हाथरस रेपकांड की पेचीदगियों को लेकर हो रहे खुलासों में अब पीड़ित परिवार पर ही सवाल उठने लगे हैं। आरोपी संदीप के पिता के हालिया बयान के बाद अब चारों आरोपियों ने एसपी को पत्र लिखकर खुद को निर्दोष बताया है। उनका कहना है कि इस मामले में उन्हें बेवजह फंसाया गया है। चारों आरोपियों ने लड़की की मां और भाई पर लड़की की हत्या का आरोप लगाया है जिसके बाद से परिवार पर भी पुलिस का संदेह बढ़ता जा रहा है। वहीं केस के नए तथ्य भी प्रेम-प्रसंग के कारण ऑनर किलिंग ओर इशारा करने लगे हैं।
दरअसल, हिन्दुस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक हाथरस केस के आरोपियों ने अब जेल के एसपी को एक पत्र लिखकर ये दावा किया है कि पीड़ित लड़की की मां और भाई ने ही उसका कत्ल किया है और हमें इस केस में बेवजह एक मोहरा बनाकर फंसाया जा रहा है जबकि हम सभी निर्दोष हैं। गौरतलब है कि इन सभी आरोपियों ने एक बड़ा दावा किया है कि उनके ऊपर आरोपों की धाराएं अलग-अलग दिन पर लगाई गईं हैं। मुख्य बात ये भी है कि इस पत्र को लिखा तो संदीप ने है, लेकिन इसमें अन्य तीनों ही आरोपियों ने अपना अंगूठा लगाया है।
रास नहीं आई दोस्ती
अपने पत्र में आरोपी संदीप ने कहा है कि वो और पीड़िता अच्छे दोस्त थे और कभी-कभी मिलते या फोन पर बातचीत भी करते थे लेकिन पीड़िता के परिवार को ये बात बिल्कुल पसंद नहीं थी। उसने बताया कि घटना वाले दिन भी उसकी पीड़िता के साथ खेत में मुलाकात हुई थी। उस दौरान उसकी मां और भाई वहीं थे जिसके बाद उसने मुझे घर जाने को बोल दिया।
संदीप का कहना है कि वो घर जाकर पशुओं को पानी पिलाने समेत अपने कार्यों में लगा था जिसके बाद उसे गांव वालों से खबर लगी कि उसकी दोस्ती के चलते ही उस लड़की को परिवार वालों ने बेतरतीब ढंग से मारा है और उसकी मृत्यु हो गई है।
परिवार पर संदेह
आरोपियों के इस पत्र से पहले ही सामने आई कॉल डिटेल्स से पता चला था कि लड़की और संदीप के बीच बातचीत भी होती थी। हालांकि, लड़की का परिवार इस बात से इनकार कर रहा है। परिवार वाले लगातार अपने ऊपर अत्याचार के दावे तो कर रहे हैं लेकिन वो योगी सरकार द्वारा सीबीआई जांच या उनके दावों को लेकर नार्को टेस्ट की बात से सीधा इनकार कर रहे हैं। यही नहीं हम आपको अपनी पहली रिपोर्ट्स में बता चुके हैं कि लड़की के साथ रेप का उल्लेख किसी भी फॉरेंसिक या पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नहीं हुआ है। उसमें भी केवल मारपीट की ही बात कही गई है। ऐसे में अब इस केस में परिवार पर भी संदेह की सुई घूम गई है।
आपसी रंजिश का खेल
इस पूरे केस को लेकर हाल ही में आरोपी संदीप के पिता ने भी ये कहा था कि दोनों परिवारों के बीच आपसी रंजिश थी और इसीलिए मेरे बेटे का उनकी बेटी से मिलना उन्हें पसंद नहीं थी। इसलिए संभावनाएं हैं कि उन लोगों ने ही पीड़िता को मार दिया हो। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा था कि यदि मेरे बेटे ने ये अपराध किया है तो उसे भी गोली मार देनी चाहिए। इस केस में अब जितने खुलासे हो रहे हैं वो केस को पेचीदा तो बना ही रहे हैं लेकिन नए तथ्यों से अब इस मामले में परिवार की भूमिका भी संदेहजनक हो गई है। मुख्य आरोपी के पिता का बयान और अब चारों आरोपियों के पत्र के बाद इस केस में एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि कहीं ये आरोपी ही पीड़ित तो नहीं… या जो पीड़ित बन रहे हैं वो परिवार ही आरोपी तो नहीं, कहीं ये केस ऑनर किलिंग का तो नहीं है जिसे चालाकी से रेप और हत्या को बनाने की कोशिशें की जा रही है?
शायद इसीलिए पुलिस ने इस मामले में अब तक कोई बयान नहीं दिया है और अब वो इस केस में आरोपियों के अलावा पीड़ित परिवार के सभी सदस्यों की कॉल डिटेल्स भी खंगालेगी। जबतक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक किसी नतीजे पर पहुंचना भी जल्दबाजी होगी।