किसी सरकार विरोधी शख्स पर भष्टाचार को लेकर जब आरोप लगते हैं तो वो पहले तो जांच की चुनौती देते हैं और जब आरोप सिद्ध होने लगते हैं, तो ये लोग आवाज दबाने का बहाना बनाकर सरकार पर ही निशाना साधने लगते हैं। फैंटम प्रोडक्शन कंपनी को लेकर बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू और अनुराग कश्यप का मसला भी कुछ ऐसा ही है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट लगातार उनसे संबंधित सभी ठिकानों पर छापे मारकर नए-नए खुलासे कर रहा है तो दूसरी ओर इनके ही समर्थक इन्हें बचाने के लिए मोदी सरकार के खिलाफ खड़े हो गए हैं, जबकि हकीकत ये है कि इन दोनों के जुर्म अब संगीन सिद्ध होते दिख रहे हैं और ये उनके जेल जाने का साफ संकेत दे रहे हैं।
यकीनन अनुराग कश्यप और तापसी पन्नू की नीति सरकार विरोधी रही है, लेकिन इस बात को मुद्दा बनाकर ये नहीं कहा जा सकता कि वो लोग कोई भी जुर्म करें तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई ही न की जाए। तापसी और अनुराग पर टैक्स चोरी के संगीन आरोप हैं। इस मुद्दे पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट लगातार जांच कर रहा है। इस केस में फैंटम फिल्म प्रोडक्शन हाउस, क्वान मैनेजमेंट कंपनी और फिल्म निर्माण से जुड़ी अन्य कंपनियों के कई वित्तीय लेन-देन में गड़बड़ी होने की बातें सामने आई हैं।
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अधिकारियों का कहना है कि फिल्म निर्माण से लेकर बॉक्स ऑफिस के कलेक्शन और इनकम के दस्तावेजों में काफी विसंगतियां हैं। इसके अलावा फिल्म निर्देशकों और शेयरधारकों के बीच करीब 350 करोड़ रुपए के टैक्स चोरी का भी एक बड़ा मुद्दा है जिसमें अनुराग कश्यप और तापसी पन्नू पर संदेह सबसे ज्यादा है। इस पूरे मुद्दे को जोड़कर देखें तो टैक्स चोरी और वित्तीय अनियमितताओं का ये केस करीब 650 करोड़ का हो जाता है और पिछले तीन दिनों से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट एक-एक कड़ी जोड़ रहा है। अधिकारियों का ये भी कहना है कि प्रोडक्शन हाउस वाले केस में कंपनियों के पास करीब 300 करोड़ रुपए का कोई ब्यौरा ही नहीं है।
अब इस गड़बड़ी के सामने आने के बाद सवाल तो ये भी उठता है कि जब तापसी की पिंक और थप्पड़ जैसी कुछ ही फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सफल रही हैं तो फिर उनके पास इतनी धनराशि कहां से आई? इसके साथ ही अनुराग कश्यप जो ये कहते नहीं थकते कि उनके पास बड़े बजट की फिल्म करने के लिए पैसे ही नहीं हैं, उनके पास भी अब इतने पैसे कहां से आये, इन सारे सवालों का जवाब इन दोनों के पास ही होगा।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट अपनी छापेमारी में कंपनियों और कलाकारों के जरूरी दस्तावेज समेत वाट्सएप चैट्स, हार्ड डिस्क और डिजिटल डेटा भी ले गया है, केवल इतना ही नहीं टैक्स के इस केस को लेकर इनकम टैक्स अधिकारियों ने करीब 7 लॉकर्स को भी सीज कर दिया है, जो कि अब अनुराग और तापसी पन्नू समेत सभी कलाकारों पर मुसीबत बनने वाला है।
दिलचस्प बात ये भी है कि इन दोनों ने ही की दस्तावेजों को बर्बाद करने के साथ ही चैट्स को भी नष्ट किया है जो कि इन पर सबूत नष्ट करने का एक अन्य केस भी बन सकता है।
एक तरफ इस मुद्दे पर जांच जारी है तो दूसरी ओर तापसी और अनुराग के समर्थन में विपक्षी दल लगातार मोदी सरकार को घेर रहे हैं। कांग्रेस से लेकर शिवसेना सभी का एक ही आरोप है कि तापसी और अनुराग के खिलाफ इनकम टैक्स की ये कार्रवाई केवल इसलिए हो रही है क्योंकि ये लोग मोदी सरकार का विरोध करते हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी तो बकायदा ट्वीट कर इन दोनों को बचाने की और मोदी सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं।
विपक्ष के आरोपों से इतर आयकर विभाग मुंबई में इन सभी कलाकारों के अलग-अलग ठिकानों पर एक्शन ले रहा है, जिससे नए-नए खुलासे हो रहे हैं। ऐसे में अनुराग कश्यप और तापसी पन्नू की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। इन सभी परिस्थितियों का देखते हुए ये रहा जा सकता है कि देश में विपक्ष इस कार्रवाई पर मोदी विरोध की चाहे जितनी भी हवा बनाता रहे लेकिन सबूतों के सामनें आने के बाद विपक्ष के बचाव के बावजूद तापसी और अनुराग कश्यप जैसे कलाकारों को जेल जाने से कोई रोक नहीं पाएगा।