अपने ‘मन की बात’ सम्बोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खिलौनों के क्षेत्र में चीन पर निर्भरता को कम करने के लिए आह्वान किया और युवाओं को खिलौनों के क्षेत्र में नए प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया। लेकिन पीएम मोदी ने ये बात क्यों की, इसके पीछे एक अन्य उद्देश्य भी सामने आया। अभी हाल ही में चेन्नई के कस्टम्स विभाग ने एक कंसाईनमेंट ज़ब्त किया, जिसमें खिलौने थे। जांच करने पर पता चला कि, खिलौनों के डब्बों में खतरनाक ड्रग्स की तस्करी हो रही थी। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि, खिलौनों पर आत्मनिर्भरता का संदेश पीएम मोदी ने यूं ही नहीं दिया था, बल्कि उसके पीछे एक और उद्देश्य भी था – भारत में ड्रग्स की तस्करी पर तगड़ा प्रहार।
WION की रिपोर्ट के अनुसार, चेन्नई के कस्टम्स विभाग ने हाल ही में एक consignment ज़ब्त किया है, जिसमें तीन अलग-अलग खिलौनों के डब्बों में ड्रग्स की तस्करी हो रही थी। इन्हें तमिलनाडू के नमक्कल जिले में पहुंचाया जाना था। यह consignment नीदरलैंड्स और यूके से होते हुए भारत आया था और इसमें लगभग 9500 डॉलर कीमत के MDMA ड्रग्स पाये गए हैं।
ये ड्रग्स भले ही नीदरलैंड्स और यूके से आए हों, लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि, चीन का एक और व्यापार है ड्रग्स की अंधाधुंध तस्करी करना। कस्टम्स विभाग के अनुसार ऐसा पहली बार हुआ है कि, इस तरह के पैकेज में ड्रग्स पकड़े गए हों। ऐसे में ये भी संभव है कि खिलौनों के जरिये चीनी से पहले भी ड्रग्स ट्रांसपोर्ट किए गए हों।
शायद इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खिलौनों के मामले में आत्मनिर्भर बनने का आह्वान दिया था। अपने मन की बात सम्बोधन में उन्होंने कहा था कि, “हमारे देश में स्थानीय खिलौनों की समृद्ध परंपरा रही है। भारत में कई प्रतिभाशाली और कुशल कारीगर हैं जो अच्छे खिलौने बनाने में विशेषज्ञता रखते हैं। भारत के पास पूरी दुनिया के लिए खिलौने बनाकर एक खिलौना हब बनने की भरपूर क्षमता है।” यानि अब भारत खिलौना निर्माण के मामले में आत्मनिर्भर होने की राह पर चल चुका है। पीएम मोदी ने स्थानीय कारीगरों, कंपनियों और नए स्टार्ट-अप्स को बढ़ावा देने की बात कही और देश में बनने वाले खिलौनों की उत्पादन क्षमता और गुणवत्ता दोनों को कई गुना बढ़ाने पर ज़ोर देते हुए एक क्रांति लाने की बात कही, जिससे भारत दुनिया खिलौना केंद्र बन जाएगा।
लेकिन अब जिस प्रकार से चेन्नई में खिलौनों के डिब्बों में ड्रग्स पकड़े गए हैं, उससे अब यह स्पष्ट हो चुका है कि, पीएम मोदी द्वारा खिलौनों के दृष्टिकोण से भारत को आत्मनिर्भर बना ने का सुझाव देना ही उनका एकमात्र उद्देश्य नहीं है।भारत में ड्रग्स की तस्करी एक बहुत बड़ी समस्या है और पंजाब से लेकर महाराष्ट्र तक कई चैनल्स से होते हुए कोकीन से लेकर एलएसडी जैसे ड्रग्स कीअंधाधुंध तस्करी होती है।सुशांत सिंह राजपूत की संदेहास्पद मृत्यु ने इस परिप्रेक्ष्य में बॉलीवुड के ड्रग्स कनैक्शन पर भी प्रकाश डाला है।ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि,पीएम मोदी ने इस बार एक तीर से दो निशाने भेदे हैं।