हमने अक्सर सुना है कि मुस्लिम युवक से शादी के बाद जबरदस्ती हिंदू युवती का धर्म बदलवाकर उसे इस्लाम कबूल करवाया गया, लोग इसे सहमति का नाम दे देते हैं, लेकिन ऐसी स्थिति में यदि कोई युवक अपना धर्म बदलकर हिंदुत्व को अपना लेता है तो कुछ इस्लामिक कट्टरपंथियों को दिक्कत होने लगती है। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ की घटना बिल्कुल ऐसी ही है जिसके चलते अब पुलिस को कार्रवाई से लेकर युवक और पूरे परिवार को सुरक्षा तक देनी पड़ रही है। इस मुद्दे पर अभिव्यक्ति की आजादी करने वालों का दोगला रवैया पूरी तरह बेनकाब हो चुका है। इस मुद्दे पर कथित धर्म के ठेकेदारों ने भी चुप्पी साध रखी है।
अब ये मुद्दा क्या है? दरअसल, उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ निवासी कासिम ने 9 साल पहले अनीता कुमारी नाम की महिला से 2012 में प्रेम विवाह किया था, अनीता ने अपना धर्म नहीं बदला। खास बात ये है कि उसने अपनी पत्नी पर धर्म परिवर्तन का कोई दबाव नहीं डाला। एक वक्त के बाद कासिम को हिंदू धर्म पसंद आने लगा और उसने हिंदुत्व से प्रभावित होकर हाल ही में हिंदू धर्म अपना लिया। अब उसका परिवर्तित नाम कर्मवीर सिंह है। उनके दो बच्चे हैं और खुशी-खुशी पूरा परिवार चल रहा था। कर्मवीर इसे अपनी घर वापसी बता रहे थे, उन्होंने कहा, “ऐसा फील हुआ कि हमारे पूर्वज जो थे, वे अकबर-बाबर की औलाद नहीं थे, हमारे पूर्वज हिन्दू समाज के थे, वही मुझे अच्छा लगा और मैं अपने पूर्वजों में आया हूं, मैंने घर वापसी की है, पूरे परिवार के साथ की है, बिना किसी दबाव के की है।”
इस्लाम से हिंदुत्व को अपनाने वाले कर्मवीर को लगातार कुछ मुफ्तियों, मौलानाओं और कट्टरपंथियों से धमकियां मिल रही हैं और वो लोग इस मुद्दे पर कासिम को दोबारा इस्लाम अपनाने को कह रहे हैं। ये इस्लामिक कट्टरपंथी कर्मवीर को जान से मारने से लेकर उसे पैसों तक का लालच दे रहे हैं लेकिन कर्मवीर को ये मंजूर नहीं है। कर्मवीर का कहना है कि उन्हें हिंदू धर्म और संस्कृति अच्छे लगे है, उन्हें लग रहा है कि उनकी एक लंबे अरसे बाद घर वापसी हुई है।
कर्मवीर का कहना है, “मेरा नाम कासिम था और मैंने अब धर्म परिवर्तन कर लिया है। जब मैंने मुस्लिम समुदाय के लोगों को धर्म परिवर्तन के बारे में बताया तो मुझे और मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। मुझे सुरक्षा की सख्त जरूरत है।”
ऐसे में कर्मवीर के बदले और सकारात्मक रुख को देखते हुए उन्हें कट्टरपंथियों की धमकियां बढ़ गईं और उन्हें पूरे परिवार के साथ जान से मारने की धमकी दी जाने लगीं। एफआईआर के बाद पुलिस को बीच में आना ही पड़ा है। उत्तर प्रदेश पुलिस के अलीगढ़ जिला एसपी अरविंद कुमार का कहना है, “कर्मवीर की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। कर्मवीर ने कुछ लोगों पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। इस सूचना के बाद उनके घर पर सुरक्षा व्यवस्था को भी पहले से ज्यादा चाक-चौबंद कर दिया गया है। इसके अलावा धमकी देने वाले लोगों की तलाश भी की जा रही है।”
ये एक बेहद डरा देने वाली घटना है कि मुस्लिम कट्टरपंथियों को उस वक्त दिक्कत नहीं होती, जब किसी लड़की को जबरन इस्लाम कबूल करवाये जाने का मामला सामने आता है, लेकिन ये लोग उस समय बहुत ज्यादा परेशान हो जाते हैं जब कोई मुस्लिम अपनी स्वेच्छा से हिंदू धर्म अपनाता है।
यही हाल इस घटना पर अभिव्यक्ति की आजादी की बात करने वालों का भी है जिन्होंने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है, क्योंकि ये उनके एजेंडे को बढ़ावा नहीं देता। वास्तव में अलीगढ़ के इस एक वाकये ने ये भी साबित किया है कि ये चंद मौलाना मुफ्ती और कंट्टरपंथी कितने दोहरे मापदंड रखते हैं जो कि शर्मनाक हैं। ऐसे में सरकार को इस मामले में दोषियों को सजा देने के लिए सख्त एक्शन लेने की आवश्यकता है।