जो बाइडन के साथ जो हुआ वो बेहद दुखद था, Democrats 78 वर्षीय बुज़ुर्ग के साथ ज़्यादती कर रहे हैं

अमेरिका के राष्ट्रपति सीढ़ियों पर गिरते-पड़ते और लुढ़कते जो बाइडन को देखकर रूह काँप उठती है

जो बाइडन

कल WhatsApp, फेसबुक और इन्स्टाग्राम के डाउन होने की खबर चारों तरफ थी, इसी दौरान एक और बड़ी घटना हुई। वह घटना थी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के ‘एयरफ़ोर्स वन’ विमान की सीढ़ियां चढ़ते समय तीन बार लड़खड़ा कर गिरने की। उनके लड़खड़ाने की वीडियो सोशल मिडिया पर तेजी से वायरल हो चुकी है और लोग खूब मजाक उड़ा रहे हैं। अमेरिका में रिपब्लिकन जो बाइडन के इस वीडियो को खूब शेयर भी कर रहे हैं।

हालांकि, जो बाइडन के साथ जो हुआ वह अच्छा नहीं हुआ, वह भी तब जब आप अमेरिका के राष्ट्रपति हैं और विश्व की सबसे शक्तिशाली व्यक्ति हैं। हम सभी के साथ ऐसा हुआ होगा और हम कभी न कभी सीढ़ियों पर फिसले होंगे। यहाँ पर गलती 78 वर्षीय जो बाइडन की बिल्कुल नहीं है, यहाँ गलती है डेमोक्रेट्स की, जिन्होंने एक 78 वर्षीय बूढ़े व्यक्ति को इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी है कि सीढ़ियों पर चढ़ने में भी लड़खड़ा रहे हैं। यह स्पष्ट होता है कि जो बाइडन के मानवाधिकारों का हनन भी हो रहा है।

लोग सोशल मीडिया पर अब उनके मीम बनाने लगे हैं और ऐसा होता ही रहेगा। यहाँ सिर्फ गलती डेमोक्रेट्स की है, न तो डेमोक्रेट्स उन्हें राष्ट्रपति बनाते और न ही उनका इस तरह मजाक बनता।

अगर यह सच नहीं है तो सच ऐसे भी समझा जा सकता है। जो बाइडन एक बार नहीं फिसले बल्कि तीन बार फिसले। वीडियो में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि बाइडन विमान की सीढ़ियों पर तीन बार गिरे। गिरने के बाद वह दो बार हाथ के सहारे उठे, लेकिन तीसरी बार घुटने के बल गिर पड़े। इसके बाद राष्ट्रपति सीढ़ियों की साइड रेलिंग को पकड़कर किसी तरह ऊपर पहुंचे और विमान में बैठकर रवाना हो गए। एक बार गिरना या फिसलना तो समझ में आता है लेकिन तीन बार गिरना उनके ऊपर दी गयी अत्यधिक बोझ, काम का प्रेशर और बुढ़ापे का असर नहीं है तो क्या है? जिस उम्र में सन्यास लिया जाता है, उसमें ये डेमोक्रेट्स जो बाइडन के ऊपर काम का बोझ लादे जा रहे हैं। यह बाइडन की दयनीय स्थिति ही है कि वह कुछ नहीं कर पा रहे हैं।

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इससे भी हैरानी तो तब हुई जब राष्ट्रपति बाइडन के स्वास्थ्य पर सवाल उठने लगे और तब व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरिन जीन-पियरे ने कहा, “सीढ़ियों पर चढ़ते वक्त हवा का बहाव काफी तेज था। शायद इसीलिए 78 वर्षीय जो बाइडन का संतुलन बिगड़ गया।“  डेमोक्रेट्स जो बाइडन को इस उम्र में भी हंसी के पात्र बना रहे हैं।

अभी तो उनके कार्यकाल के 3 महीने भी नहीं हुए हैं और यह हालात हो चुके हैं, बाइडन इस अत्याचार को चार वर्ष कैसे झेलेंगे यह यह चिंता की बात है। पर जो भी हो लोगों को “स्लीपिंग जो” के नाम से जाने जाने वाले बाइडन का सीढ़ियों पर फिसलने का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए। उनके बजाये उन डेमोक्रेट्स की भर्त्सना होनी चाहिए जो बाइडन को अपनी करतूतों का चेहरा बनाये रखने के लिए उन पर बोझ डाल रहे हैं।

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