TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    TFI के यूट्यूब चैनल पर पाकिस्तान में लगा बैन

    TFI पर पाकिस्तान में बैन: मीडिया से नहीं अपने भीतर के दानव से लड़ो आतंकिस्तान

    ऑपरेशन सिंदूर पर ऐक्टरों की खामोशी को लेकर उठे सवाल

    सलमान से शाहरुख तक, ऑपरेशन सिंदूर पर क्यों खामोश रहे ‘रील हीरोज़’?

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है

    ऑपरेशन सिंदूर: झूठे नैरेटिव के शोर में सेना के पराक्रम की गूंज न दबने दें

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अमेरिका पर भारत लगाएगा रेसिप्रोकाल टैरिफ

    टैरिफ पर भारत का बड़ा एलान, एल्युमिनियम-स्टील इंपोर्ट पर 25% ड्यूटी वसूल रहे US पर लगाई जायेगी रेसिप्रोकाल टैरिफ

    Meta Facebook Double Face

    फेसबुक का दोगला चेहरा! फाइनेंशियल फ्रॉड को बढ़ावा, राष्ट्रवादी विचार पर एक्शन; क्या ये जानबूझकर कर रहा है मेटा?

    GST On UPI Transactions

    क्या सच में 2000 रुपये से ऊपर के UPI ट्रांजेक्शन पर लगेगा GST? जानें सरकार का स्पष्टीकरण

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Drone Warfare india pakistan

    प्रथम विश्व युद्ध से भारत-पाक तक: ड्रोन कैसे बदल रहे हैं जंग की दिशा?; जानें इतिहास, टेक्नोलॉजी और उपयोग की पूरी कहानी

    BrahMos

    पाकिस्तान में तबाही मचाने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘BrahMos’ की पूरी कहानी, जानें क्या है अब्दुल कलाम से संबंध?

    China Pakistan Operation Sindoor India

    ऑपरेशन सिंदूर से ड्रैगन की खुली पोल: पाकिस्तान की हार में चीन को क्यों हो रहा है दर्द?

    India Pakistan Ceasefire

    परमाणु विहीन हो जाता पाकिस्तान! आखिर कैसे भारत ने घुटनों पर लाया?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत द्वारा ‘सिंधु जल संधि’ को निलंबित करने के बाद बुरी तरह तिलमिला रहा पाकिस्तान

    प्यास से तड़प उठा पाक: ‘सिंधु जल संधि’ बहाल करने के लिए भारत से कर रहा मिन्नतें; पढ़ें क्या है यह संधि?

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    जॉन स्पेंसर

    टॉम कूपर के बाद अब अमेरिकी सैन्य विश्लेषक ने भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को बताया निर्णायक जीत, कहा- केवल विराम नहीं है, यह एक स्पष्ट सैन्य जीत

    अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल

    विदेश मंत्रालय ने नकारा डोनाल्ड ट्रंप का दावा, कहा- कश्मीर मामले में किसी की मध्यस्थता स्वीकार नहीं करेंगे

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में बुद्ध के जन्म को ‘वेसाक' उत्सव के रूप में मनाते हैं जो 'वैशाख' शब्द का अपभ्रंश है

    भगवान बुद्ध: मानवता के लिए शांति और करुणा का रास्ता

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

    28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)

    हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    NC Classic Arshad Nadeem Neeraj Chopra

    नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को NC क्लासिक में खेलने का दिया न्यौता, आलोचना के बाद दी सफाई

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    Loud Horns Health Minister Nitin Gadkari

    तेज हॉर्न सेहत पर कैसे डालते हैं असर? नितिन गडकरी निकालेंगे समाधान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    TFI के यूट्यूब चैनल पर पाकिस्तान में लगा बैन

    TFI पर पाकिस्तान में बैन: मीडिया से नहीं अपने भीतर के दानव से लड़ो आतंकिस्तान

    ऑपरेशन सिंदूर पर ऐक्टरों की खामोशी को लेकर उठे सवाल

    सलमान से शाहरुख तक, ऑपरेशन सिंदूर पर क्यों खामोश रहे ‘रील हीरोज़’?

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है

    ऑपरेशन सिंदूर: झूठे नैरेटिव के शोर में सेना के पराक्रम की गूंज न दबने दें

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अमेरिका पर भारत लगाएगा रेसिप्रोकाल टैरिफ

    टैरिफ पर भारत का बड़ा एलान, एल्युमिनियम-स्टील इंपोर्ट पर 25% ड्यूटी वसूल रहे US पर लगाई जायेगी रेसिप्रोकाल टैरिफ

    Meta Facebook Double Face

    फेसबुक का दोगला चेहरा! फाइनेंशियल फ्रॉड को बढ़ावा, राष्ट्रवादी विचार पर एक्शन; क्या ये जानबूझकर कर रहा है मेटा?

    GST On UPI Transactions

    क्या सच में 2000 रुपये से ऊपर के UPI ट्रांजेक्शन पर लगेगा GST? जानें सरकार का स्पष्टीकरण

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Drone Warfare india pakistan

    प्रथम विश्व युद्ध से भारत-पाक तक: ड्रोन कैसे बदल रहे हैं जंग की दिशा?; जानें इतिहास, टेक्नोलॉजी और उपयोग की पूरी कहानी

    BrahMos

    पाकिस्तान में तबाही मचाने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘BrahMos’ की पूरी कहानी, जानें क्या है अब्दुल कलाम से संबंध?

    China Pakistan Operation Sindoor India

    ऑपरेशन सिंदूर से ड्रैगन की खुली पोल: पाकिस्तान की हार में चीन को क्यों हो रहा है दर्द?

    India Pakistan Ceasefire

    परमाणु विहीन हो जाता पाकिस्तान! आखिर कैसे भारत ने घुटनों पर लाया?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत द्वारा ‘सिंधु जल संधि’ को निलंबित करने के बाद बुरी तरह तिलमिला रहा पाकिस्तान

    प्यास से तड़प उठा पाक: ‘सिंधु जल संधि’ बहाल करने के लिए भारत से कर रहा मिन्नतें; पढ़ें क्या है यह संधि?

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    जॉन स्पेंसर

    टॉम कूपर के बाद अब अमेरिकी सैन्य विश्लेषक ने भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को बताया निर्णायक जीत, कहा- केवल विराम नहीं है, यह एक स्पष्ट सैन्य जीत

    अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल

    विदेश मंत्रालय ने नकारा डोनाल्ड ट्रंप का दावा, कहा- कश्मीर मामले में किसी की मध्यस्थता स्वीकार नहीं करेंगे

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में बुद्ध के जन्म को ‘वेसाक' उत्सव के रूप में मनाते हैं जो 'वैशाख' शब्द का अपभ्रंश है

    भगवान बुद्ध: मानवता के लिए शांति और करुणा का रास्ता

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

    28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)

    हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    NC Classic Arshad Nadeem Neeraj Chopra

    नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को NC क्लासिक में खेलने का दिया न्यौता, आलोचना के बाद दी सफाई

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    Loud Horns Health Minister Nitin Gadkari

    तेज हॉर्न सेहत पर कैसे डालते हैं असर? नितिन गडकरी निकालेंगे समाधान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

रूहुल्ला की मौत से ईरान में अयातुल्ला शासन पर मंडराने लगा खतरा

क्या अयातुल्ला शासन का होने वाला है अंत?

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
29 December 2020
in विश्व
रूहुल्ला की मौत से ईरान में अयातुल्ला शासन पर मंडराने लगा खतरा
Share on FacebookShare on X

सत्तावदी शासन किसी भी ऐसे पत्रकार से डरता है जिसकी पैठ जनता के बीच एक मुकाम हासिल कर चुकी है। खासकर ऐसे देशों में जहां सत्ता हथिया कर बैठे नेता अपने वर्चस्व को तनिक भी कम नहीं होने देना चाहते। ईरान एक ऐसा ही देश है जहां विरोध का कोई स्वर नहीं है। इसी महीने कुछ दिनों, पहले ईरान की सरकार ने रुहुल्ला जम नामक एक पत्रकार को इराक से अपहरण कर फांसी के फंदे पर लटका दिया।

अब ऐसा लगता है कि रुहुल्ला जम की हत्या के बाद न सिर्फ ईरान की रूहानी सरकार के खिलाफ जनता में रोष बढ़ेगा बल्कि सरकार के खिलाफ विरोध बढ़ने से सर्वोच्च नेता अयातुल्ला सैय्यद अली ख़ामेनेई के शासन पर भी खतरा बढ़ता जाएगा।

संबंधितपोस्ट

भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच अचानक इस्लामाबाद क्यों पहुंचे ईरान के विदेश मंत्री?

ईरान-अफगानिस्तान की राह पर बांग्लादेश, भारत के लिए कितना बड़ा खतरा हैं इस्लामिक कट्टरपंथी?

जानिए कौन है ईरान का नया सुप्रीम लीडर: मरणासन्न है अयातुल्ला अली खामेनेई, भारत के खिलाफ उगला था ज़हर

और लोड करें

दरअसल, 12 दिसंबर को ईरान के पत्रकार रुहुल्ला जम को 2017 में सरकार विरोधी प्रदर्शनों को भड़काने में उनकी भूमिका के लिए सुबह तड़के ही फांसी दे दी गई थी। ईरान की सरकार ने ज़ाम को लालच देकर पहले फ्रांस से ईराक बुलाया और फिर वहाँ से उसका अपहरण करवा लिया और उनके इराक से ईरान तस्करी के बाद उन पर मुकदमा चलाया गया।

इस साल की शुरुआत में, ईरान की एक अदालत ने उन पर “corruption on earth” का आरोप लगा कर दोषी ठहराया तथा उनको मौत की सजा सुनाई थी। ईरान में “corruption on earth” एक ऐसा आरोप है जो अक्सर उन मामलों के लिए लगाया जाता है जिसमें कोई व्यक्ति जासूसी या ईरानी सरकार को उखाड़ फेंकने का प्रयास शामिल रहता है। इसके बाद ईरानी सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा चला जहां उनकी मौत की सज़ा को बरकरार रखा गया। इसके चार दिन बाद ही जल्दबाज़ी में फांसी दे दी गयी।

अब उनकी फांसी के बाद न सिर्फ ईरान बल्कि कई देशों जैसे अमेरिका और यूरोप में ईरानी निर्वासितों के बीच ईरानी सत्ता के खिलाफ लहरें तैयार हो रही है। दुनिया भर के कई कार्यकर्ताओं और वकालत समूहों ने ज़ाम के फांसी की निंदा की है। रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स के अनुसार, ईरान “पिछले 40 वर्षों से पत्रकारों के लिए दुनिया के सबसे दमनकारी देशों में से एक है।”

1979 के बाद से देश में कम से कम 860 पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया है। संगठन ने ट्वीट किया, “RSF ईरानी न्यायालय के इस नए अपराध से नाराज है।“ इस संगठन ने ट्वीट कर ईरान के सर्वोच्च नेता ख़ामेनेई को ज़ाम की हत्या के लिए दोषी ठहराया।

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, मौत की सजा को बरकरार रखने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले की फ्रांस और कई मानवाधिकार समूहों ने निंदा की थी।

आखिर ईरान की सरकार रूहुल्लाह ज़ाम से इतना क्यों डरती थी?

बता दें कि रूहुल्लाह ज़ाम एक पत्रकार थे, जिन्हें ईरानी सत्ता के खिलाफ ऑनलाइन समाचार वेबसाइट AmadNews चलाने के लिए जाना जाता था, साथ ही मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर भी उनका एक बड़ा चैनल था, जहां उनके एक मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हो गए थे।

जम की वेबसाइट और टेलीग्राम फ़ीड ने ही 2017 में हुए सरकार के विरोधी प्रदर्शनों में एक केंद्रीय भूमिका निभाई जिसने रूहानी सरकार जी चूलें हिला दी थी। उस वर्ष हुए प्रदर्शनों में लगभग 5,000 लोगों को हिरासत में लिया गया था और 25 से अधिक लोग मारे गए थे।

जिस तरह के काम रूहुल्ला जम ने पिछली बार किया था उसे देखते हुए वे सरकार के लिए एक खतरनाक व्यक्ति थे, जिन्होंने एक ऐसी क्रांति की शुरुआत कर दी थी जिससे जनता विरोध प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतर गयी थी। ईरान की सरकार को डर था कि वे इस बार भी कुछ ऐसा ही करेंगे।

ज़ाम ने वर्ष 2009 में हुए विरोध प्रदर्शनों में भाग लिया था और गिरफ्तार भी हुए थे। उसके बाद उन्हें ईरान छोड़ कर फ्रांस में शरण लेनी पड़ी थी। उन्होंने जिस मीडिया संगठन की स्थापना की थी, उसने 2017 और 2019 के विरोध प्रदर्शनों के समन्वय में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अब चुनावों के दौरान भी ज़ाम से इसी प्रकार का भय था।

अगले वर्ष ईरान में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं और जनता के अंदर पहले से ही सरकार के खिलाफ भावनाएं भड़क रही है साथ ही नए अमेरिकी राष्ट्रपति के बाद ईरान के अंदर कट्टरपंथी तत्व दोबारा से बड़े स्तर के विरोध प्रदर्शनों से अधिक भयभीत थे। यही कारण था कि ईरानी सत्ता ने उन्हें फांसी के फंदे पर चढ़ाने के लिए तनिक भी देर नहीं किया। परंतु अब ईरान ने इस कदम से दुनिया भर में बैठे ईरानी ऐक्टिविस्टों की नजर अपनी तरफ कर लिया है जिसका परिणाम भयानक होने जा रहा है। ज़ाम की हत्या उस चिंगारी की तरह होगी जो पूरे जंगल में आग का कारण बन जाता है।

चुनाव आते-आते रूहानी सरकार के खिलाफ 2009 और 2017 से भी बड़े आंदोलन की आशंका बन चुकी है। न सिर्फ रूहानी सरकार बल्कि अब ऐसा लगता है कि सर्वोच्च नेता अयातुल्ला सैय्यद अली ख़ामेनेई के शासन का अंत भी शुरू हो चुका है।

Tags: AmadnewsIranRuhollah Zam
शेयर1ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

“रूस को Nagorno से बाहर निकालो”, NK में रूस के मास्टरस्ट्रोक ने तुर्की को अज़रबैजान के खिलाफ़ कर दिया है”

अगली पोस्ट

कुली नंबर-1 एक निहायती खराब रीमेक होने साथ-साथ बुद्धिमत्ता पर प्रहार करती है

संबंधित पोस्ट

भारत द्वारा ‘सिंधु जल संधि’ को निलंबित करने के बाद बुरी तरह तिलमिला रहा पाकिस्तान
विश्व

प्यास से तड़प उठा पाक: ‘सिंधु जल संधि’ बहाल करने के लिए भारत से कर रहा मिन्नतें; पढ़ें क्या है यह संधि?

15 May 2025

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा ‘सिंधु जल संधि’ को निलंबित करने के बाद अब पाकिस्तान बुरी तरह तिलमिला...

पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा
मत

पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

14 May 2025

जैसे-जैसे खाड़ी देश आधुनिक बन रहे हैं और पाकिस्तान को पैसा देना बंद कर रहे हैं, इस्लामाबाद उन्हें “सच्चे इस्लाम” से भटकता हुआ मानता है।...

जॉन स्पेंसर
विश्व

टॉम कूपर के बाद अब अमेरिकी सैन्य विश्लेषक ने भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को बताया निर्णायक जीत, कहा- केवल विराम नहीं है, यह एक स्पष्ट सैन्य जीत

14 May 2025

टॉम कूपर के वायरल ब्लॉग पोस्ट ने अंतरराष्ट्रीय रणनीतिक हलकों में बड़ा धमाका किया है, जिसे अब तक लाखों लोग पढ़ चुके हैं। इस पोस्ट...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited