कभी बातों बातों में कुछ लोगों के व्यवहार को देखकर आपने भी मन ही मन सोचा होगा, “जब ऐसे लोग हो, तो दुश्मनों की क्या ज़रूरत?” जिस समय भारत चीन के सम्पूर्ण आर्थिक बहिष्कार की बात कर रहा है, उस समय में भी कुछ यूट्यूबर्स ऐसे हैं, जो चीनी सामानों को अभी भी प्रोमोट कर रहे हैं।
उदाहरण के लिए ट्राकिन टेक नामक यूट्यूब चैनल पर एक नज़र डाल लीजिये। ये चैनल स्मार्टफोन के फीचर्स और उनके दाम को लेकर विश्लेषणात्मक वीडियो बनाते हैं। यूं तो इस चैनल ने चीनी एप्स के प्रतिबंधित करने के सरकार के निर्णय का समर्थन, पर उसके कुछ ही दिनों बाद इस चैनल ने वन प्लस फोन का विश्लेषण किया। पर जनाब वहीं तक सीमित नहीं थे, उन्होंने रियलमी और वन्प्लस फोन्स का भी विश्लेषण किया और उसे बढ़ावा देने का प्रयास भी किया।
ऐसे कई यूट्यूब चैनल हैं, जिनके लाखों में सब्सक्राइबर हैं, और वे चीनी एप्स के प्रतिबंधित होने का समर्थन करने का दिखावा भी करते हैं, पर फिर कुछ ही दिनों में चीनी फोन्स का प्रचार प्रसार भी करते हुए नजर आते हैं। चाहे टेक ज्ञान हो, या फिर अमित भवानी उर्फ फोनराडार जैसे चैनल, सबके लिए एक ही कहावत चरितार्थ होती है, “बाप बड़ा न भैया, सबसे बड़ा रुपैया”।
बता दें कि चीन ने हाल ही में 15 जून की रात को गलवान घाटी में अवैध कब्जा हटाने गए भारतीय सेना की एक टुकड़ी पर घातक हमला कर दिया था, जिसमें 20 भारतीय सैनिक वीरगति को प्राप्त हो गए। इससे आक्रोशित हो भारतीय जनता ने चीन के सम्पूर्ण बहिष्कार का आवाहन दिया, और चीनी एप्स को प्रतिबंधित करने की मांग की। ऐसे में जनता की मांगों का सम्मान करते हुए केंद्र सरकार ने हाल ही में टिक टॉक और यूसी ब्राउज़र सहित 59 चीनी एप्स पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया।
परंतु, बात शायद हमारे कुछ यूट्यूबर्स को अभी भी समझ में नहीं आई है। तभी वे अब भी चीनी कंपनियों के स्मार्टफोन का खुलेआम समर्थन कर रहे हैं और उसके फीचर्स के बारे में बातचीत कर जनता को यह फोन खरीदने के लिए लुभा भी रहे हैं। कई चैनल अब भी वन प्लस, ओप्पो या फिर वीवो के स्मार्टफोन का न सिर्फ प्रचार कर रहे हैं, बल्कि उसे बढ़ावा भी दे रहे हैं। द न्यूट्री गर्ल, अनबॉक्सिंग इंडिया जैसे कई चैनल हैं, जो अभी भी चीनी स्मार्टफोन का धड़ल्ले से प्रचार करते हुए देखे जा सकते हैं।
जब यूट्यूब बनाम टिक टॉक की लड़ाई जारी थी, और यूट्यूबर कैरी मिनाटी का वीडियो डिलीट हुआ था, तब विरोध स्वरूप इन्होंने अपने फोन से टिक टॉक एप को हटाया था। हाल ही में जब केंद्र सरकार ने टिक टॉक समेत 59 चीनी एप्स को प्रतिबंधित करने का निर्णय सुनाया, तो उन्होंने प्रसन्नता में एक विशेष वीडियो भी बनाई। परंतु इस निर्णय के कुछ ही दिनों बाद जनाब शाओमी के पोको फोन का प्रचार प्रसार करते हुए नज़र आए। इसे देख तो एक ही बात याद आती है
सच कहें तो ये यूजर जाने अंजाने में न केवल अपनी प्रतिष्ठा पर कुल्हाड़ी चला रहे हैं, अपितु चीन को भारत को नीचा दिखाने का भी सुअवसर प्रदान कर रहे हैं। जिस समय भारत को चीन के विरुद्ध मोर्चा खोलना चाहिए, उस समय ऐसे वीडियो भारत के लिए किसी सेल्फ गोल से कम नहीं होगा।