खालिस्तानियों की जी हुजूरी में अमेरिकी राजनीतिज्ञों ने चलवाया 5.5 मिलियन डॉलर का भारत विरोधी एड?

अमेरिका भी खालिस्तानियों के साथ?

अमेरिका

‘किसान आंदोलन’ ने नाम पर भारत में हिंसा भड़काने को आतुर खालीस्तानियों ने अब एक नया दांव चला है। अमेरिका के एक अहम खेल समारोह के बीच में एक एड प्रसारित किया गया, जिसमें ‘किसान आंदोलन’ के लिए समर्थन जुटाने की बात की गई, और भारत के विरुद्ध कई भ्रामक तथ्य भी फैलाने का प्रयास किया गया।

दरअसल, अभी अमेरिका में ‘Super Bowl’ यानि नेशनल फुटबॉल लीग की वार्षिक चैम्पियनशिप चल रही है। कैलिफॉर्निया के Fresno County में आयोजित एक मैच में ब्रेक के दौरान एक एड चलाया गया, जिसमें ‘किसान आंदोलन’ के लिए समर्थन जुटाने की बात की गई। इसकी शुरुआत अमेरिकी मानवाधिकार कार्यकर्ता मार्टिन लूथर किंग जूनियर के कथन से हुई और फिर किसान आंदोलन के बारे में बातचीत हुई, जिसमें ये भी आरोप लगाया गया कि भारत की केंद्र सरकार की कार्रवाई के कारण 160 से अधिक किसान मारे गए हैं।

इसके अलावा यह भी झूठ फैलाया गया कि यह इतिहास के सबसे विशाल विरोध प्रदर्शन है, जिसे विश्व भर में 25 मिलियन लोगों का समर्थन प्राप्त है। लेकिन अब प्रश्न ये उठता है कि इस एड को एक अहम अमेरिकी स्पोर्ट्स ईवेंट के दौरान प्रसारित करने के पीछे क्या उद्देश्य था, और किस कारण से इस भ्रामक और भारत विरोधी एड को बढ़ावा दिया गया?

जांच पड़ताल में ये सामने आया कि इसे कैलिफॉर्निया के खालिस्तानी समर्थकों ने ही बढ़ावा दिया। रिपोर्टस में ये भी कहा जा रहा है कि  इसके लिए 5.5 मिलियन डॉलर का फंड भी जुटाया गया। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार,

“भारतीय अमेरिकी बैंकर राज सोढ़ी लेन और उसके मित्रों ने इस 30 सेकंड के एड को फ्रेस्नो काउंटी के सीबीएस में चलवाया, वो भी NFL के चैम्पियनशिप गेम से थोड़ा पहले, जिसकी ऑडियंस व्यूअरशिप पिछले वर्ष 10 करोड़ से भी अधिक थी। राज सोढ़ी के अनुसार प्रारम्भिक उद्देश्य 43 शहरों से इस एड के जरिए साढ़े 8 लाख डॉलर इकट्ठा करने का था, परंतु वहाँ देर हो गई”।

इस एड को कई खालिस्तानी समर्थकों से समर्थन मिला, और इसे खालिस्तानी समर्थक जैज़ी बी ने भी शेयर किया। इस एड को प्रकाशित करने के पीछे इन लोगों का उद्देश्य स्पष्ट था, ‘किसान आंदोलन’ के नाम पर भारत विरोधी तत्वों को ज्यादा से ज्यादा इकट्ठा करना। अब ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि अमेरिका के कुछ नेताओं की भी इसमें भूमिका रही है, अन्यथा 5.5 मिलियन डॉलर का फंड कहाँ से आता?

इसकी पुष्टि इस बात से भी की जाने लगी जब इस विवादित एड को Fresno County के मेयर ने भी अपना समर्थन दिया, जब उन्होंने कहा, “इस वैली में हम खेती बाड़ी और कृषि की आवश्यकता को समझते हैं और भारत में बैठे हमारे भाइयों और बहनों को हम सूचित करना चाहते हैं कि सरकार के हर गलत कदम के विरुद्ध हम आपके साथ खड़े हैं। हम आपको बताना चाहते हैं कि आप अकेले नहीं है”।

ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि अब भारत विरोधी तत्वों ने अपने असली इरादे जगजाहिर करते हुए अमेरिका को भी भारत विरोधी तथ्यों के लॉन्चपैड के तौर पर प्रयोग करना शुरू कर दिया है और अमेरिकी राजनेता भी इसके साथ जुड़ रहे हैं। ये न केवल एक कायराना कदम है बल्कि इसे नियंत्रण में न लाए जाने पर ये भारत और अमेरिका के संबंधों के लिए हानिकारक भी सिद्ध हो सकता है।

 

Exit mobile version