महाराष्ट्र सरकार अब बदले की राजनीति पर उतर आई है, खास बात ये है कि केंद्रीय जांच एजेंसियों के साथ लड़ाई में भी उद्धव ठाकरे की सरकार Republic नेटवर्क का इस्तेमाल कर रही है। कुछ ऐसा ही एक बार फिर सामने आया है कि जैसे ही शिवसेना के विधायक के घर से केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय ने पाकिस्तानी क्रेडिट कार्ड जब्त किया तो बदले की कार्रवाई के तहत मुंबई क्राइम ब्रांच ने Republic नेटवर्क के सीईओ विकास खानचंदानी को गिरफ्तार कर लिया है जो कि बेहद ही आश्चर्यजनक है।
टीआरपी स्कैम को लगातार मुद्दा बनाकर मुंबई पुलिस Republic नेटवर्क को परेशान कर रही है। कुछ ऐसा ही एक बार फिर हुआ है। मुंबई क्राइम ब्रांच ने Republic के सीइओ विकास खानचंदानी को टेलीविजन रेटिंग पॉइंट स्कैम (TRP SCAM) के मामले में गिरफ्तार किया है। विकास को रविवार को उनके घर से गिरफ्तार किया गया और ऐसा नहीं है कि विकास पहले हैं बल्कि अभी तक इस केस में गिरफ्तार होने वाले 13वें व्यक्ति हैं।
इस मामले को लेकर एक बार फिर Republic और उद्धव सरकार के बीच तकरार होने की संभावनाएं हैं। इस मुद्दे पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने फिर महाराष्ट्र सरकार की क्लास लगाते हुए कहा,“रिपब्लिक को निशाना बनाने की कोशिश की जा रही है।”
#FreeRepublicCEONow | एक टीवी चैनल को निशाना बनाकर महाराष्ट्र सरकार ने कार्रवाई की, उसको सुप्रीम कोर्ट ने खारिज किया है और सारी जनता ने भी उसका विरोध किया है: रिपब्लिक के CEO विकास की अवैध गिरफ्तारी पर बोले केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकरhttps://t.co/G945HvRmSx pic.twitter.com/3zvHchbIQk
— Republic Bharat – रिपब्लिक भारत (@Republic_Bharat) December 13, 2020
Republic के एडिटर इन चीफ और कर्ता-धर्ता अर्नब गोस्वामी का आक्रामक रुख़ एक बार फिर सामने आया है।
उन्होंने कहा, “मैं देश के लोगों से मुंबई पुलिस के इन तरीकों के खिलाफ आवाज़ उठाने का अनुरोध कर रहा हूं। हम इस पूरे मामले को कानूनी तौर पर लड़ रहे हैं। ये एक अवैध गिरफ्तारी इसलिए है क्योंकि कोई कागज़ात नहीं दिए गए थे। उनकी अग्रिम सुनवाई कल की है। यह पता चल गया है कि उनकी टीआरपी केस की जांच बेकार चली गई है, इसलिए अब उस मामले को उठा रहे हैं जो भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण के दायरे में हैं। यह अवैध है और बेवकूफी है।”
असल में महाराष्ट्र सरकार की ये कार्रवाई एक बार फिर बदले की राजनीति से प्रेरित है, क्योंकि हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय ने शिवसेना के विधायक प्रताप सरनायक के घर छापा मारा था। इस दौरान उनके घर से पाकिस्तानी क्रेडिट कार्ड बरामद हुआ था। इस मामले के बाद शिवसेना की भद्द पिटने लगी है। शिवसेना ने आरोप लगा कहा कि केन्द्रीय जांच एजेंसी केंद्र के आदेश पर इस तरह की कार्रवाई कर रही है।
अपने विधायक पर हुई कार्रवाई से शिवसेना बौखलाई थी, ऐसे में उद्धव सरकार अब Republic को एक पंचिंग बैग समझने लगी है। उसका केन्द्र के साथ कोई भी विवाद होता है तो वो Republic को निशाने पर ले लेती है। इसी कड़ी में अर्नब की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक की लताड़ सहने के बावजूद शिवसेना केंद्रीय जांच एजेंसियों की अपनी लड़ाई में Republic को मोहरा बना रही है जो कि उसकी निचले स्तर की राजनीति को दर्शाता है।