सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु से जुड़ा विवाद मानो खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। अब सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने आक्रामक रुख अपनाते हुए अभिनेता शेखर सुमन और निर्माता संदीप सिंह पर सुशांत की मौत को अपने निजी फायदे के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
बता दें कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु के बाद से उनके प्रशंसक एवं अन्य सिनेमा प्रेमी काफी गुस्साये हुए हैं। उन्होंने सुशांत की मृत्यु के निष्पक्ष जांच की मांग की थी, और इसी को लोकर सामने आए अभिनेता शेखर सुमन, जिन्होंने सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु की सीबीआई जांच करने की मांग भी की। सुशांत के मित्र और फिल्म निर्माता संदीप सिंह ने भी शेखर सुमन का अनुमोदन करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग भी की। शेखर के अनुसार, “ये सोचना भी अजीब होगा कि सुशांत ऐसा कर सकता है। मैं इसकी सीबीआई जांच की मांग करता हूँ, और आशा करता हूँ कि सुशांत के परिवार को जल्द न्याय मिले”।
तो फिर सुशांत के परिजनों को समस्या किस बात से थी? दरअसल, शेखर सुमन ने सुशांत के मृत्यु की सीबीआई जांच की मांग करने और सुशांत के परिजनों से मिलने के बाद आरजेडी पार्टी के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस। इसपर सुशांत सिंह राजपूत के पिता काफी नाराज़ हुए और उन्होंने उन्होंने शेखर सुमन पर सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।
डीएनए की रिपोर्ट के अनुसार,“सुशांत के परिवार ने कहा है कि शेखर अभिनेता के असामयिक निधन से राजनीतिक लाभ उठा रहे हैं और ऐसा इसलिए कहा गया कि क्योंकि कथित तौर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के तुरंत बाद वह राष्ट्रीय जनता दल (राष्ट्रीय जनता दल) में शामिल होने के लिए बिल्कुल तैयार थे।”
इसके अलावा सुशांत के परिवारजनों के हवाले से डीएनए की रिपोर्ट में कहा गया ह कि, “मुंबई में मामले की जांच की जा रही है। किसी पॉलिटिकल बैनर तले पटना में मीडिया से इस बारे में बात करने का मकसद राजनीतिक लाभ लेना है। सुशांत का परिवार इन सब चीजों की मांग करने में खुद ही सक्षम है और इसलिए हमें किसी भी तरह की राजनीतिक हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है। हमारे परिवार में राजनीति से जुड़े लोग पहले से ही हैं, जो ये सब कर सकते हैं।”
सुशांत के परिवार ने ये भी कहा है कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बारे में किसी को जानकारी नहीं दी गई थी। सुशांत के परिवार ने यह भी बताया कि वह संदीप सिंह के व्यवहार से भी व्यथित हैं, क्योंकि संदीप भी शेखर के साथ आरजेडी के प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए थे। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि शेखर सुमन ने निकृष्टता की सभी सीमाएं पार की है। किसी की मृत्यु को अपने निजी लाभ के लिए उपयोग में लाना हद दर्जे की नीचता नहीं तो और क्या है?
सुशांत सिंह राजपूत की असामयिक मृत्यु के बाद से कई लोगों ने उनकी मृत्यु के लिए बॉलीवुड के एलीट वर्ग को दोषी ठहराया है, जिन्होंने सुशांत का इंडस्ट्री में रहना मुश्किल कर दिया था। लेकिन जिस तरह से शेखर सुमन और संदीप सिंह ने सुशांत की मृत्यु का राजनीतिक रूप से लाभ लेने का प्रयास किया है, वो अपने आप में एक घृणित कदम है, जिसकी जितनी निंदा की जाये, वो कम ही होगी।