26 जनवरी को हुए लाल किला हिंसा के मुख्य आरोपी दीप सिद्धू को दिल्ली कोर्ट ने शनिवार को जमानत दी जिसके बाद दीप सिद्धू अभी जेल से बाहर निकलने की तैयारी कर ही रहा था, तब तक दिल्ली क्राइम ब्रांच की यूनिट ने दूसरे मामले में उसे गिरफ्तार कर लिया है। Archaeological survey of India द्वारा दर्ज कराई गई FIR के मामले में दीप सिद्धू को दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया है।
दीप सिद्धू को जमानत मिलने की खबर सुनकर उसके खालीस्तानी समर्थकों और फैंस ने खुशियां मनानी शुरू कर दी थी। कुछ ने तो दीप सिद्धू के लिए फ्यूचर प्लान भी बनाने लगे, जैसे कि, उसे दोबारा किसान आन्दोलन से जुड़ जाना चाहिए। जबकि कुछ फैंस ने यह चिंता जताई कि दीप तो किसान आंदोलन से जुड़ जाए, लेकिन क्या किसान आंदोलन में उसे स्वीकारा जाएगा?
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Hope he is accepted in Morcha as well. We should stand with him.
— Hooman (@no4116466677) April 17, 2021
लेकिन छोटे-मोटे फैंस के अलावा कुछ चर्चित लोगों ने भी अपनी खुशी जाहिर की। जैसे की – अकाली दल के प्रवक्ता और दिल्ली सिख मैनेजमेंट कमेटी के प्रमुख मनजिंदर सिंह सिरसा ने अपने ट्विटर पर लिखा, “दीप सिद्धू की जमानत किसान आंदोलन की बड़ी जीत है। सिद्धू को बड़ी लड़ाई लड़ने के बाद जमानत मिली है। मैं ईश्वर के साथ दीप सिद्धू के लीगल टीम को धन्यवाद करता हूं”।
Big victory for Farmer’s Movement: Deep Sidhu granted Bail after a prolonged fight. I thank the Almighty for this victory & congratulate DSGMC legal team member Jaspreet Singh Rai Ji, his brother Mandeep Singh and lawyer Abhishek Gupta for fighting this battle successfully @ANI pic.twitter.com/1XatnnoZbV
— Manjinder Singh Sirsa (मोदी का परिवार) (@mssirsa) April 17, 2021
दीप को इंग्लैंड में बैठे खालसा सहायता की आड़ में खालिस्तानी रविंद्र सिंह ने भी बधाई दी। सिंह ने ट्विटर पर लिखा, “क्या कोई मुझे बता सकता है कि, दीप ने असल में किया क्या था”। लेकिन जब दीप सिद्धू को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया तब, सिंह ने ट्विटर पर लिखा,” मुझे लगता है यह होना ही था, भारत का सिस्टम ऐसे ही चलता है। यह एक मासूम इंसान के साथ अन्याय हो रहा है।”
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https://twitter.com/RaviSinghKA/status/1383374828598554625
गौरतलब है कि, दीप सिद्धू के लिए रविंद्र सिंह जैसे लोग समर्थन में उतरे है। सिंह के ट्विटर हैंडल पर भारत विरोधी पोस्ट के अलावा शायद ही कुछ और मिले। दीप किस तरह से भारत के अंदर खालिस्तानी आंदोलन को बढ़ाने का काम करता है ये सभी ने देखा है।
बता दें कि, 26 जनवरी के दिन जब पूरा भारत गणतंत्र दिवस मना रहा था, वहीं दूसरी ओर कथित किसान आंदोलन के शरारती तत्वों ने लाल किला पर हमला बोल दिया। हिंसा यहां तक बढ़ गई कि भारत के तिरंगे का भी अपमान किया गया। उसके बाद दीप सिद्धू कुछ दिनों के लिए फरार था, फिर खुद को पुलिस के हवाले कर दिया था। दीप सिद्धू ने फेसबुक पर यह खुद स्वीकारा है कि, वह हिंसा में शामिल था, उससे गलती हो गई।