हाल ही में अमेरिका थर्रा उठा, जब वाशिंगटन डीसी के Capitol Hill में स्थित अमेरिकी प्रशासन के विभिन्न कार्यालयों पर ट्रम्प समर्थकों ने धावा बोला। इस पर कई लोगों ने मिश्रित प्रतिक्रिया दी, पर सभी ने एक सुर में विरोध के नाम पर हुए उपद्रव की निन्दा की। लेकिन वामपंथी भला अपनी आदत से कहाँ बाज आते, और यहाँ भी उन्होंने अपनी विकृत मानसिकता दिखाने का प्रयास किया, जो अन्त में उन्ही पर भारी पड़ गया। इस पूरे प्रकरण में यदि सबसे लज्जित कोई हुआ तो वह शशि थरूर थे।
दरअसल, Capitol Hill के समक्ष हुए उग्र प्रदर्शनों में एक व्यक्ति ने भारतीय झण्डा भी लहराया। फिर क्या था, वामपंथियों को मानो भारतीयता और सनातन संस्कृति को नीचा दिखाने का एक सुनहरा मौका मिल गया और सभी ने जमकर भारतीयता और हिन्दुत्व को जमकर भारत में कोसा।
इसकी शुरुआत स्वघोषित फैक्ट चेकर मोहम्मद ज़ुबैर ने की, जब जनाब ने इस पर ट्वीट किया, “ये रहा डोनाल्ड ट्रम्प के लिए भक्तों का समर्थन”
Bhakts with @realDonaldTrump
🇺🇲🤝🇮🇳 pic.twitter.com/JJMTrxsPmR— Mohammed Zubair (@zoo_bear) January 7, 2021
फिर क्या था, रैली में तिरंगे के पीछे भारतीयता और सनातन संस्कृति को नीचा दिखाने की तो मानो होड़ सी मच गई। सागरिका घोष ने तो कुछ पुराने तस्वीरों को Capitol Hill की तस्वीर बताते हुए तंज भरा ट्वीट किया, “देखो तो कैसे मुस्कुरा रहे हैं” –
Look at those smiles #CapitolHill #CapitolRiots https://t.co/GxCdgn4g3v
— Sagarika Ghose (@sagarikaghose) January 8, 2021
लेकिन हिंदुओं को अपमानित करने में शायद सबसे अधिक रुचि शशि थरूर को थी। जब वरुण गांधी ने उपद्रवियों की रैली में भारतीय झंडे के उपयोग पर सवाल उठाया, तो शशि थरूर ने तंज भरे ट्वीट में लिखा, “वरुण गांधी, दुर्भाग्यवश हमारे देश में कुछ ऐसे लोग हैं, जो ट्रम्प प्रायोजित इस भीड़ की तरह ही एक घिनौनी सोच को समर्थन देते हैं, जिनके लिए झण्डा एक गर्व की वस्तु नहीं है, एक शस्त्र है, और जो भी उनकी बात नहीं मानता वो सब देशद्रोही और गद्दार हैं। वो झण्डा हम सबके लिए चेतावनी है” –
Unfortunately, @varungandhi80, there are some Indians with the same mentality as that Trumpist mob, who enjoy using the flag as a weapon rather than a badge of pride, & denounce all who disagree with them as anti-nationals & traitors. That flag there is a warning to all of us. https://t.co/uJIaDlLklt
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) January 7, 2021
लेकिन अपने अतिउत्साह में शशि थरूर शायद यह भूल गए कि सोशल मीडिया पर कोई भी झूठ ज्यादा देर नहीं चल पाता। हुआ भी यही, क्योंकि कुछ ही घंटों में तिरंगा लहराने वाले की पहचान जगजाहिर हो गई। वह एक भारतीय मूल का ईसाई विन्सेंट ज़ेवियर था, जो खुद को ट्रम्प का कट्टर समर्थक बताता है। परंतु बात वहीं पर खत्म नहीं होती। ये विन्सेंट ज़ेवियर ट्रम्प समर्थक होने के साथ-साथ शशि थरूर का भी कट्टर समर्थक रहा है –
😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂 pic.twitter.com/Av7L5TnnXI
— Facts (@BefittingFacts) January 8, 2021
अब इस खुलासे पर राष्ट्रवादियों और दक्षिणपंथियों ने जमकर वामपंथियों की खिंचाई करनी शुरू कर दी है। वरुण गांधी ने स्वयं तंज कसते हुए ट्वीट किया, “प्रिय शशि थरूर, अब जब ये स्पष्ट है कि ये सरफिरा आपका इतना प्रिय मित्र था, तो हम यही आशा करते हैं कि इस पूरे प्रकरण में कहीं आपका हाथ न सामने आ जाए” –
Dear @ShashiTharoor, now that we know that this lunatic was such a dear friend of yours, one can only hope that you and your colleagues were not the silent 🤚 behind this mayhem. pic.twitter.com/bedkef7ZLc
— Varun Gandhi (@varungandhi80) January 8, 2021
इसपर शशि थरूर भड़क गए और जनाब ने बौखलाहट में लिखा, “ऐसा नहीं है। मैं इसकी घोर निन्दा करता हूँ। क्या आप अपने शुभचिंतकों की हर बुरी हरकत के लिए दोषी ठहराए जाना पसंद करेंगे। अपने तिरंगे का किसी गलत जगह इस्तेमाल होना मैं पाप समझता हूँ” –
Disapproved of it totally. Do you consider yourself responsible for the misguided actions of every well-wisher? I denounce any attempt to bring my country's beloved flag into a shameful American mob.
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) January 8, 2021
मतलब एक तो झूठी अफवाह फैलाओ, और पकड़े जाने पर हेकड़ी भी दिखाओ। शायद ऐसे ही लोगों के लिए मोदी जी ने क्या खूब कहा है-