“Mr. Yograj Singh” के ‘हिंदू’ वाले विवादित बयान से आहत हूं: युवराज सिंह

युवराज सिंह ने योगराज को 'पिता' कहकर संबोधित नहीं किया

योगराज सिंह

PC: Amar Ujala

कहते हैं व्यक्ति के कर्म ही तय करते हैं कि उसका भविष्य कैसा होगा, और यह बात योगराज सिंह के मामले में भी लागू होती है। NDA के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को घेरने और किसानों के समर्थन के नाम पर जिस प्रकार के ओछे बयान उन्होंने दिए, उससे न सिर्फ उन्हें आगामी फिल्म प्रोजेक्ट्स से निकाला जा रहा है, परंतु उनके अपने बेटे युवराज सिंह ने भी उनके बयान से दूरी बनाते हुए उन्हें सार्वजनिक रूप से अपने पिता के तौर पर संबोधित करने से भी इनकार किया।

12 दिसंबर 1981 को जन्मे युवराज सिंह ने रात के ठीक 12 बजते ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयरकर लिखा,

“इस साल मैं अपना जन्मदिन मनाने के बजाए हमारे किसानों और सरकार के बीच में चल रही बातचीत का जल्द समाधान निकलने की प्रार्थना कर रहा हूँ। हमारे किसान हमारे राष्ट्र की जीवन रेखा हैं। मेरा मानना है कि ऐसी कोई समस्या नहीं है जो बातचीत से हल नहीं की जा सकती”।

 

उन्होंने ने आगे लिखा,

“एक भारतीय होने के नाते मैं योगराज सिंह द्वारा दिए गए बयान से बेहद आहत और दुखी हूं. मैं यहां ये साफ करना चाहता हूं, उन्होंने जो भी कहा है, अपने व्यक्तिगत क्षमता में कहा है, और मैं उनकी बातों या उनकी विचारधारा से बिल्कुल भी सहमत नहीं हूँ”

बता दें कि एक हफ्ते पहले तथाकथित किसान आंदोलन के दौरान योगराज सिंह प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे थे, तो उन्होंने न सिर्फ भारत विरोधी गतिविधियों का ‘किसान आंदोलन’ के नाम पर समर्थन किया, बल्कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह को नीचा दिखाने के नाम पर गुजराती समुदाय को अपमानित भी किया। इसके अलावा उन्होंने हिन्दू महिलाओं को अपमानजनक भाषा में संबोधित भी किया, जिससे देशभर में योगराज की बातों से आक्रोश उमड़ पड़ा और उन्होंने मोदी सरकार से योगराज सिंह के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की मांग भी की।

अब बात करें, तो हिन्दी में शेयर किये पोस्ट में भले ही युवराज ने योगराज सिंह को अपने पिता के तौर पर संबोधित अवश्य किया, परंतु अंग्रेजी में योगराज सिंह को अपने पिता के बजाए केवल योगराज सिंह कहना कोई मामूली बात नहीं है। यह सर्वविदित है कि योगराज सिंह स्वयं कितने असफल क्रिकेटर थे, और उन्होंने युवराज सिंह को एक सफल क्रिकेटर बनाने हेतु उनकी निजी जिंदगी को नारकीय बना दिया था।

इतना ही नहीं, योगराज सिंह का स्वभाव निजी तौर पर भी ठीक नहीं था, और उनपर अपनी पत्नी शबनम और अपने बेटे युवराज के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप भी लगे थे। स्थिति तो यह थी कि योगराज सिंह अपने बेटे के विवाह तक में शामिल नहीं हुए। अब ऐसे व्यक्ति से शिष्टाचार की आशा रखना, माने सूरज के पश्चिम दिशा से उदय की आशा रखने समान है।

योगराज सिंह की इन्हीं ओछी हरकतों की वजह से उन्हें चर्चित निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने अपनी आगामी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ से उन्हें हटाकर पुनीत इस्सर को शामिल किया है। अपने पिता के ओछे बयानों की निन्दा कर युवराज सिंह ने न केवल देश की संप्रभुता का मान रखा है, बल्कि सही को सही और गलत को गलत भी बताया है।

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