उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार आए दिन समाजवादी पार्टी के नेतृत्व वाली अखिलेश सरकार और उनके घोटालों की पोल खोल रही है जिसमें सबसे बड़ा हंटर सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे आजम खान के खिलाफ चलाया जा रहा है। आजन खान की जौहर यूनिवर्सिटी की जमीन को लेकर अनियमितताओं की जांचें तो पहले ही हो रही हैं लेकिन यूनिवर्सिटी से जुड़ी वार्षिक रिपोर्ट्स का ब्यौरा न मिलने से योगी सरकार की सख्ती अधिक हो गई है, जिसके कारण जल्द ही आजम के ड्रीम प्रोजेक्ट वाली मुहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी को कब्जे में लिया जा सकता है।
समाजवादी सरकार में नगर विकास मंत्री रहे आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी के खिलाफ कार्रवाइयों का दौर जारी है। वहीं अब इस मामले में डीएम को प्रतिवर्ष दी जाने वाली वार्षिक रिपोर्ट्स में अनियमितताएं हैं , जिसके चलते डीएम ने शासन को यूनिवर्सिटी को जब्त करने के लिए की मांग कर दी हैं। प्रदेश सरकार ने जौहर ट्रस्ट को कुछ शर्तों के आधार पर 12.30 एकड़ से ज्यादा जमीन खरीदने की इजाजत नहीं दी थी, इसके बावजूद वो जमीन खरीदी गई। प्रशासन का कहना है कि इसमें किसी भी तरह की शर्तों का पालन किया ही नहीं जा रहा है जिसके चलते अदालत ने विश्वविद्यालय की 12.50 एकड़ से ज्यादा जमीन सरकार द्वारा जब्त करने के आदेश दे दिए हैं।
प्रशासन का कहना है कि जौहर ट्रस्ट द्वारा जो जमीन ली गई है, वो वक्फ बोर्ड की नहीं है बल्कि कस्टोडियन की ही है, जमीन की गलत तरीके से हुई खरीद और आपराधिक घटनाओं के चलते ट्रस्ट के कई सदस्य गिरफ्तार हो चुके हैं, मदरसा औलिया से चोरी हुई किताबों के मुद्दे पर ही पांच कर्मचारी गिरफ्तार हो चुके हैं। ऐसे में रामपुर के जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया, “विश्वविद्यालय की इमारतों का लेबर सेस भी अदा नहीं किया गया। इस पर इमारत सील कर दी गई। यहां पर जौहर ट्रस्ट ने तमाम अनियमितताएं बरती हैं। हर वर्ष एक अप्रैल को डीएम को प्रगति रिपोर्ट देनी होती है, लेकिन जौहर ट्रस्ट ने कोई रिपोर्ट नहीं दी।” ऐसे में डीएम अब अदालत के आदेश के बाद यूनिवर्सिटी को जब्त करन की तैयारी कर रहे हैं।
समाजवादी सरकार के पांच साल में अपने क्षेत्र की इस जमीन को कब्जाने में आजम खान ने कोई कमी नहीं छोड़ी है जिसके चलते वो खुद आज सीतापुर की जेल में चक्की पीस रहे हैं। योगी सरकार लगातार उनके इस ड्रीम प्रोजेक्ट के भ्रष्टाचार के खुलासे कर रही है। इसी कड़ी में एक ये नई कार्रवाई भी सामने आई है जिसके चलते आजम खान की मुश्किलें बढ़ने लगी है। अपने रसूख की हनक दिखाने वाले आजम का रसूख अब योगी सरकार ने कानूनों की फटकार से सलाखों के पीछे फेंक दिया हैं।
आजम खान के जमीन के भ्रष्टाचार के खुलासे और लगतार होती अनियमितताओं के कारण जौहर यूनिवर्सिटी को जब्त करने की बात करके योगी सरकार एक साफ संदेश दे रही है कि वो अब आजम खान से पिछली सरकार में किए गए भ्रष्टाचारों की पाई-पाई का हिसाब लेगी।