भारत और चीन के बीच हुई हिंसा और 20 सैनिकों के शहीद होने के बाद अब भारत ने एक्शन लेते हुए तैयारी शुरू कर दिया है। सेना, नौसेना और एयर फोर्स के साथ-साथ CDS को भी अलर्ट मोड में डाल दिया गया है। जिस तरह से चीन ने कायरतापूर्ण हरकत की है, ऐसा लगता है अब सरकार ने चीन को मुंह तोड़ जवाब देने के लिए तैयारी शुरू कर दी है।
Fighters, warships moved to forward bases after bloodiest day in Ladakh.
"The Navy has also been given the go-ahead to deploy its assets near the Malacca Strait and, if needed, anywhere else in the Indo-Pacific to counter Chinese action." https://t.co/TbHl27OzS0
— Sanbeer Singh Ranhotra (@SSanbeer) June 17, 2020
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार सरकार ने सेना बार्डर को खुली छूट दे दी है और साथ में आपात युद्ध स्टॉक बढ़ाने के लिए पूरे अधिकार दे दिए हैं। हिमाचल से लेकर उत्तराखंड, सिक्किम, अरुणाचल में सेना को भी पूरी तरह तैयार कर दिया गया है। उत्तरी, पश्चिमी और पूर्वी भारत के हर एयरबेस को हर आपातस्थिति के लिए तैयार रहने का आदेश दिया गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत को तीनों सर्विस (थल, वायु और नौसेना) के साथ समन्वय कर उनकी सभी आवश्यकताओं की जानकारी के साथ आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार भारत अभी भी चीन के साथ इस विवाद को बातचीत के जरीये सुलझाना चाहता है लेकिन चीन द्वारा मामले को पूरी तरह से deescalate करने की शर्त पर। हालांकि, चीन ने जिस तरह से इस बार धोखा देते हुए भारत की पीठ पर वार किया उसके बाद से अब भारत सरकार चीन को कोई भी मौका नहीं देना चाहती।
India has given powers to armed forces to make emergency procurements to stock up its war reserves in the wake of escalating conflict with China along the Line of Actual Control. Fighters, warships moved to forward bases after bloodiest day in Ladakh. 👇 https://t.co/H2uCEX8Zsg
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) June 17, 2020
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि सेना के साथ-साथ नौसेना को हिन्द महासागर क्षेत्र के साथ साथ मलक्का strait में भी अपने assets की तैनाती के निर्देश दिये गए हैं। इसके अलावा पूरे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भी डिप्लॉयमेंट के निर्देश दे दिए गए हैं। इसके अलावा एयरफोर्स को भी हाइ अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि Fighter Jets को भी देश के उत्तरी बेस पर अपनी चहल कदमी बढ़ाने के निर्देश दिये गए हैं।
China suffered 43 casualties in violent face-off in Galwan Valley, reveal Indian intercepts
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— ANI Digital (@ani_digital) June 16, 2020
बता दें कि लद्दाख क्षेत्र के गलवान घाटी में हुई भारत-चीन झड़प में चीन के 40 से ज्यादा सैनिक मारे गए हैं, जिनमें यूनिट का कमांडिंग अफसर भी शामिल है। यह अफसर उसी चीनी यूनिट का था, जिसने भारतीय जवानों के साथ हिंसक झड़प की। वहीं भारत के भी एक कर्नल सहित 20 सैनिकों शहीद हुए हैं। हैरानी की बात तो यह है कि इस झड़प की खबर भारत की मीडिया में पहले आई थी न कि चीन में। अब भारत ने चीन को सबक सिखाने के लिए अपनी कमर कस ली है, चीन को उत्तरी क्षेत्र के साथ-साथ हिन्द महासागर और strait of Malacca में भी घेर रहा है। ऐसे में अगर चीन ने एक भी कदम बढ़ाया तो वह उसके लिए घातक साबित होगा।