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सलमान खान – बॉलीवुड का वो बैड ब्वॉय जिसे जनता को पूजना बंद करना चाहिए 

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
22 June 2020
in चलचित्र
सलमान खान – बॉलीवुड का वो बैड ब्वॉय जिसे जनता को पूजना बंद करना चाहिए 
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सुशांत सिंह राजपूत की असामयिक मृत्यु के बाद से ही बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद और सलमान खान, करण जौहर जैसे बॉलीवुड माफिया के विरुद्ध सुशांत के प्रशंसकों सहित कई सिनेमा प्रेमियों ने मोर्चा खोल दिया है। इसी परिप्रेक्ष्य में निर्देशक अभिनव सिंह कश्यप ने भी सलमान खान और उनके परिवार के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। सलमान खान के परिवार पर अपने करियर को बर्बाद करवाने का आरोप लगाने वाले अभिनव ने बीइंग ह्यूमन की पोल खोलते हुए बताया कि कैसे इसके जारिए खान परिवार अपनी इमेज बिल्डिंग पर काम करता है, जबकि वास्तव में ये प्रोग्राम एक मनी लॉन्ड्रिंग स्कीम से अधिक कुछ भी नहीं है, जहां 500 की टी शर्ट 5000 में बेची जाती है।

हालांकि, अभिनव ने तो बस एक और ऐसी बात बताई है, जिसे जानते तो सब हैं पर बोलने का साहस बहुत कम लोगों में है। वास्तव में, सलमान खान बॉलीवुड के ऐसे बैड ब्वॉय हैं, जिसे जनता को अब पूजना बंद कर देना चाहिए। सुशांत सिंह राजपूत और अभिनव सिंह कश्यप के साथ जो हुआ, वो तो मात्र ट्रेलर है असल में सलमान खान का आधा करियर ही ऐसे विवादों से भरा पड़ा है, जिसके बारे में जितना बोलें, उतना कम पड़ेगा।

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राहुल गांधी का ह्यूस्टन इवेंट आयोजित करने वाली संस्था CAIR अमेरिका में आतंकी संगठन घोषित, हिंदू घृणा फैलाने वाली संस्था के अलकायदा, हमास जैसे आतंकी संगठनों से मिले रिश्ते

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सलमान खान से जुड़े विवादों की शुरुआत होती है 1998 से, जब वे सूरज बड़जात्या की फिल्म ‘हम साथ-साथ हैं’ की शूटिंग के लिए राजस्थान में थे। अपने फ़िल्म की एक्टिंग क्रू के कुछ सदस्यों के साथ जोधपुर के पास कंकणी ग्राम में शिकार पर निकले सलमान खान ने एक काले हिरण का शिकार किया था, जो उस क्षेत्र में प्रतिबंधित था। इसके बाद बिश्नोई समाज  जो काले हिरण की पूजा करते हैं, उन्होंने सलमान खान के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था। सलमान खान को इस अपराध के लिए हिरासत में लिया गया, और कई वर्षों तक चले मुकदमे के पश्चात उन्हें सज़ा भी मिली। शायद इसी केस से सलमान खान की बैड ब्वॉय वाली छवि सामने आई थी। वे किसी से भी हाथापाई कर लेते थे, चाहे वो व्यक्ति कद और व्यक्तित्व में उनसे कितना बड़ा ही क्यों न हो। किसी बात पर अनबन को लेकर एक बार जनाब ने सुभाष घई को चांटा भी मार दिया था। हालांकि, बाद में इसके लिए सलमान ने माफी भी मांगी थी। पर इसके बाद भी विवादों ने उनका साथ नहीं छोड़ा।

फिर आई 2002 की वह काली रात, जब सलमान खान ने मुंबई में एक बेकरी के सामने फुटपाथ पर सो रहे कुछ राहगीरों पर अपनी गाड़ी चढ़ा दी, जिसके कारण उनमें से एक की वहीं मृत्यु हो गई थी। कहा जाता है कि सलमान खान काफी तेज़ स्पीड से अपनी टोयोटा क्रूज़र को चला रहे थे, और वे शराब के नशे में भी धुत थे। जांच पड़ताल में अधिकांश गवाह या तो मुकर गए या फिर गायब हो गए, पर सलमान के साथ उस समय गाड़ी में सवार उनके तत्कालीन बॉडीगार्ड रवीन्द्र पाटिल अपनी बात पर अड़े रहे कि गाड़ी कोई और नहीं, बल्कि सलमान खान खुद चला रहे थे। इसके कारण रवीन्द्र को न केवल मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया, बल्कि उनपर झूठे आरोप लगाकर उन्हें जेल में बंद कर दिया गया। अंत में क्षय रोग यानि टीबी के शिकार के कारण 2007 में रवीन्द्र पाटिल की मौत हो गई। इस एक कॉमिक स्ट्रिप से आप अच्छी तरह समझ सकते हैं कि सच का साथ देने की क्या कीमत रवीन्द्र पाटिल को चुकानी पड़ी थी।

पर सलमान खान के साथ विवादों का नाता मानो कभी छूटा ही नहीं था। 2002 के हिट एंड रन केस के ठीक एक वर्ष बाद ही मीडिया में तब खलबली मच गई, जब मशहूर अभिनेत्री एश्वर्या राय द्वारा सलमान खान पर मानसिक प्रताड़ना और हाथापाई के आरोप सामने आए। यूं तो सलमान खान पर महिलाओं के साथ बदतमीजी और हाथापाई की चर्चा इससे पहले भी होती रही थी, पर ये पहली बार था जब किसी महिला ने प्रत्यक्ष रूप से इस बात को सार्वजनिक तौर पर स्वीकारा हो। एश्वर्या राय के समर्थन में तब नए नए इंडस्ट्री में आए अभिनेता विवेक ओबेरॉय भी कूद पड़े, जिसके बाद उनका इंडस्ट्री में रहना सलमान खान ने मुश्किल कर दिया था, और सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने के बाद भी सलमान के कारण विवेक ओबेरॉय का करियर रसातल में जाता गया।

अब इतने विवादों के बाद भी सलमान खान इतने लोकप्रिय क्यों है? इसका जवाब मिलेगा आपको 2009 के वर्ष में। उस समय एक के बाद एक फ्लॉप के कारण सलमान का करियर ढलान पर था, और उनकी छवि पर सवास उठने लगे थे। तब उन्होंने ध्यान दिया अपनी इमेज बिल्डिंग पर, जिसके लिए उन्होंने बीइंग ह्यूमन नामक एनजीओ की शुरुआत की। इसके साथ ही सलमान ने उन फिल्मों पर ही फोकस किया, जो उनके लोयल फ़ैन बेस को पसंद आए, और ‘वांटेड’ के बाद से सलमान ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

पर इतनी इमेज बिल्डिंग भी सलमान के किसी काम नहीं आई, क्योंकि विवाद उनके साथ दीमक की भांति चिपके जो रहे। वर्ष था 2014, जब एक अवार्ड शो में गायक अरिजीत सिंह ने सलमान के किसी बात पर व्यंग्यात्मक लहजे में जवाब दिया था तब अरिजीत को भी सलमान की नाराजगी का शिकार होना पड़ा। अरिजीत ने तब मज़ाक किया था, पर सलमान खान न सिर्फ उस बात से आहत हुए, अपितु उन्होंने अरिजीत को बर्बाद करने की ठान ली। फलस्वरूप, पहले तो अरिजीत के हाथ से सुल्तान का ‘जग घूमेया’ सहित कुछ गाने छीने गए, और उसके पश्चात  अरिजीत को म्यूज़िक इंडस्ट्री से दूर रखने की भी कोशिश की गई। पर शायद अरिजीत की प्रतिभा की पूरी दुनिया कायल थी, या यूं कहें अरिजीत स्वभाव से बहुत जुझारू थे, इसीलिए उनके करियर पर वैसा फर्क नहीं पड़ा जैसा विवेक ओबेरॉय के साथ हुआ था।

इसी भांति सुशांत सिंह राजपूत को भी आत्महत्या के पीछे सलमान खान को भी कारण बताया जा रहा है। मुंबई लाइव और फिल्मफेयर की रिपोर्ट्स के अनुसार 2015 में किसी बात को लेकर एक पार्टी में सुशांत और सूरज पांचोली में बहस हो गई थी। इस बहस के कारण जब दोनों में हाथापाई की नौबत आई, तो सलमान ने सूरज का पक्ष लेते हुए सुशांत को हड़का दिया था। जिया खान की मौत का जिम्मेदार इस सूरज पंचोली को माना जाता है जिसके खिलाफ जिया ने सुसाइड नोट  लिखा था। सूरज पंचोली पर सलमान खान हमेशा मेहरबान रहे। यहाँ तक कि बॉलीवुड इंडस्ट्री में फिल्में दिलाने में भी मदद की है। इसके साथ ही  सलमान खान एक और बायोपिक फिल्म ‘हवा सिंह’ बना रहे हैं जिसमें सूरज पंचोली को मुख्य भूमिका में एक बार फिर से परदे पर उतारेंगे। चूँकि सुशांत सिंह राजपूत ने सलमान के ‘पसंदीदा’ सूरज पंचोली के साथ नोकझोंक की इसलिए सलमान के प्रभाव के कारण बॉलीवुड में सुशांत को सामाजिक तौर पर बॉयकोट करना शुरू कर दिया गया था। कहा जाता है कि इसी कारण से सुशांत के साथ अन्य प्रोड्यूसर भी सक्रिय रूप से प्रोजेक्ट करने में आनाकानी करते थे।

आज इतने विवादों में होने के कारण भी सलमान खान हमेशा अपने फैन्स की नजरों में हीरो बने रहे, कारण  ‘बीइंग ह्यूमन’ के रूप में उनका पीआर था जिसके सेल्स का एक हिस्सा गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए खर्च करने की बात कही गई थी। इस तरह से कई लोगों का करियर तबाह करने वाले सलमान खान को लोगों की सहानुभूति मिलती रही और सराहना भी।

ऐसे ये कहना गलत नहीं होगा कि सलमान खान एक ऐसे बैड ब्वॉय हैं, जिसकी ज़रूरत से ज़्यादा महिमामंडन किया गया है, ठीक वैसे ही जैसे किसी समय संजय दत्त जैसे अभिनेता का किया गया था। जिस प्रकार से वो बॉलीवुड में अपनी दादागिरी चलाते हैं, उसके लिए किसी भी प्रकार की निंदा कम पड़ेगी, और इसके लिए कहीं न कहीं बॉलीवुड के अलावा हमारी जनता भी जिम्मेदार है, क्योंकि यदि हमने सलमान को इतना सिर पर न चढ़ाया होता, तो आज सलमान का कद बॉलीवुड में इतना कभी नहीं होता। अब जनता को ऐसे एक्टर को पूजना बंद कर देना चाहिए।

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