कांग्रेस का विवादों के साथ चोली दामन का साथ रहा है। अभी पिछले कुछ हफ्तों से राजीव गांधी फाउंडेशन से संबंधित कई खुलासे सामने आए हैं, जिससे ये पता चला है कि कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रायोजित यह एनजीओ किस प्रकार से भारत विरोधी तत्वों, विशेषकर चीनी प्रशासन को बढ़ावा देकर उनसे डोनेशन लेता था। अब ये सामने आया कि इस्लामी कट्टरपंथी और आतंक समर्थक ज़ाकिर नाइक ने भी राजीव गांधी फाउंडेशन को करीब 50 लाख रुपये का दान दिया था।
रिपब्लिक और टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट्स के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी ने अपने जांच में खुलासा किया है कि ज़ाकिर नाईक ने राजीव गांधी फ़ाउंडेशन संभालने वाले राजीव गांधी ट्रस्ट को अपने संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन की ओर से 2011 में 50 लाख रुपये का दान दिया था। जब ज़ाकिर नाइक एनआईए की कारवाई के डर से देश छोड़कर भागा था, तब टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट के अनुसार राजीव गांधी फाउंडेशन ने उक्त डोनेशन को लौटा दिया था।
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब राजीव गांधी फाउंडेशन को किसी भारत विरोधी तत्व अथवा संस्था से अपार धनराशि मिली हो। जब गलवान घाटी पर चीन ने हमला किया था, तो ईडी की जांच पड़ताल में ये सामने आया था कि चीनी सरकार ने कई संगठनों के माध्यम से 2008 – 2014 के बीच में कांग्रेस समर्थित एनजीओ को करोड़ों में दान दिया था।
इतना ही नहीं, पिछले महीने टाइम्स नाउ के ही एक रिपोर्ट के अनुसार 2014 – 15 के बीच राजीव गांधी फाउंडेशन को Naviraj Estates Private Limited ने काफी डोनेशन दिये थे। दिलचस्प बात यह है कि इस Naviraj कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में मेहुल चोकसी भी शामिल हैं, और राजीव गांधी फाउंडेशन ने ये भी नहीं बताया है कि उक्त कंपनी ने कितनी धनराशि राजीव गांधी फाउंडेशन दान में दी थी। ये वही मेहुल चोकसी है, जिसने अपने भांजे और हीरा व्यापारी नीरव मोदी के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक को लगभग 14000 करोड़ रुपये का चूना लगाया था, और जिसके पीछे आज भी काँग्रेस मोदी सरकार को दिन रात कोसती रहती है।
इसके अलावा आउटलुक की रिपोर्ट के अनुसार यूपीए के समय कई पीएसयू ने राजीव गांधी फाउंडेशन में भर-भर के निवेश किया है। ये निवेश तब तक किए गए जब तक यूपीए सत्ता में रही थी। रिपोर्ट के एक अंश के अनुसार, “राजीव गांधी की 2005 – 2006 के वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार जिन पीएसयू ने फाउंडेशन को दान दिया था,वे हैं GAIL, ऑइल इंडिया, ओएनजीसी, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया एवं स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड”।
यूं तो ज़ाकिर नाइक किसी परिचय का मोहताज नहीं है, परंतु जिसे नहीं पता है, उन्हें बता दें कि वो विवादित टीवी चैनल पीस टीवी का संस्थापक और एक कट्टरपंथी इस्लामी प्रचारक है, जिसने समय समय पर आतंकियों को भड़काने और आतंकियों के कुकृत्यों का समर्थन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। बॉलीवुड तो बॉलीवुड, तत्कालीन केंद्र सरकार [UPA] ने भी उसके विषैले विचारों को मंच प्रदान में कोई कसर नहीं छोड़ी है। इसके अलावा यह भी पता चला है कि दिल्ली में फरवरी के अंत में दंगा भड़काने में ज़ाकिर नाइक का भी बहुत बड़ा हाथ था। ऐसे में ज़ाकिर द्वारा राजीव गांधी फाउंडेशन को डोनेशन देना कोई हैरानी की बात नहीं है। अब देखना यह होगा कि काँग्रेस किस तरह इस खुलासे पर अपना मत रखती है।