TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    पंजाब में आप का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ हथियार

    पंजाब में आप का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ बन सकता है हथियार

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    कर्नाटक सरकार का रोहित वेमुला बिल खड़े कर रहा कई बड़े सवाल, दो और राज्यों में लागू करने की तैयारी]

    कर्नाटक सरकार का रोहित वेमुला बिल खड़े कर रहा कई बड़े सवाल, दो और राज्यों में लागू करने की तैयारी

    ‘आप गांधी के वंशज नहीं, खुद पर शर्म करो’: महात्मा गांधी के परपोते को बिहार में सुनाई गई खरी-खरी, मंच से भगाया गया

    ‘आप गांधी के वंशज नहीं, खुद पर शर्म करो’: महात्मा गांधी के परपोते को बिहार में सुनाई गई खरी-खरी, मंच से भगाया गया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पाकिस्तान और चीन के लिए काल बनेगा भारत का प्रोजेक्ट 'विष्णु', तीन देशों के पास ही ऐसी तकनीक

    पाकिस्तान और चीन के लिए काल बनेगा भारत का प्रोजेक्ट ‘विष्णु’, तीन देशों के पास ही ऐसी तकनीक

    'ऑपरेशन सिंदूर' में ब्रह्मोस मिसाइल की शानदार सफलता के बाद, 14 से 15 देशों ने इसे खरीदने में रुचि दिखाई है

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में चमकी ब्रह्मोस मिसाइल: 15 देशों ने खरीदने में दिखाई दिलचस्पी

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    देश को अस्थिर करने की रच रहा था साजिश, एनआईए ने आईएसआईएस के सदस्य को किया गिरफ्तार

    देश को अस्थिर करने की रच रहा था साजिश, एनआईए ने आईएसआईएस आतंकी को किया गिरफ्तार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    इमैनुएल मैक्रों और उनकी पत्नी ब्रिजिट मैक्रों (चित्र: सोशल मीडिया)

    फ्रांस की सबसे बड़ी अदालत में पहुंचा मैक्रों की पत्नी के ‘पुरुष’ होने से जुड़ा मामला

    शुक्ला जी की जगह दलित को भेजने की बारी थी, यह क्या बोल गए कांग्रेस नेता उदित राज

    शुभांशु शुक्ला की जगह किसी दलित या OBC को स्पेस में भेजा जाना चाहिए था: कांग्रेस नेता की मांग

    भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा पर फेंके गए अंडे (Photo: X/@Naveen_Odisha)

    कनाडा में हिंदू आस्था पर फिर हमला: भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा पर फेंके गए अंडे, सख्त हुआ भारत

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    एलन मस्क और राष्ट्रपति तैयप एर्दोआन

    मस्क की कंपनी के AI चैटबॉट Grok ने ऐसा क्या कहा कि तुर्की ने कंटेंट कर दिया बैन?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    पंजाब में आप का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ हथियार

    पंजाब में आप का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ बन सकता है हथियार

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    कर्नाटक सरकार का रोहित वेमुला बिल खड़े कर रहा कई बड़े सवाल, दो और राज्यों में लागू करने की तैयारी]

    कर्नाटक सरकार का रोहित वेमुला बिल खड़े कर रहा कई बड़े सवाल, दो और राज्यों में लागू करने की तैयारी

    ‘आप गांधी के वंशज नहीं, खुद पर शर्म करो’: महात्मा गांधी के परपोते को बिहार में सुनाई गई खरी-खरी, मंच से भगाया गया

    ‘आप गांधी के वंशज नहीं, खुद पर शर्म करो’: महात्मा गांधी के परपोते को बिहार में सुनाई गई खरी-खरी, मंच से भगाया गया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पाकिस्तान और चीन के लिए काल बनेगा भारत का प्रोजेक्ट 'विष्णु', तीन देशों के पास ही ऐसी तकनीक

    पाकिस्तान और चीन के लिए काल बनेगा भारत का प्रोजेक्ट ‘विष्णु’, तीन देशों के पास ही ऐसी तकनीक

    'ऑपरेशन सिंदूर' में ब्रह्मोस मिसाइल की शानदार सफलता के बाद, 14 से 15 देशों ने इसे खरीदने में रुचि दिखाई है

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में चमकी ब्रह्मोस मिसाइल: 15 देशों ने खरीदने में दिखाई दिलचस्पी

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    देश को अस्थिर करने की रच रहा था साजिश, एनआईए ने आईएसआईएस के सदस्य को किया गिरफ्तार

    देश को अस्थिर करने की रच रहा था साजिश, एनआईए ने आईएसआईएस आतंकी को किया गिरफ्तार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    इमैनुएल मैक्रों और उनकी पत्नी ब्रिजिट मैक्रों (चित्र: सोशल मीडिया)

    फ्रांस की सबसे बड़ी अदालत में पहुंचा मैक्रों की पत्नी के ‘पुरुष’ होने से जुड़ा मामला

    शुक्ला जी की जगह दलित को भेजने की बारी थी, यह क्या बोल गए कांग्रेस नेता उदित राज

    शुभांशु शुक्ला की जगह किसी दलित या OBC को स्पेस में भेजा जाना चाहिए था: कांग्रेस नेता की मांग

    भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा पर फेंके गए अंडे (Photo: X/@Naveen_Odisha)

    कनाडा में हिंदू आस्था पर फिर हमला: भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा पर फेंके गए अंडे, सख्त हुआ भारत

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    एलन मस्क और राष्ट्रपति तैयप एर्दोआन

    मस्क की कंपनी के AI चैटबॉट Grok ने ऐसा क्या कहा कि तुर्की ने कंटेंट कर दिया बैन?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

20 साल बाद अमेरिका को होगा एहसास, डोनाल्ड ट्रम्प को डंप करके उसने क्या खोया!

Trump ने अमेरिका के लिए जो किया, वो शायद ही कोई और कर सके

Shikhar Srivastava द्वारा Shikhar Srivastava
10 January 2021
in अमेरिकाज़
डोनाल्ड ट्रम्प: एक Lion King जिनका भूखे भेड़ियों ने किया शिकार!
Share on FacebookShare on X

अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव वैसे तो हमेशा ही वैश्विक राजनीति के लिए महत्वपूर्ण होता है। लेकिन इस समय संसार जैसी समस्याओं से जूझ रहा है, उससे इस चुनाव का महत्त्व और भी बढ़ गया था। राष्ट्रपति ट्रम्प की पराजय, आने वाले समय में होने वाले कई बदलावों की गति को थामेगी ही नहीं, बल्कि कई हो रहे बदलावों की दिशा भी तय कर सकती है।

ट्रम्प प्रशासन का सबसे महत्वपूर्ण कार्य था चीन की चुनौती को समझना और उसके खिलाफ कार्यवाही करना।इसके पूर्व में ओबामा प्रशासन के दौरान चीन को वैश्विक व्यवस्था के नियमों की धज्जियां उड़ाने की खुली छूट मिली हुई थी।डेमोक्रेटिक पार्टी का ध्यान रूस के बढ़ते प्रभाव को कम करने पर ही रहा।शीतयुद्ध के हैंगओवर में डूबा अमेरिकी प्रशासन, यूरोप और रूस के बीच की राजनीति में ही उलझा था।जैसे शीतयुद्ध के काल में अमेरिका, यूरोप में रूस का प्रभाव बढ़ने से रोकने का प्रयास करता था वैसे ही प्रयास 21वीं सदी में भी जारी था।

संबंधितपोस्ट

नॉनवेज गायों ने कैसे भारत-अमेरिका ट्रेड डील में खड़ी कर दी है मुसीबत?

एनआईए का वांछित खालिस्तानी आतंकवादी पवित्तर सिंह बटाला समेत आठ अपराधी अमेरिका से गिरफ्तार, बरामद हुए ये हथियार

लश्कर के आतंकी की वकील बन रही थीं पाक की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार, लाइव टीवी पर पकड़ा गया झूठ

और लोड करें

जबकि वास्तविकता में परिदृश्य उलट चुका था।अमेरिका के शत्रुओं में रूस ड्राइविंग सीट से बैकसीट पर जा चुका था और चीन अमेरिका के सबसे बड़े शत्रु के रूप में सामने आ रहा था।रूस अधिकाधिक चीन पर निर्भर हो रहा था।ऐसे में अमेरिका द्वारा लगाए गए आर्थिक प्रतिबंध रूस को चीन पर और अधिक निर्भर बना रहे थे तथा अनायास ही चीन रूस की मित्रता को मजबूत बनाकर, अमेरिका के विरुद्ध चीन का हाथ मजबूत कर रहे थे।

जबकि इन प्रतिबंधों का अमेरिका को कोई वास्तविक लाभ नहीं हुआ। रूस अपने हथियार वैसे ही बेच रहा है, जैसे पहले बेचता था। ईरान और सीरिया को वो आज भी वैसे ही मदद दे रहा है जैसे पहले करता था। यहाँ तक कि अमेरिका की परवाह किये बिना, रूस ने क्रीमिया को भी कब्जा लिया था। इतना ही नहीं जिस यूरोप में रूसी प्रभाव को रोकने की कोशिश, अमेरिका कर रहा था, वह स्वयं ही, अपनी ऊर्जा जरूरतों की पूर्ति के लिए रूस से समझौता कर चुका है।

ऐसे में ट्रम्प ने अनावश्यक रूसी विरोध पर रोक लगाई और सहयोग की कोशिशें शुरू की। संभवतः यदि वे दूसरे कार्यकाल में राष्ट्रपति बनते तो अमेरिका, रूस को चीन के पाले से तोड़कर अलग करने में सफल हो जाता। लेकिन बाइडन का रूस विरोधी रवैया, रूस चीन गठजोड़ को केवल मजबूत ही करेगा।

QUAD का जो स्वरूप हम आज देख रहे हैं यह दस वर्ष पूर्व ही सामने आ सकता था। शिंजो आबे ने 2007 में ही इसके लिए मुहिम शुरू की थी। लेकिन तब भारत में UPA और अमेरिका में ओबामा सरकार ने इसपर उतना ध्यान नहीं दिया। QUAD का असली स्वरूप सामने आया ट्रम्प और मोदी युग में। हालांकि बाइडन के लिए अमेरिका की इंडो पैसिफिक नीति को बदलना लगभग नामुमकिन है, लेकिन इतना तय है कि बाइडन और उनकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, जिस प्रकार दूसरे देशों के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करते हैं, उनका मोदी सरकार से मनमुटाव हो सकता है, जो इंडो-US तथा QUAD में सहयोग के लिए अच्छा नहीं होगा।

ट्रम्प ने चीन की आर्थिक इकाइयों पर प्रतिबंध को योजनाबद्ध तरीके से लागू किया। वास्तव में अमेरिकी राजनीति, आंतरिक मामलों एवं प्रशासन में चीन का बढ़ता प्रभाव, अमेरिका के लिए बहुत खतरनाक साबित होगा। केवल ट्रम्प ही थे, जो इसपर लगाम लगाने का काम कर सकते थे। बाइडन तो वैसे भी चीन से ट्रेड वॉर खत्म करने की वकालत कर चुके हैं।

अमेरिकी अर्थव्यवस्था भी कोरोना की चपेट में आने के पूर्व बहुत शानदार प्रदर्शन कर रही थी। एक ओर जहाँ बाइडन, थर्ड वर्ल्ड की योजना, जैसे बेरोजगारी भत्ता बांटने का वादा कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर ट्रम्प के कार्यालय में अमेरिका में लगातार 76 महीनों तक रोजगार स्तर में बढ़ोतरी हुई थी, जो अमेरिकी इतिहास में एक रिकॉर्ड है।

पश्चिम एशिया की बात करें तो अब्राहम अकॉर्ड इस बात का सबसे बड़ा उदाहरण है कि कैसे ट्रम्प ने इस क्षेत्र का भूराजनैतिक परिदृश्य ही बदल दिया। अफगानिस्तान में भी ट्रम्प के कार्यकाल में ही यह संभव हुआ कि तालिबान इतिहास में पहली बार अफगानिस्तान सरकार से बात करने को राजी हुआ। संभव है कि ट्रम्प के रहते अफगानिस्तान में शांति स्थापित हो सकती थी।

भारत के संदर्भ में बात करें तो ट्रम्प हमेशा एक विश्वसनीय सहयोगी रहे। भले ही आर्थिक मामलों में दोनों देश कभी एकराय नहीं हुए, लेकिन इसका प्रभाव हमारे सहयोग पर नहीं पड़ा। वास्तव में ट्रम्प की भारत नीति बिल्कुल यथार्थवादी थी। उन्होंने भारत को हमेशा एक प्रतिद्वंद्वी अर्थव्यवस्था की तरह देखा एवं अपने देश के हितों को तरजीह दी, जो अमेरिका के लिहाज से बिल्कुल सही फैसला था। लेकिन सामरिक रूप से हमेशा भारत के साथ चट्टान की तरह खड़े रहे। यह एक समझदार एवं यथार्थवादी विदेश नीति का उदाहरण है।

चीन से स्टैंडऑफ के समय डिएगो गार्सिया में अमेरिका बॉम्बर उतारना हो या दक्षिण चीन सागर में नौसैनिक बेड़ा, अमेरिका ने खुलकर भारत के सहयोग में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया। जबकि ओबामा सरकार में चीन तो छोड़िए, पाकिस्तान तक के खिलाफ अमेरिका भारत के साथ नहीं होता था। वास्तव में ऐसा इसलिए है क्योंकि ओबामा सरकार की प्राथमिकता ही दूसरी थी।

अमेरिकी डीप स्टेट के लिए अमेरिकी युद्ध धन उगाही का जरिया हैं। अमेरिका ने तेल के लालच में पश्चिम एशिया को जला दिया। पाकिस्तान से भी सहयोग इसीलिए किया गया क्योंकि वह अफगानिस्तान और पश्चिम एशिया में अमेरिका के हितों की पूर्ति के हमेशा अपने सैन्य अड्डे इस्तेमाल करने देता था। इसके बदले उसे अमेरिकी डॉलर मिलते थे। एक तरह से देखें तो यह दो स्वार्थी ताकतों का सहयोग था। अपने स्वार्थ को डीप स्टेट ने वैश्विक शांति के लिए किए जा रहे युद्धों की संज्ञा दी। फ़िल्म और इतिहास में सदैव से परोसे गए, रूस विरोधी एजेंडा ने डीप स्टेट की बेवकूफाना और स्वार्थी नीतियों को प्रासंगिक बना दिया। जबकि वास्तविक शत्रु चीन दिनोदिन मजबूत होता रहा।

यह सत्य है कि उनके कार्यकाल में अमेरिका में विभिन्न समुदायों, विशेष रूप से ब्लैक और वाइट में टकराव बढ़ा है। लेकिन अमेरिका में यह जहर हमेशा से मौजूद था, ट्रम्प के कार्यकाल में इसका भद्दा चेहरा दुनिया ने देख लिया। वास्तव में अमेरिका का यह सामाजिक वैमनस्य किसी मवाद वाला नासूर जैसा है। केवल दृष्टिकोण की बात है कि आप मवाद को नासूर के अंदर रखने के पक्ष में हैं या बाहर, दोनों स्थिति में नासूर जस का तस रहेगा।

ट्रम्प ने इस पूरी व्यवस्था को ही चुनैती दे दी। यही कारण रहा कि अमेरिकी डीप स्टेट उनके खिलाफ हो गया। यह सत्य है कि ट्रम्प को चतुराई से बात करना नहीं आता। उनकी इसी कमी का विरोधियों को लाभ हुआ। लेकिन ट्रम्प ने अमेरिका और विश्व के लिए जो किया है, उसे इतिहास से मिटाया नहीं जा सकेगा। अमेरिकी जनता और विश्व की लोकतांत्रिक शक्तियों को उनके कार्यों का महत्व आज से 20 साल बाद समझ आएगा।

Tags: AmericaDonald Trump
शेयर18ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

ट्विटर ने ट्रंप का अकांउट बंद कर सख्त संदेश दिया, अब भारतीय सांसदों ने इसे सबक सिखाने की ठानी है

अगली पोस्ट

किसानों का आांदोलन किसान vs मोदी सरकार नहीं, बल्कि राहुल vs अमरिंदर है

संबंधित पोस्ट

अहमदाबाद में एअर इंडिया फलाइट क्रैश
अमेरिकाज़

एअर इंडिया विमान दुर्घटना: अमेरिकी और ब्रिटिश एजेंसियां भारतीय जमीन पर जांच क्यों कर रही हैं?

19 June 2025

15 जून को  एअर इंडिया की फ्लाइट AI 171 अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त होना के बाद  पूरा देश हैरान रह गया और इस हादसे में फ्लाइट...

डोनाल्ड ट्रम्प, बेंजामिन नेतन्याहू, गाज़ा, रीवीएरा
अमेरिकाज़

ट्रम्प के गाज़ा कब्ज़े की योजना का ‘दामाद’ फैक्टर: बम की जगह दिखेगी बिकनी, अरब मुल्क़ों से भी ख़ूब जम रहा कारोबार

13 February 2025

इटालियन में एक शब्द है Riviera (रिवीएरा), जिसका आशय किसी आकर्षक और सुंदर समुद्र-तट वाले क्षेत्र से होता है। यानी, ऐसा समुद्र-तटीय क्षेत्र जो पर्यटकों...

डोनाल्ड ट्रम्प, अमेरिकी राष्ट्रपति
अमेरिकाज़

शपथग्रहण के साथ ही चीन को झटका देंगे डोनाल्ड ट्रम्प, QUAD की हो सकती है बैठक: भारत में बैठे कुछ तत्वों को भी होगी बौखलाहट

18 January 2025

विदेश मंत्रालय का बयान उन बयानवीरों और कथित लिबरल्स के लिए किसी झटके से कम नहीं है जो डोनाल्ड ट्रंप के शपथ समारोह की गेस्ट...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Congress’s Rohith Vemula Bill: Caste Polarization Masquerading as Reform

Congress’s Rohith Vemula Bill: Caste Polarization Masquerading as Reform

00:07:33

Bhima Koregaon Won’t Be Repeated; Maharashtra’s Special Act to Wipe Out Urban Naxals.

00:06:06

Conqueror of the Seas: Rajendra Chola and the Rise of Naval Bharat

00:07:47

How UPI went global? Why Namibia Adopted It?

00:07:20

Stalin’s DMK Faces Heat Over Brutal Custodial Killings in Tamil Nadu

00:08:06
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited