बचपन में हमें अक्सर बताया गया है कि जो संकट के समय काम आए, वही सच्चा मित्र कहलाता है। ये बात फ्रांस के परिप्रेक्ष्य में एकदम शत प्रतिशत सटीक बैठती है। अभी भारत को राफेल फ़ाइटर जेट्स की दूसरी खेप भेजने के बाद अब फ्रांस ने घोषणा की है कि वह भारत को 120 वेंटिलेटर्स और 50,000 फ्रांसीसी टेस्ट किट्स की सहायता देगा, जिसके लिए विशेष रूप से एक फ्रांसीसी एयर फोर्स विमान को काम पर लगाया गया है।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार फ्रांस भारत को एक विशेष विमान के जरिये 120 वेंटिलेटर्स और 50,000 टेस्ट किट्स उपलब्ध कराएगा। परंतु बात यहीं पर नहीं रुकती। इससे पहले 24 जुलाई को फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भारत के पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा था, “जब फ्रांस इस महामारी के सबसे भीषण दौर से गुज़र रहा था, तो ये भारत ही था, जिसने निस्स्वार्थ भाव से सहायता की, विशेषकर सही समय पर दवाइयाँ पहुंचा कर”।
French President wrote to PM Modi on 24th July; In he letter he announced "package" for India to fight #Covid crisis. As part of it, French Air Force A330 aircraft will land today with ventilators, test & serological kits.
Excerpts of the letter: pic.twitter.com/eT1U77ZG2N
— Sidhant Sibal (@sidhant) July 27, 2020
अब इस मेडिकल पैकेज में 50 ओसिरिस 3 वेंटिलेटर, जिन्हें कहीं भी ले जाया जा सकता है, और 70 यूवेल 830 वेंटिलेटर्स भी दिये गए हैं, जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में इन्स्टाल किया जाएगा। इसके अलावा फ्रांस भारत को 50,000 उच्च क्वालिटी के टेस्ट किट्स भी दे रहा है, जिसके बारे में बताते हुए फ्रांसीसी प्रवक्ता ने बताया, “एक विशेष मिशन को भी डिस्पैच किया गया, जो अस्पतालों में मरीजों के त्वरित हस्तांतरण के लिए आवश्यक उपकरण और तकनीक से भारत की सहायता भी करेगा”।
इससे पहले भारत ने जब Hydroxychloroquine एक्सपोर्ट करना शुरू किया था, तो फ्रांस सहित यूरोप के 20 देशों को काफी भारी मात्रा में HCQ अन्य जीवन रक्षक दवाएं भेजकर भारत ने बहुत सहायता भी की। इससे बढ़िया संयोग क्या होगा कि जिस समय फ्रांस अपने अत्याधुनिक राफेल फ़ाइटर जेट्स की दूसरी खेप भारत को भेज रहा हो, उसी समय वह भारत की अतिरिक्त सहायता करते हुए स्वास्थ्य सप्लाई भी भेजेगा।
जब चीन ने गलवान घाटी में भारत पर हमला बोला था, तब भी फ्रांस ने न केवल चीन के कुकृत्यों की निंदा की, बल्कि भारत को हर प्रकार से सहायता देने का भी प्रस्ताव रखा। मंत्री फ्लोरेंस पार्ली (Florence Parly ) ने राजनाथ सिंह को पत्र लिखते हुए कहा, “ये सैनिकों, उनके परिवारों और देश के लिए बहुत बड़ा आघात है। ऐसे संकट की घड़ी में मैं अपने देश की ओर से और पूरी फ्रांस सेना की ओर से इन सैनिकों के परिवारों के प्रति अपनी सांत्वना प्रकट करती हूँ”। इसके अलावा फ्लोरेंस पार्ली ने भारत आने की भी इच्छा जताई है, और ये भी भरोसा दिलाया है कि फ्रांस आवश्यकता पड़ने पर भारत को हरसंभव सहायता करेगा।
भारत की विदेश नीति कितनी सफल रही है, इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इजराइल से लेकर दक्षिण कोरिया, जापान, यहाँ तक कि अमेरिका भी भारत की हरसंभव सहायता करने को तैयार है। जहां फ्रांस और इजराइल ने काफी हद तक इस वायरस को अपने नियंत्रण में कर लिया है, तो वहीं भारत में कुल मामलों में वृद्धि अभी कम नहीं हुई है, और ऐसे में अब फ्रांस ने भारत की सहायता कर एक बार फिर सिद्ध किया है कि वह एक सच्चा मित्र है, जो संकट के समय सदैव भारत का साथ देगा।