PM मोदी ने किसान आंदोलन पर राहुल गांधी को किया Expose, भागने पर मजबूर हुए युवा नेता

राहुल को फिर आई नानी की याद!

जब साजिशें बेपर्दा कर दी जाती है तो साजिशकर्ता बगले झांकने लगते हैं। दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे तथाकथित किसान आंदोलन में भी कुछ ऐसा ही हुआ है जिसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आक्रमकता दिखाई तो विपक्षियों के होश ठिकाने आ गए। प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देखने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी तो इतना डर गए कि उन्हें अपनी नानी याद आ गईं और वो उनसे मिलने के लिए मिलान चले गए हैं।

ये कोई ताज्जुब की बात नहीं है क्योंकि राहुल अपनी पार्ट टाइम राजनीति में आए दिन ऐसे ब्रेक लेते रहते हैं।
किसी भी घटना या प्रकरण में टाइमिंग का महत्व काफी ज्यादा होता है। राहुल गांधी की टाइमिंग एक बार फिर खराब निकली है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान आंदोलन को लेकर किसानों को दिए संबोधन में विपक्ष को आड़े हाथों लिया था। उन्होंने बताया था कि विपक्षी कुछ किसानों को अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए भ्रमित कर रहे हैं, और उन्हें सरकार के खिलाफ भड़का रहे हैं।

पीएम ने जम्मू-कश्मीर के चुनावों को लेकर भी राहुल गांधी पर तंज कसा था कि कुछ लोग दिल्ली में बैठकर उन्हें लोकतंत्र का पाठ पढ़ा रहे हैं जबकि उनके खुद के शासित राज्य में नगर निगम के चुनाव नहीं हो रहे हैं। गौरतलब है कि राहुल ने कहा था कि भारत में लोकतंत्र नहीं है।

राहुल को सटीक शब्दों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काफी लताड़ दिया था। इसलिए लताड़ झेलने के बाद कतर एयरलाइंस की फ्लाइट लेकर इटली के मिलान चले गए है, जहां उनकी नानी रहती हैं। इस मौके पर सोशल मीडिया पर बीजेपी नेता चुटकी भी ले रहे है। केन्द्रीय मंत्री गिरिराज रहे ने लिखा, “राहुल गांधी की भारत में छुट्टी खत्म हो गईं हैं। इसलिए अब वो इटली जा चुके है।”

दिलचस्प बात है कि अपनी पार्टी के स्थापना दिवस से पहले राहुल ने देश छोड़ दिया है। सोमवार को कांग्रेस का 136वां स्थापना दिवस है। इस पर होने वाले समारोह से एक दिन पहले ही राहुल विदेश यात्रा पर चले गए। इस दौरान कांग्रेस मुख्यालय में कार्यक्रम किया जाना है। अब पता नहीं कौन ये सारी रस्मअदायगी करेगा। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला का कहना है, “राहुल गांधी निजी विदेश यात्रा पर हैं।”

ये बेहद अजीब है कि जब देश में किसानों का तथाकथित फर्जी ही सही, लेकिन एक आक्रामक आंदोलन चल रहा हो, तो उस वक्त में भी राहुल गांधी नानी से मिलने चले गए हैं। उनका ये रवैया असल में राजनीतिक अपरिपक्वता को हर बार सबके सामने ले आता है। इसीलिए सवाल उठता है कि राहुल को क्या कांग्रेस की कमान मिलनी ही चाहिए। किसी और का तो नहीं पता पर बीजेपी तो यही चाहती है।

इसलिए जब भी बीजेपी प्रवक्ताओं से बात की जाती है तो राहुल गांधी का मजाक उड़ाकर वो लोग कांग्रेस को किनारे कर देते हैं, चाहें वो संबित पात्रा हो या सुधांशु त्रिवेदी या फिर गौरव भाटिया, सभी के प्रिय हैं राहुल गांधी।

किसान आन्दोलन पर राहुल की नौटंकी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र ने जिस तरह से राहुल को लताड़ा है ओर तुरन्त राहुल नानी से मिलने चले गए तो इसका लोग मजाक भी बनाने लगे हैं कि पीएम मोदी ने सच में राहुल का नानी याद दिला दी हैं।

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