Nodeep Kaur पुलिस पर हमला करने के लिए जेल गयी, अमेरिकी VP की भतीजी मीना हैरिस को ये “एक्टिविज़्म” लगता है

नवदीप कौर

जब कहीं प्रोटेस्ट होता है तो कई लोग ऐसे होते हैं जो एक्टिविज्म के नाम पर अपना उल्लू सीधा करते हैं, इसके लिए वे किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार रहते हैं। भारत में हो रहे किसान आन्दोलन का भी इसी तरह फायदा उठाया जा रहा है। अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस भी भारत में फेमस होने के लिए इसका फायदा उठा रही हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने एक ट्वीट कर एक लेबर एक्टिविस्ट नौदीप कौर की गिरफ़्तारी का मामला उठाया था जिसके बाद इसे बड़े स्तर पर कवर किया गया।

मीना हैरिस ने ट्वीट में दावा कि नौदीप कौर के साथ पुलिस हिरासत में “यातना और यौन उत्पीड़न” का शिकार हुईं। हैरिस ने यह भी दावा किया है कि उसे बिना जमानत के ही 20 दिनों से हिरासत में रखा गया है! अब हम आपको सच्चाई बताते हैं। नौदीप कौर को ऐसे ही गिरफ्तार नहीं किया गया था बल्कि गंभीर अपराधिक मामलों जैसे ऑन ड्यूटी पुलिस पर हमले, जबरन वसूली, दस्तावेजों को छीनने जैसे मामलों के लिए गिरफ्तार किया गया था। 

https://twitter.com/meenaharris/status/1357769238954479616?s=20

अर्थात तथाकथित वकील-कार्यकर्ता नौदीप कौर को पुलिस पर हमला करने के लिए गिरफ्तार किया गया था, यूएसए के उपराष्ट्रपति की भतीजी इसे एक्टिविज्म कह रही है। इसका क्या अर्थ लगाया जा सकता है? यही कि वह किसी भी तरह भारत में पुलिस के खिलाफ माहौल बनाना चाहती हैं जिससे जनता और पुलिस के बीच वैमनस्य बढ़े और अराजकता फैले।

लगाये गए आरोपों का खंडन करते हुए पुलिस ने बताया है कि नौदीप कौर दो गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रही है। उसे 12 जनवरी को आईपीसी की धारा 148, 149, 323, 452, 384 और 506 के तहत कुंडली पुलिस स्टेशन में दर्ज एक प्राथमिकी के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। बता दें कि नवदीप कौर पर 3 केस दर्ज हैं, और अभी तक एक मामले में ही जमानत मिली है।

यह मामला एक ललित खुराना द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था, जो कि कुंडली में एलेकमेच प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक अकाउंटेंट के रूप में काम करता है।

पंजाब पुलिस ने स्पष्ट किया है कि नौदीप कौर (24) को जबरन वसूली, दस्तावेजों को छीनने, पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट करने के अलावा सार्वजनिक कर्मचारियों को उनके कामों में बाधा डालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

पुलिस शिकायत में कहा गया है कि आरोपी नौदीप कौर ने दो अन्य महिलाओं और 50 से अधिक पुरुषों के साथ कंपनी के कार्यालय पर धावा बोला और पैसे की मांग की।

पुलिस की शिकायत में कहा गया है, “जब हमने इनकार किया, तो उन्होंने हंगामा किया और हमें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। हमने पुलिस को कॉल किया, परन्तु उन्हें भी आरोपी और उसके साथियों ने पीटा।”

सोनीपत के एसपी जशनदीप सिंह रंधावा ने बताया कि, “यह नौदीप कौर के खिलाफ दर्ज किया गया पहला मामला नहीं है। वह पहले से ही एक आपराधिक मामले का सामना कर रही है।“ उन्होंने बताया कि नौदीप पर लगाये गए आरोप गलत नहीं है क्योंकि फैक्ट्री परिसर से बरामद सीसीटीवी फुटेज में आरोपी और अन्य लोगों को पुलिस के साथ मारपीट करते हुए देखा गया है।

FIR में कहा गया है कि जब तीन पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे, तो आरोपी लाठियों के साथ थे और पैसे वसूलने आए थे।

पुलिस ने उनसे कंपनी परिसर छोड़ने का अनुरोध किया, लेकिन कथित तौर पर नौदीप कौर ने चुनौती दी , और दूसरे लोगों को “पुलिस को सबक सिखाने” के लिए उकसाया।

घटना में जब पुलिस पर पथराव किया गया और उन पर लाठियों से भी हमला किया गया तब इंस्पेक्टर रवि कुमार और दो कांस्टेबल घायल हो गए। एफआईआर में कहा गया है कि आरोपी ने हेड कांस्टेबल राकेश से एक फाइल के अलावा एक बंदूकधारी से कार्बाइन छीनने की भी कोशिश की।

यही नहीं प्राथमिकी में कहा गया है कि नौदीप कौर के साथी भागने में सफल रहे, पुलिस ने महिला कांस्टेबल रीता की मदद से उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मामले में अन्य सह-आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की।

यानि मीना हैरिस एक ऐसी महिला के लिए समर्थन जुटा रही है जिसने पुलिस पर जानबुझकर हमला किया मगर कमला हैरिस की भतीजी इस अपराध को एक्टिविज्म का नाम  दे रही है। यह किसी देश में अराजकता फ़ैलाने की कोशिश नहीं है तो और क्या है? राहुल गाँधी की तरह ही फेमस हुई मीना आज अपने आप को एक सेलेब्रेटी की तरह देखती है लेकिन उन्हें यह पता नहीं है कि उनकी बराबरी राहुल गाँधी के दिमाग से कम नहीं है।

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