UK और EU के बीच में एक Trade Race शुरू हो चुकी है और UK बेलगाम दौड़ता ही जा रहा है

UK और EU की दौड़ में भारत ने UK को चुन लिया है...

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(PC: Freepik)

Brexit के बाद यूनाइटेड किंगडम स्वतंत्र रूप से व्यापारिक समझौते कर पा रहा है जिसके कारण अब United Kingdom और European Union के बीच एक Trade race देखने को मिल रही है। दरअसल, EU से अलग होने के बाद UK बड़े पैमाने पर दूसरे देशों के साथ Trade deals साइन कर रहा है, या फिर वह trade deals को साइन करने के लिए बातचीत कर रहा है। हालांकि, इस दौड़ में EU पिछड़ता दिखाई दे रहा है। UK Brexit क बाद 20 महत्वपूर्ण trade deals पहले ही कर चुका है। इसके अलावा UK भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका जैसे देशों के साथ trade deals पक्का करने के अंतिम दौर में पहुँच चुका है। दूसरी तरफ इन देशों के साथ trade deals करने के मामले में EU दौड़ से बाहर होता दिखाई दे रहा है।

Express News की रिपोर्ट के मुताबिक Brexit के बाद UK 20 से ज़्यादा trade deals पक्की कर चुका है। इन deals में मध्य अमेरिकी, दक्षिण अफ्रीकी, कैरिबियाई देशों के साथ स्विट्ज़रलैंड, दक्षिण कोरिया, नॉर्वे और इजरायल जैसे देश शामिल हैं।

इतना ही नहीं, UK अब अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ भी जल्द से जल्द trade deals को पक्का करना चाहता है। UK के international trade secretary लिज़ ट्रस के बयान के मुताबिक “हम like-minded अर्थव्यवस्थाओं के साथ व्यापक व्यापार समझौते करने के लिए बड़े पैमाने पर बातचीत कर रहे हैं और वार्ताकारों के बीच अब तक हुई बातचीत बेहद सकारात्मक रही है। हमारी बातचीत के बाद हम ऑस्ट्रेलिया के साथ जल्द ही लाभकारी trade deal को घोषित कर सकते हैं”। UK की इस तेज दौड़ के कारण trade deals को पक्का करने के लिए EU पर भी दबाव बनता जा रहा है। UK की तरह ही EU भी ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और जापान के साथ trade deals करने के लिए बातचीत कर रहा है। लेकिन उनका कोई खास फायदा होता दिखाई नहीं देता क्योंकि ये देश पहले ही UK के साथ अपनी बातचीत को अंतिम दौर में ले जा चुके हैं।

उदाहरण के तौर पर FT की एक रिपोर्ट के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया और UK इस साल के अंत तक एक trade deal को घोषित कर सकते हैं। साथ ही Japan Times की एक रिपोर्ट के मुताबिक जापान और UK तो इस महीने एक अंत तक ही एक trade deal को पक्का कर सकते हैं। इसके अलावा UK अमेरिका के साथ भी इस साल के अंत तक trade deal पक्का कर सकता है। दूसरी ओर EU और अमेरिका के खराब होते रिश्तों के बाद शायद ही अमेरिका EU के साथ किसी ट्रेड डील को प्राथमिकता देगा।

EU और UK भारत के साथ भी trade deal पक्का करना चाहते हैं। बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी और EU के प्रतिनिधियों के बीच में एक virtual meet का भी आयोजन हुआ, जहां दोनों ओर से Free trade agreement पर बात हुई, लेकिन माना जा रहा है कि शायद ही इस बातचीत का कोई रिज़ल्ट देखने को मिले। भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में एक बयान देकर कहा था कि भारत की ओर से EU और UK, दोनों की तरफ हाथ बढ़ा दिया गया है। यह अब इन दोनों के ऊपर है कि कौन पहले भारत हा हाथ पकड़े। ऐसे में इस बात के अनुमान ज़्यादा हैं कि भारत भी UK को ही प्राथमिकता दे सकता है।

EU ने वियतनाम और दक्षिण अफ्रीका के साथ बेशक ट्रेड डील्स को पक्का किया है, लेकिन EU और UK के बीच चल रही इस ट्रेड रेस में UK ही जीतता दिखाई दे रहा है। यह ऐसे समय में हो रहा है जब UK खुलकर चीन विरोधी गुट का हिस्सा बनता दिखाई दे रहा है, तो वहीं EU चीन के प्रति नर्म व्यवहार दिखा रहा है। EU चीन के साथ भी जल्द ही बड़ी trade deal को घोषित कर सकता है। कुल मिलाकर Brexit के बाद व्यापार के पैमाने पर UK ने EU को पटखनी दे दी है, और आने वाले समय में UK EU को और बड़े झटके दे सकता है।

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