TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    बंग्लादेश हिंदु पर अत्याचार

    सुवेंदु अधिकारी ने ममता को कहा “ममता खाला”, बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार को लेकर दिया तीखा बयान

    निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 400 से ज्यादा घरों को ध्वस्त कर दिया है

    कर्नाटक में बुलडोजर राजनीति तेज: बेंगलुरु में 400+ घर टूटे, मुस्लिम परिवारों का मुद्दा गरमाया

    जनरल आसिम मुनीर एक बार फिर गंभीर विवादों में फंस गए

    बुलेटप्रूफ जैकेट में दिखे फील्ड मार्शल आसिम मुनीर, वायरल तस्वीर ने पाकिस्तान की फौजी ताकत के दावों पर खड़े किए सवाल

    ऑटो-दा-फे” नामक सार्वजनिक हत्याओं के आयोजन किए जाते थे

    गोवा इन्क्विज़िशन: पुर्तगाली शासन में हिंदुओं पर हुआ अमानवीय अत्याचार

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    30 वर्षीय भारतीय मूल की महिला हिमांशी खुराना की भी हत्या

    टोरंटो कैंपस के पास 20 वर्षीय भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या, आरोपी की तलाश में पुलिस

    कट्टर इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील

    नाइजीरिया में ISIS आतंकियों पर अमेरिकी हमला, कट्टर इस्लामी आतंकवाद के ख़िलाफ़ ट्रंप सख़्त

    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या

    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या, पार्टनर अब्दुल गफूर फरार

    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    औरंगज़ेब ने जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवार मे ज़िंदा चुनवाने का आदेश दिया था

    वीर बाल दिवस: क्रिसमस-नववर्ष का जश्न तो ठीक है लेकिन वीर साहिबजादों का बलिदान भी स्मरण रहे

    गुरु गोबिंद सिंह जी ने मुगल शासक औरंगज़ेब की अधीनता स्वीकार करने से इंकार कर दिया

    वीर बाल दिवस: उत्सवों के बीच साहिबज़ादों के अमर बलिदान को नमन

    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    बंग्लादेश हिंदु पर अत्याचार

    सुवेंदु अधिकारी ने ममता को कहा “ममता खाला”, बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार को लेकर दिया तीखा बयान

    निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 400 से ज्यादा घरों को ध्वस्त कर दिया है

    कर्नाटक में बुलडोजर राजनीति तेज: बेंगलुरु में 400+ घर टूटे, मुस्लिम परिवारों का मुद्दा गरमाया

    जनरल आसिम मुनीर एक बार फिर गंभीर विवादों में फंस गए

    बुलेटप्रूफ जैकेट में दिखे फील्ड मार्शल आसिम मुनीर, वायरल तस्वीर ने पाकिस्तान की फौजी ताकत के दावों पर खड़े किए सवाल

    ऑटो-दा-फे” नामक सार्वजनिक हत्याओं के आयोजन किए जाते थे

    गोवा इन्क्विज़िशन: पुर्तगाली शासन में हिंदुओं पर हुआ अमानवीय अत्याचार

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    30 वर्षीय भारतीय मूल की महिला हिमांशी खुराना की भी हत्या

    टोरंटो कैंपस के पास 20 वर्षीय भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या, आरोपी की तलाश में पुलिस

    कट्टर इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील

    नाइजीरिया में ISIS आतंकियों पर अमेरिकी हमला, कट्टर इस्लामी आतंकवाद के ख़िलाफ़ ट्रंप सख़्त

    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या

    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या, पार्टनर अब्दुल गफूर फरार

    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    औरंगज़ेब ने जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवार मे ज़िंदा चुनवाने का आदेश दिया था

    वीर बाल दिवस: क्रिसमस-नववर्ष का जश्न तो ठीक है लेकिन वीर साहिबजादों का बलिदान भी स्मरण रहे

    गुरु गोबिंद सिंह जी ने मुगल शासक औरंगज़ेब की अधीनता स्वीकार करने से इंकार कर दिया

    वीर बाल दिवस: उत्सवों के बीच साहिबज़ादों के अमर बलिदान को नमन

    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

‘जापान आएं और नौकरी करें’,महामारी के बाद अर्थव्यवस्था को Boost कर चीन से अपनी जगह छीनेगा जापान

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
30 July 2020
in एशिया पैसिफिक
Japan
Share on FacebookShare on X

उगते हुए सूर्य का देश कहा जाने वाला जापान एक समय में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था, लेकिन फिर मंदी और चीन के उदय से जापान इस रेस में पीछे छूट गया था। अब फिर से यह द्वीपीय देश आर्थिक महाशक्ति के रूप में पुनः स्थापित होने की दिशा में बड़े पैमाने पर कदम उठाना शुरू कर चुका है। कई वर्षों की तक दूसरे देशों की छत्रछाया में विकास करने के बाद अब फिर से जापान में राष्ट्रवादी भावना का पुनरुत्थान हो रहा है और पिछले तीन दशकों में जो कुछ खो चुका है उसे पुनः प्राप्त करने की चाह बढ़ रही है। यह कहना गलत नहीं होगा कि कोरोना के बाद दुनिया एक नए Japan को देखेगी, जब जापान दुनिया के लिए खुलेगा जिससे उसकी अर्थव्यवस्था को एक बूस्ट मिलेगा।

दरअसल, जापान पारंपरिक रूप से एक अंतर्मुखी देश है जहां अप्रवासियों का स्वागत नहीं किया जाता, लेकिन अब जापान कुछ बड़े नीतिगत बदलावों की ओर बढ़ रहा है। 1990 के दशक तक, Japan दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया था और एक समय में अमेरिका से भी आगे निकलने की राह पकड़ चुका था। लेकिन फिर मंदी का दौर आया और जापान को अपनी जगह चीन के हाथों गंवानी पड़ी। सिर्फ मंदी ही नहीं, बल्कि जापान का उम्रदराज कार्यबल ने भी उसे पीछे किया। अब जापान इस समस्या को हल करने के लिए और आप्रवासियों को लाना चाहता है जिससे उसके कार्यबल को एक नई ऊर्जा मिले।

संबंधितपोस्ट

सुवेंदु अधिकारी ने ममता को कहा “ममता खाला”, बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार को लेकर दिया तीखा बयान

कर्नाटक में बुलडोजर राजनीति तेज: बेंगलुरु में 400+ घर टूटे, मुस्लिम परिवारों का मुद्दा गरमाया

दुनियाभर में ‘धुरंधर’ का जलवा, 2025 की पहली 1000 करोड़ कमाने वाली फिल्म

और लोड करें

सिर्फ वित्तीय संकट जापान के लिए एकमात्र मुद्दा नहीं है, बल्कि राजनीतिक अस्थिरता ने भी Japan की गिरती अर्थव्यवस्था में योगदान दिया था। 1989 और 2012 के बीच जापान पर 17 अलग-अलग प्रधानमंत्रियों ने शासन किया था। अब एक बार फिर से Japan को शिंजो आबे के रूप में एक बेहतरीन प्रधानमंत्री मिला है जिन्होंने राजनीतिक स्थिरता कायम की है, और चीन को चुनौती देने के लिए जापान में राष्ट्रवादी महत्वाकांक्षा का संचार किया है।

इसमें कोई शक नहीं है कि शिंजो आबे जापानी संविधान के शांतिवादी प्रावधानों को भी कम करने का इरादा रखते हैं और संशोधन के पक्ष में हैं। हालांकि, सिर्फ शांतिवादी प्रावधानों को हटा कर ही चीन के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं किया जा सकता है। इसीलिए चीन को टक्कर देने के लिए Japan को अपनी खोई हुई आर्थिक प्रगति को पुनः प्राप्त करना होगा, जिसके लिए उसे श्रम की कमी के मुद्दों का समाधान ढूँढना होगा।

जापान को अब यह महसूस हो रहा है कि चीन के साथ प्रतिस्पर्धा के लिए,उसे विश्व के लिए अपने द्वार खोलने ही होंगे। Japan पृथ्वी का सबसे उम्रदराज समाज है जहां की औसत आयु 46 वर्ष है तथा लगभग एक तिहाई जनसंख्या 60 वर्ष से अधिक आयु की है।

2060 तक, जापान की जनसंख्या वर्तमान 126 मिलियन से 87 मिलियन तक घट जाएगी, जिसका अर्थ है Japan में बूढ़े लोगों की संख्या और बढ़ेगी और कार्यबल की संख्या कम ही रहेगी।

इस समस्या से निपटने के लिए शिंजों अबे ने पिछले साल पहला बड़ा कदम उठाया था। अप्रैल 2019 में, जपान ने Immigration Control and Refugee Recognition Act में संशोधन करते हुए low-skilled विदेशी श्रमिकों के लिए अपने दरवाजे खोले।

अब जापानी समाज के भीतर भी आप्रवासियों की भूमिका को अधिक से अधिक स्वीकृति मिल रही है। आज, Japan में 3 मिलियन प्रवासी हैं और यह संख्या 1990 से तीन गुना हो चुकी है। इसके अलावा, अप्रैल 2019 में उठाए गए कदम से 2019 से शुरू होने वाली पांच साल की अवधि में 3,45,000 से अधिक आप्रवासी श्रमिकों के आने की संभावना है।

अप्रवासी श्रमिकों को लाने के लिए शिंजो आबे के कदम को जापान के भीतर समर्थन मिला। Japan के लोग समझते हैं कि यह एक immigration policy है जो जनसांख्यिकी और घटते कार्यबल के मुद्दों को संबोधित करेगी।

जापान स्वयं एक अंतर्मुखी समाज है, लेकिन वहाँ के लोग आप्रवासी विरोधी नहीं है। टोक्यो में Keio University के एक समाजशास्त्री और इतिहासकार Eiji Oguma, का कहना है कि “यह समझना महत्वपूर्ण है कि आबे की सरकार ने जापानी समाज को बदलने के लिए नहीं, बल्कि जापानी समाज को बनाए रखने के लिए इन सुधारों की शुरुआत की।”

जापानी व्यवसाय भी इस तरह के सुधारों पर जोर दे रहे हैं, क्योंकि उन्हें भी मुश्किल समय का सामना करना पड़ता हैं जब नौकरियों की संख्या नौकरी चाहने वालों से अधिक होती है।

1990 के दशक से जारी लंबे समय से आर्थिक संकट ने शिंजो आबे को immigration में सुधारों के लिए मजबूर किया। अब फिर से COVID-19 के कारण जापानी अर्थव्यवस्था मंदी में गिर चुकी है। ऐसी स्थिति में जापान के पास एक ही विकल्प है और वह है कठोर और अभूतपूर्व सुधारों को लाया जाए जो जापानी अर्थव्यवस्था को उठा सके।

आबे कि सरकार जापानी निर्माताओं को चीन से उत्पादन को Japan में स्थानांतरित करने में मदद करने के लिए यूएस $ 2.2 बिलियन की योजना से इसकी शुरुआत भी कर चुकी है।  इससे जापान ने वास्तव में 87 कंपनियों को चीन छोड़ने में मदद की है।

लंबे समय से जापान चीन पर अपनी निर्भरता में कमी लाना चाहता था, और अमेरिका के बाद सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति के रूप में अपनी स्थिति को पुनः प्राप्त करना चाहता था। अब यह करने का अवसर है।

जापान पहले से ही श्रम की कमी से जूझ रहा है। Japan के अंदर अधिक जापानी कंपनियों का मतलब होगा अधिक विनिर्माण सुविधाएं और जापान के भीतर अधिक नौकरियां।

जापान को ऐसे लोगों की आवश्यकता है जो ऐसी नौकरियां कर सके लेकिन वहाँ पर्याप्त कार्यबल नहीं है। इन अतिरिक्त नौकरियों को लेने के लिए भारत और हांगकांग सहित अन्य एशियाई देशों के प्रवासियों की जरूरत है। इन प्रवासियों के बल पर ही जापान में कंपनियाँ समृद्ध हो पाएँगी जिससे जापान की अर्थव्यवस्था एक बार फिर से चरम पर पहुंच जाएगी।

कोरोना महामारी के बाद जापान इसी समस्या से निपटने के लिए दुनिया को गले लगाएगा, तथा यह दुनिया भर से प्रतिभाओं और श्रमिकों को अपने देश  मेंआमंत्रित करेगा। इस कदम से Japan के एक विशाल आर्थिक कार्यबल के रूप में पुनर्जन्म होगा।

शेयर117ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

भारत सरकार कहीं बेदखल न कर दे, इस डर से PUBG ने अपने User Privacy Policy में किया बड़ा बदलाव

अगली पोस्ट

चीन को ठिकाने लगाने के लिए अमेरिका-रूस साथ आना चाहते हैं, लेकिन मर्कल का जर्मनी ऐसा कभी नहीं चाहता

संबंधित पोस्ट

भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा
अर्थव्यवस्था

भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

23 October 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आसियान शिखर सम्मेलन में वर्चुअल रूप से शामिल होने का निर्णय केवल एक ‘प्रोटोकॉल अपडेट’ नहीं, बल्कि बदलते भारत की कूटनीतिक...

गाजा में शांति, पर पाकिस्तान में जिहाद की आग: TLP ने लाहौर को किया लहूलुहान
एशिया पैसिफिक

गाजा में शांति, पर पाकिस्तान में जिहाद की आग: TLP ने लाहौर को किया लहूलुहान

13 October 2025

गाजा की धरती पर जब बमों की आवाज़ थमी, जब वर्षों बाद वहां की हवा में पहली बार राहत की सांस घुली, तब पाकिस्तान की...

बगराम पर बनता नया समीकरण: अमेरिका के खिलाफ भारत की कूटनीतिक हुंकार
AMERIKA

मोदी सरकार ने बगराम पर अमेरिका-पाकिस्तान दोनों को चित करने की पूरी प्लानिंग कर ली है , लेकिन कैसे?

10 October 2025

अफगानिस्तान के बगराम एयरबेस को लेकर छिड़ी कूटनीतिक जंग में भारत अब निर्णायक भूमिका निभा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मंशा है कि...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited