देश में शुरु हुए कोरोनावायरस के दूसरे फेज के वैक्सिनेशन की शुरुआत हो गई है, जिसमें देश के राजनेताओं से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक को कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी। इसी कड़ी में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी दिल्ली के एम्स अस्पताल में वैक्सीन लगवाई है। प्रधानमंत्री ने वैक्सीन लगवाने के साथ ही कुछ ही क्षणों में कई संदेश देश की जनता को भी दिए हैं, जो कि देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता को प्रदर्शित कर रहा है। खास बात ये भी है कि इस समय देश में बांटने की राजनीति जारी है और इसलिए पीएम द्वारा ये संदेश देना भी जरूरी था।
1 मार्च से शुरु हुए कोरोनावायरस के दूसरे चरण के वैक्सिनेशन प्रोग्राम के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी वैक्सीन लगवा ली है। पीएम ने देश को वैक्सीन की विश्वसनीयता को लेकर संदेश दिया है कि सभी वैक्सीन प्रभावी हैं। दिलचस्प बात ये भी है कि पीएम ने राजनीति के कारण विवादों में रही भारत बायोटेक की स्वदेशी को-वैक्सीन ही लगवाई है। इसके जरिए पीएम द्वारा संदेश देने की कोशिश की गई है कि वैक्सीन की विश्वसनीयता को लेकर उठाए गए सभी तरह के विवाद फिजूल ही हैं और लोगों को बिना किसी संशय वैक्सीन लगवानी चाहिए।
खास बात ये भी है कि पीएम मोदी को वैक्सीन लगाने वाली जो नर्स पी निवेदा (Sister P Niveda) हैं, वो मूल रूप से पुडुचेरी की रहने वाली हैं और दूसरी नर्स केरल की हैं। पीएम के इस कदम से ये भी संदेश गया है कि दिल्ली में केरल और पडुचेरी के लोग भी पूरे सम्मान के साथ रहते हैं। वहीं, खास बात ये है कि इस दौरान पीएम ने अपने गले में जो गमछा डाल रखा था वो असम का सांस्कृतिक गमछा माना जाता है और इससे एक संदेश भी गया है कि पूर्वोत्तर भारत भी इस देश का ही अखंड हिस्सा है। इसलिए असम और पूरे पूर्वोत्तर भारत को एक ही चश्में से देखना चाहिए और उनके क्षेत्र के नागरिकों के साथ पूरे देश में किसी भी प्रकार की भेदभाव नहीं होना चाहिए।
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पिछले कुछ दिनों से देश की राजनीति में दक्षिण बनाम उत्तर की राजनीति को बढ़ावा देने की प्लानिंग चल रही है, जिसे कांग्रेस के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने अलग ही स्तर पर पहुंचा दिया। उन्होंने अपने बयान में उत्तर भारत के अमेठी की तुलना में दक्षिण भारत के केरल के वायनाड को राजनीतिक समझ के अनुसार बेहतर बताया था जो दिखाता है कि वो देश में बंटवारे की राजनीति को बढ़ावा दे रहे हैं और ये देश के लिए घातक है।
इस तरह की राजनीति के बीच पीएम मोदी ने चंद मिनट के वैक्सिनेशन प्रोग्राम के जरिए सीधा संकेत दिया है कि दिल्ली के एम्स अस्पताल में केरल और पुडुचेरी की नर्स बेहतरीन काम करके लोगों की सेवा कर रही हैं। इसलिए दक्षिण और उत्तर भारत में कोई भी बड़ा छोटा या कमतर नहीं है। पीएम ने संदेश दिया है कि देश में अखंडता और संप्रभुता के नाम पर किसी भी तरह की राजनीति नहीं करनी चाहिए, और जो कर रहा है जनता को उसे नजरंदाज करना चाहिए।
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पीएम मोदी को लेकर हमेशा ही कहा जाता है कि वो एक छोटा सा कदम भी रखते हैं तो उसके बड़े संदेश निकाले जा सकते हैं। इसी तरह वैक्सीन लगवाने के जरिए पीएम ने देश की अखंडता, सांस्कृतिक एकता और संप्रभुता का सदेश तो दिया ही है, साथ ही बिना कुछ बोले को-वैक्सीन लगवाकर ये कह दिया है कि विपक्षियों द्वारा प्रायोजित वैक्सीन की विश्वसनीयता वाले मुद्दे को ज्यादा तवज्जो न दी जाए क्योंकि देश की वैक्सीन प्रभावी है।