पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका के राजनीतिक पटल पर शानदार वापसी दर्ज की है। अमेरिका की डामाडोल राजनीतिक स्थिति के बीच उन्होंने स्पष्ट किया कि रिपब्लिकन पार्टी ट्रम्प की ही पार्टी थी और रहेगी। उन्होंने स्पष्ट किया है कि विश्वासघातियों के साथ-साथ अमेरिका को बर्बाद करने का प्रयास करने वालों को भी नहीं बख्शा जाएगा।
अपने समर्थकों को दिए सम्बोधन में डोनाल्ड ट्रम्प ने स्पष्ट किया कि वो कोई अलग पार्टी नहीं बनाएंगे, और रिपब्लिकन पार्टी ही उनकी पार्टी है। जब से वो डेमोक्रेट पार्टी द्वारा दायर महाभियोग के दूसरे प्रस्ताव से बरी हुए हैं, तब से उनका रुख बहुत आक्रामक हो चुका है, खासकर उन लोगों के प्रति, जो रिपब्लिकन पार्टी के होते हुए भी पार्टी के सिद्धांतों को तार तार करते हुए ट्रम्प को घेरने में लगे हुए थे।
डोनाल्ड ट्रम्प के अनुसार, “वो कहते रहे कि मैं नई पार्टी बनाऊँगा। पर ऐसा कुछ नहीं है, हमारी रिपब्लिकन पार्टी है, जो एक होगी और पहले से अधिक मजबूत होगी। मैं कोई नई पार्टी नहीं बना रहा हूँ, और ये फेक न्यूज है”।
ट्रम्प ने मिट रोमनी और लिज़ चेनी जैसे विश्वासघातियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “अब समय आ चुका है कि उन रिपब्लिकन्स को बढ़ावा दें, जिनका व्यक्तित्व चट्टान जितना दृढ़ है। हम ऐसे नेताओं के साथ नहीं रह सकते जो डेमोक्रेट्स को चुनौती देने के बजाए अपने ही देशवासियों को हतोत्साहित करने में विश्वास रखें, खासकर उन्हें, जो अमेरिका को समाजवाद के कुएं में धकेलना चाहते हैं”।
डोनाल्ड ट्रम्प ने आगे कहा, “जितनी तत्परता आपने मुझे सदन से हटाने में दिखाई थी, उतनी ही तत्परता अगर ओबामा और बाइडन की नीतियों के विरुद्ध दिखाते तो आज हम पता नहीं कहाँ होते। डेमोक्रेट्स में मिट रोमनी, बेन सेस, रिचर्ड बर्र, बिल कैसिडी, एंथनी गोनजालेज़, लिज़ चेनी जैसे दलबदलू की जगह तो बिल्कुल नहीं है”।
सच कहें तो ट्रम्प ने अपने सम्बोधन से ये स्पष्ट किया है कि आज भी अमेरिका में उनके नाम का सिक्का कितना चलता है। जिस प्रकार से उनके सम्बोधन में भारी भीड़ जुटी थी, यह इस बात का परिचायक है कि किस प्रकार से वो आज भी समर्थकों को जुटाने में सफल हैं। जिस प्रकार से जो बाइडन के नेतृत्व में अमेरिका बदहाली की ओर अग्रसर हो रहा है, उससे अमेरिका को बचाने के लिए डोनाल्ड ट्रम्प ने स्पष्ट तौर पर मोर्चा संभाल लिया है, और वो किसी को भी नहीं छोड़ेंगे – न तो अमेरिका की दुर्गति करने वालों को, और न ही उनके विरोध के नाम पर रिपब्लिकन पार्टी और अमेरिका के साथ विश्वासघात करने वालों को।