चीन के एक टॉप सैन्य संस्थान ने चीनी नौसेना की शौर्यगाथाओं की पोल खोलकर रख दी है। शंघाई यूनिवर्सिटी के सैन्य संस्थान से जुड़े शोधकर्ताओं ने अपने एक रिसर्च पेपर में यह दावा किया है कि PLA नौसेना द्वारा दक्षिण चीन सागर में तैनात submarines में कार्यरत अधिकतर नौसैनिक बीमार हैं, और वे युद्ध लड़ने की स्थिति में नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक चीनी नौसैनिकों में तनाव, बेचैनी, अविश्वास और घुटन महसूस करने जैसे कारणों की वजह से मानसिक विकार पैदा हो गए हैं, जो कि उनके युद्ध लड़ने की राह में बहुत बड़ा रोड़ा बन सकता है।
चीन लगातार दक्षिण चीन सागर में आक्रामकता बढ़ाए जा रहा है और उसने अपने हाल ही के आदेश में Coast Guards को शत्रु सैनिकों पर गोली चलाने की अनुमति भी दी है, जिसका सभी ASEAN देशों और जापान ने कडा विरोध जताया है। चीन ने ताइवान के खिलाफ भी आक्रामकता बढ़ा दी है और ताइवान द्वारा स्वतंत्रता की किसी भी कोशिश को युद्ध की घोषणा करार दिया है। हालांकि, अब यह साफ हुआ है कि चीन जिस नौसेना के बल पर सब देशों के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है, वह नौसेना बीमार नहीं, बहुत बीमार है।
चीनी शोधकर्ताओं के मुताबिक “चीनी नौसैनिक 60 से 90 दिनों के लिए मानव-निर्मित हवा और अप्राकृतिक रोशनी में अपना समय व्यतीत करते हैं, उन्हें बेहद संकरी जगह में महीनों गुजारने होते हैं, जिसके कारण वे बेहद कमजोर और बीमार पड़ जाते हैं।” चीनी सरकार और PLA का ज़्यादातर ध्यान सैनिकों की राजनीतिक ट्रेनिंग पर रहता है। Quartz की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 1979 के बाद से चीनी सेना के पास किसी बड़ी मुठभेड़ का कोई अनुभव ही नहीं है, और चीन के सैनिक अपनी training का 40 प्रतिशत हिस्सा “राजनीतिक ट्रेनिंग” में बिताते हैं। ऐसे में PLA के सैनिकों की मानसिक सेहत पर PLA प्रशासन पर कोई खास तवज्जो नहीं दी जाती है। यहाँ तक कि वर्ष 2006 तक तो चीनी सेना में भर्ती के समय मानसिक सेहत के पैमानों पर कोई ध्यान भी नहीं दिया जाता था।
संख्या के हिसाब से चीनी नौसेना दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना है, लेकिन उसकी ताकत अब भी अमेरिकी नौसेना से कई गुना कम है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीनी सेना को वर्ष 2050 तक दुनिया की सबसे शक्तिशाली और आधुनिक सेना बनाने का लक्ष्य रखा है। हालांकि, अपने बीमार सैनिकों के बल पर शायद ही कभी चीन जिनपिंग के सपनों को पूरा कर पाये! ऐसा इसलिए, क्योंकि चीन की One Child Policy के तहत जन्मे बच्चों को बड़े लाड़-प्यार से पाला गया होता है, जो किसी भी रणक्षेत्र में टिक नहीं सकते!