जिनके खुद के घर शीशे के बने हों, उन्हें दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकने चाहिए। ये कहावत आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह पर बिल्कुल फिट बैठती है। एबीपी न्यूज की एंकर रुबिका लियाकत ने अपने डिबेट शो में संजय को कृषि कानूनों के मुद्दे पर झूठी बयानबाज़ी करने और निजी टिप्पणी करने पर ऐसी भयंकर लताड़ लगाई है कि संजय सिंह अब दोबारा एबीपी न्यूज के डिबेट शो में जाने से पहले 100 बार सोचेंगे।
रुबिका ने AAP के दोगलेपन को सबके सामने उजागर कर दिया और जब संजय सिंह के पास देने के लिए कोई जवाब नहीं था तो वो बगले झांकते हुए चैनल और एंकर पर ही निजी टिप्पणियां करने लगे, जो कि आजकल प्रत्येक विपक्षी प्रवक्ता या नेता की आदत बन गई है।
डिबेट शो के दौरान एंकर रुबिका लियाकत ने सटीक और सीधा सवाल पूछा कि आम आदमी पार्टी इस कृषि बिल का विरोध कर रही है, तो फिर नवंबर में दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने कानून के मसले पर नोटिफिकेशन क्य़ों जारी किया था। इस एक सवाल पर संजय सिंह असहज हो गए और चैनल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अडानी द्वारा बिके होने की बात करने लगे। अजीब बात है कि एक राज्यसभा सांसद लाइव टीवी डिबेट में पूरी तरह से पार्टी की नीतियों पर एक्सपोज हो गया तो अपनी मर्यादा तक भूल गया।
Well done Rubika 👏👏👏 You have completely exposed @SanjayAzadSln & @ArvindKejriwal
Nation respects you #RubikaLiyaquat 🙏 pic.twitter.com/oqWt80XCRc
— Stranger (@amarDgreat) December 18, 2020
रुबिका ने असल में संजय सिंह से सवाल पूछकर आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल का पूरा दोगलापन उजागर कर दिया है। इस डिबेट के दौरान जब वो इस महिला एंकर पर अभद्र टिप्पणी करने लगे तो रुबिका ने तथ्यों के साथ जवाब देते हुए संजय सिंह के कृषि कानून विरोधी एजेंडों का ढोल फाड़ दिया।
रुबिका ने आम आदमी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल का 2016 का ट्वीट निकाला और उसे लाइव टीवी पर दिखाया, जिसमें आम आदमी पार्टी ने पंजाब में निजी कंपनियों को कृषि क्षेत्र में लाने और एपीएमसी को खत्म करने की बात कही थी।
अपनी पार्टी का ट्वीट देखकर संजय सिंह और ज्यादा बौखला गए, वो शायद ये तक भूल गए कि वो लाइव टीवी पर है।
इस दौरान वो रुबिका लियाकत को सवाल उठाने पर खबरदार कहकर धमकियां तक देने लगे। संजय सिंह का यह बर्ताव दिखाता है कि आम आदमी पार्टी जो राजनीति में बदलाव लाने की बात करके दिल्ली की सत्ता में आई थी उसके नेता असल में कठिन सवाल तक सुनने को राजी नहीं है। संजय सिंह टीवी के लगभग सभी चर्चा और परिचर्चाओं के शो में इसी तरह के अभद्र रवैए का परिचय देते हैं जो कि राज्यसभा जैसे उच्च सदन के सांसद को कतई शोभा नहीं देता है।
इसमें कोई शक नहीं है कि नवंबर में कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने नोटिफिकेशन जारी किया था लेकिन जब कृषि कानूनों पर किसानों का आंदोलन तेज हुआ तो आम आदमी पार्टी इसमें अपने पंजाब का राजनीतिक भविष्य देखने लगी।
इसीलिए विधानसभा में कृषि कानून की कॉपियों को फाड़ने की नौटंकी की गई और इसका टीवी पर प्रसारण भी किया गया। पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान भी आम आदमी पार्टी ने एपीएमसी में बदलाव लाने की बात कही थी। उस समय आम आदमी पार्टी का मानना था कि एपीएमसी में बदलाव से निजी कंपनियों की कृषि में बढ़ोतरी होगी और किसानों को अधिक फायदा होगा।
केजरीवाल की पार्टी चुनावी वादों में एपीएमसी में बदलाव करने की बात कहती है लेकिन जब आंदोलन और विरोध की बात आती है तो ये लोग अपनी बातों से पलट जाते है। एबीपी न्यूज़ की एंकर रुबिका लियाकत ने लाइव टीवी पर संजय सिंह को लताड़ा कर इस नई तरह की राजनीति का दम भरने वाली आम आदमी पार्टी और उसके नेता केजरीवाल का दोगलापन सबके सामने ला दिया है। ये पूरा प्रकरण साबित करता है कि आम आदमी पार्टी केवल अराजकता की राजनीति ही करती है।