हाल ही में पत्रकारिता की शान माने जाने वाले पुलित्जर पुरस्कारों की घोषणा की गई। इनके विजेताओं में तीन कश्मीरी फोटोग्राफरों का भी नाम आया, जिन्हें कश्मीर पर उनकी कवरेज के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। डार यासीन, मुख्तार खान और चन्नी आनन्द को इस वर्ष इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
पर भारत के लिए ये कोई गौरव का क्षण नहीं था। इन कश्मीरी फोटोग्राफरों को इसलिए इस पुरूस्कार से सम्मानित किया गया क्योंकि इन्होंने कश्मीर की एक बेहद विकृत और गलत तस्वीर दुनिया के सामने पेश की, मानो अनुच्छेद 370 के निरस्त लिए जाने से कश्मीर में प्रलय आ गई हो।
पर भारतीयों को इन पक्षपाती फोटोग्राफरों के पुरस्कृत होने से इतना आक्रोश नहीं हुआ, और ना ही उन्हें पुलित्जर संस्था के भारत विरोधी रवैये से इतनी घृणा थी, जितना एक व्यक्ति के इन राष्ट्र द्रोहियों को प्रशंसित करने से। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इनकी प्रशंसा में ट्वीट करते हुए लिखा , “आपको यह पुरस्कार जीतने के लिए बधाई। आपने हमें गौरवान्वित किया है”।
Congratulations to Indian photojournalists Dar Yasin, Mukhtar Khan and Channi Anand for winning a Pulitzer Prize for their powerful images of life in Jammu & Kashmir. You make us all proud. #Pulitzer https://t.co/A6Z4sOSyN4
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 5, 2020
अब भाजपा ऐसी घटिया और भारत विरोधी ट्वीट पर शांत तो रहने वाली थी नहीं। ऐसे में उन्होंने राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने ट्वीट किया,
“जिस आधार पर इन कथित भारतीय पत्रकारों को पुरस्कार मिला है, तो इसका खंडन क्यों नहीं किया इन विजेताओं ने? क्या इनके लिए राष्ट्र की अखंडता से भी ज़्यादा महत्वपूर्ण है ये पुरस्कार? ऐसे पत्रकारों को सम्मानित कर राहुल गांधी और कांग्रेस क्या संदेश देना चाहती है?”
The citation of the Pulitzer award to the three so called Indian journalists:
1)Why did these journalists accept this award ..an award is important or the sovereignty of your Nation is?
2)Rahul Gandhi & @INCIndia congratulates them ..Does Rahul concur?#AntiNationalRahulGandhi pic.twitter.com/p7aywWDp7y— Sambit Patra (Modi Ka Parivar) (@sambitswaraj) May 5, 2020
इसके बाद उन्होंने राहुल गांधी से भी ट्वीट के जरिए सवाल पूछा-
‘राहुल गांधी जी, आज आपने पुलित्जर अवार्ड के लिए धर जी को बधाई दी है। अवार्ड पाए एक फोटो नीचे है..पाकिस्तान के झंडे! फोटो कैप्शन में लिखा है- ‘Indian Occupied Kashmir’क्या आप इससे सहमत है? उत्तर दें!‘
श्री राहुल गांधी जी,
आज आपने Pulitzer अवार्ड के लिए धर जी को बधाई दी है
अवार्ड पाए एक फ़ोटो नीचे है ..पाकिस्तान के झंडे!
फ़ोटो caption में लिखा है -“Indian Occupied Kashmir”
क्या आप इससे सहमत है?
उत्तर दें!#AntiNationalRahulGandhi pic.twitter.com/1lmQUfhSGN— Sambit Patra (Modi Ka Parivar) (@sambitswaraj) May 5, 2020
परन्तु ठहरिए, यदि आपको ऐसा लग रहा है कि यह राहुल गांधी का पहला ऐसा कारनामा है, तो आप गलत हैं। राहुल गांधी विचित्र रूप से अक्सर देशद्रोहियों और भारत विरोधी तत्वों के ही समर्थन में सामने आते हैं। जब टुकड़े टुकड़े गैंग के भारत विरोधी नारों के कारण देशभर की जनता आक्रोशित हुई थी, तो यही राहुल गांधी उन जाहिलों के समर्थन में सामने आए थे।
यही नहीं, दिल्ली हिंसा के दौरान प्रभावित इलाके बृजपुरी पहुंचे। नफरत और हिंसा फैलाने वाले लोग तरक्की के दुश्मन हैं। ऐसी हरकतों से लोगों को बांटने की कोशिश की जा रही है। आज यह बहुत दुख का समय है, इसलिए मैं यहां आया हूं। हालात को फिर से ठीक करने के लिए हम सबको मिलकर काम करना करना होगा।
हालांकि राहुल के इतना कहते ही एक दंगा पीड़ित महिला ने कुछ ऐसा कहा कि राहुल की सबसे सामने धज्जियां उड़ गई। दरअसल, दंगा पीड़ित महिला राहुल गांधी के राजनीतिक दौरे से खुश नहीं थी। महिला ने राहुल गांधी पर चिल्लाते हुए कहा-
‘हम लोगों ने भाग-भागकर अपनी जान बचाई है 50 से 100 लोग पत्थरबाजी कर रहे थे, वो लोग हमारे घरों में घुस गए थे’ इसके आगे महिला ने कहा- ‘इन्होंने ही आग लगाई है, मां-बेटा ने। क्या बोला था मां सोनिया ने, आर या पार?’
अब ज़रा उन तीन पत्रकारों के एजेंसी, एसोसिएटेड प्रेस के सीईओ के बयान पर गौर कीजिए। सीईओ गरी प्रूट्ट के अनुसार- ‘’यह इस टीम के कारण ही संभव था कि विश्व को कश्मीर जैसे स्वतंत्र क्षेत्र के दमन के बारे में पता चला।‘’ क्या इस विचारधारा को समर्थन राहुल गांधी के लिए कोई अनूठी उपलब्धि है?
इसके अलावा सर्जिकल स्ट्राइक को खून की दलाली कहकर संबोधित करना हो, राफेल डील पर पीएम से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक को कठघरे में खड़ा करना हो, या फिर जैश ए मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर को मसूद अजहर जी बुलाना हो, आप बस बोलते जाइए और राहुल गांधी ने वह सब किया है, जो देश विरोध में गिना जाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो राहुल गांधी का हाथ अक्सर राष्ट्रद्रोहियों के ऊपर रहा है।