किसी भी क्षेत्र में आप इस बात पर ध्यान देते हैं कि इस क्षेत्र के लोगों में अधिक प्रतिभावान और अधिक योग्य कौन है। परंतु भारत में सीन कुछ अलग है। यहाँ पर ये देखना पड़ता है कि बेवकूफ़ों और गधों की भीड़ में सयाना कौन है, और स्टैंड अप कॉमेडी भी इससे अछूता नहीं है। एक समय होता था जब सुरेन्द्र शर्मा जैसे हास्य कवि की ‘चार लाइने’ लोगों को खिलखिलाकर हंसने पर मजबूर कर देती थी, आज कुणाल कामरा और अग्रिमा जोशुआ जैसे प्रोपेगैंडावादियों के कचरे को कुछ महानुभाव कॉमेडी का नाम देना चाहते हैं।
पर अब और नहीं। पिछले कुछ दिनों से अग्रिमा जोशुआ द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज को अपमानित करने वाली वीडियो के वायरल होने के बाद से सोशल मीडिया पर एक लहर सी चल पड़ी है। अपने आप को हास्य कलाकार बताने वाले कई प्रोपेगैंडावादी इसी कारण से अब या तो अपना ट्विटर अकाउंट प्रोटेक्ट कर रहे हैं, या फिर उसे deactivate कर रहे हैं।
उदाहरण के लिए ईस्ट इंडिया कॉमेडी के कलाकारों को ही देख लीजिये। इस ग्रुप के हास्य कलाकार अक्सर सोशल मीडिया पर उल जलूल ट्वीट करते रहे हैं, जिसको कुछ लोग कॉमेडी की संज्ञा देते हैं। कुछ यूजर्स ने इनके शिवाजी महाराज पर अनुचित टिप्पणी करते हुए पुराने ट्वीट ढूंढ निकाले, जिसके कारण ईस्ट इंडिया कॉमेडी के एक सदस्य साहिल शाह को अपने अकाउंट को Protected श्रेणी में डालना पड़ा, जबकि अज़ीम बनातवाला को अपना अकाउंट ही deactivate करना पड़ा। दरअसल, साहिल शाह ने ट्वीट किया था कि शिवाजी की मूर्ति पर पैसा बहाकर सरकार क्या प्राप्त कर लेगी, जबकि अज़ीम ने श्री गणेश की उत्पत्ति पर एक बेहद आपत्तिजनक ट्वीट डाला था।
पर ये तो मात्र प्रारम्भ था। ऐसे कई लोग ट्विटर पर उपलब्ध हैं, जो अपने प्रोफाइल में बड़े गर्व से हास्य कलाकार लिखते हैं, पर वास्तव में वो मुख्य रूप से केवल और केवल हिन्दू धर्म और भारतीय संस्कृति का अपमान करने के लिए होते हैं। एक कथित कॉमेडी कलाकार आलोकेश सिन्हा पर हिन्दू आस्था के प्रतीक हनुमान जी और हनुमान चालीसा का मज़ाक उड़ाने का आरोप लगा था। इसके बाद ऐसे हिन्दू विरोधी कलाकारों को आड़े हाथों लेने के लिए प्रसिद्ध एक्टिविस्ट रमेश सोलंकी ने आलोकेश के विरुद्ध मुकदमा दायर कर दिया था। फलस्वरूप आलोकेश ने तुरंत ट्विटर को अलविदा कहते हुए अपना अकाउंट deactivate कर दिया। रमेश सोलंकी ने वरुण ग्रोवर फेम ग्रुप ‘ऐसी तैसी डेमॉक्रेसी’ के विवादित सदस्य संजय राजौरा के विरुद्ध भी गृह मंत्रालय से कड़ी कार्रवाई की मांग की।
इतना ही नहीं, अपने फूहड़ कॉन्टेंट के लिए विवादों के घेरे में रही पूर्व कॉमेडी ग्रुप एआईबी के सदस्य रोहन जोशी के भी कई हिन्दू विरोधी ट्वीट्स निकाले गए। धुर मोदी विरोधी होने के साथ ही साथ रोहन जोशी ममता बनर्जी और राज ठाकरे के लिए जब सोशल मीडिया पर जनता ने उसे घेरने का प्रयास किया, तो जना अपनी जान को खतरा का हवाला देते हुए और फोन नंबर एवं एड्रेस के लीक होने का बहाना लगा कर ट्विटर से चलते बने।
इसके अलावा नीति पालता नामक प्रोपेगैंडावादी के हिन्दू विरोधी ट्वीट्स भी सामने आए, जिसके कारण उसे सोशल मीडिया पर जनता के क्रोध का सामना करना पड़ा। परंतु यह पहला ऐसा मामले नहीं है। करण जौहर के भावी फिल्म ‘तख़्त’ के कथित स्क्रीन राइटर हुसैन हैदरी ने सीएए के विरोध के नाम पर ट्विटर पर काफी विष उगला था, लेकिन जब जनता ने ट्विटर पर मुंहतोड़ जवाब दिया, तो घेरे जाने के डर से हुसैन ट्विटर छोड़कर चलते बने। सच कहें तो अब जनता ने ईंट का जवाब पत्थर से देना सीख लिया, और जिस तरह से ये कथित हास्य कलाकार मुंह छुपाए फिर रहे हैं।