमारे बाकी साथियों को भी ट्रेनों से ही सुरक्षित भेजने का इंतजाम कांग्रेस शासित राज्यों से क्यों नहीं करा रहीं?”
मजदूरों की मददगार बनने का स्वांग रच रही @INCIndia से मजदूर भाइयों और बहनों के कुछ सवाल:
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) May 18, 2020
योगी आदित्यनाथ ने प्रियंका गांधी और कांग्रेस, दोनों की पोल एक साथ खोली है। मुसीबत के समय भी कांग्रेस को केवल अपना कुत्सित एजेंडा ही दिखाई देता है। इसमें कोई दो राय नहीं कि इस प्रपंच के जरिए प्रियंका गांधी अपना राजनीतिक हित साधने में लगी हैं। अभी तक कांग्रेस ने संबंधित बसों की जानकारी सरकार से साझा नहीं की है, जिससे स्पष्ट हो जाता है कि उनके लिए अभी भी उनका घृणित एजेंडा सर्वोपरि है, चाहे नैतिकता की बलि ही क्यों ना चढ़ा दी जाए।