पूरे विश्व की चाइनीज वायरस से जंग चल रही है। महाराष्ट्र देश का सबसे ज्यादा संक्रमितों वाला राज्य बना हुआ है। इन सब के बावजूद महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी गठबंधन वाली सीएम उद्धव ठाकरे की सरकार का मुख्य एजेंडा है कि कैसे रिपब्लिक टीवी के पत्रकार अर्नब गोस्वामी को बर्बाद करते हुए उनके चैनल को बंद किया जाए।
अर्नब को निशाने पर लेने की जल्दबाजी में मुंबई पुलिस ने जो चार्जशीट दायर की है, उसमें कहा गया है कि अनवय नाइक ने ही आत्महत्या से पहले अपनी मां की हत्या की थी। रायगढ़ पुलिस ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि अनवय नाइक ने अपनी कंपनी में साझीदार माँ कुमुद नाइक को आत्महत्या से पहले उनके फार्म-हाउस पर बुलाया था जिसके बाद अनवय ने उनको गला दबाकर मार डाला।
इस हत्या को लेकर पुलिस का तर्क था कि अनवय को डर था कि उनकी मौत के बाद उनकी मां को मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा। चार्जशीट के मुताबिक अनवय ने मां के कत्ल के बाद अपना सुसाइड नोट तैयार किया जिसमें अर्नब गोस्वामी समेत अन्य दो लोगों के नाम लिखे थे फिर उसने भी आत्महत्या कर ली थी। इस सुसाइड नोट में अर्नब द्वारा बकाया पैसा न देने को ही सुसाइड की असल वजह बताया गया है।
इस मुद्दे को लेकर महाविकास आघाड़ी की तीनों ही पार्टियों में विरोधाभास की स्थिति है। इसके बावजूद इनका मकसद केवल एक ही है कि किसी भी तरह से अर्नब को नुक्सान पहुंचाया जाए, क्योंकि इन तीनों की ही खुशी अर्नब गोस्वामी और उनके चैनल की बर्बादी ही है। इस पूरे मामले को राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख अपने अंतर्गत देख रहे हैं।वो अपनी कही हुई बात को सिद्ध करने के लिए ही सारा खेल, खेल रहें हैं, पिछले महीने अनिल देशमुख ने दावा किया था कि जल्द ही अर्नब गोस्वामी के खिलाफ एक चार्जशीट दायर की जाएगी।
हाल ही में अर्नब गोस्वामी ने महाराष्ट्र हाईकोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने और आगे की कार्यवाही पर रोक लगाने के मकसद से एक याचिका दायर की थी। जिसके ठीक बाद रायगढ़ पुलिस ने चार्जशीट दायर कर दी है। अर्नब की याचिका कहा गया है कि ये मामला एक बार खत्म हो चुका है, और राज्य की शासन व्यवस्था समेत पूरी मशीनरी द्वेषपूर्ण भावना के चलते ही ये केस दोबारा खोल रही है। इसमें साफ कहा गया कि सरकार से सवाल पूछने के कारण बदले की भावना के चलते यह कार्यवाइयाँ की जा रही हैं।
अर्नब की याचिका में मांग की गई है कि महाराष्ट्र सरकार इस मसले पर प्रतिशोध की भावना से काम कर रही है। इसलिए इस मामले की पूरी जांच केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई से करवाई जाएं
है कि अर्नब की याचिका कोर्ट में दाखिल होने के अगले दिन रायगढ़ पुलिस ने अर्नब के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी है जो दिखाता है कि महाराज सरकार अर्नब को पुनः जेल में ठूंसने की मंशा से काम कर रही है और अर्नब गोस्वामी को परेशान करने के लिए यह सरकार किसी भी हद तक जा सकती है।