‘मुफ़्त अंडे लो, discount लेलो, बस चीन की वैक्सीन लगवालो’, चीनी सरकार का हताशा भरा ऑफर

अपनी घटिया वैक्सीन बेचने के लिए चीनी सरकार का नया ऑफर!

वैक्सीन

चीन एक ऐसा देश है जिसका नाम सुनते ही अब दिमाग में कोरोनावायरस की तस्वीर उभरने लगती है। दुनिया भर में कोरोना फ़ैलाने वाले चीन ने इस महामारी को अपने देश में फैलने से रोकने का दावा किया है। परन्तु आज भी वहां की जनता को न तो वहां की सरकार पर भरोसा है और न ही चीनी वैक्सीन पर। चीन में कई वैक्सीन स्कैम होने के बाद अब चीन के नागरिक टीका लगाने से बच रहे हैं। उन्हें टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए चीन ने अब नई-नई तरकीबें खोजनी शुरू कर दी हैं। आलम यह है कि अब चीन मुफ्त चीजे बाँट कर लोगों को वैक्सीन लगवाने का लालच दे रहा है।

रिपोर्ट के अनुसार चीन में अब टीका लगवाने वालों को मुफ्त अंडे और शॉपिंग कूपन या फिर किराने के सामान खरीदने में छूट जैसे ऑफर दिए जा रहे हैं। चीनी सरकार पर अपने वैक्सीनेशन अभियान के तहत लक्ष्य पूरा करने का दबाव है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार अकेले 26 मार्च को ही चीन ने एक दिन में 61 लाख लोगों को वैक्सीन दी थी।

शंघाई और बीजिंग जैसे प्रमुख शहरों मे सरकार ने लोगों को वैक्सीन लगवाने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए मुफ्त वस्तुओं का लालच दिया है। शॉपिंग मॉल में दुकानों पर कूपन या पॉइंट्स प्रदान किए जा रहे हैं। बीजिंग के एक मंदिर में तो टीकाकरण का सबूत दिखाने पर मुफ्त एंट्री दी जा रही है। इतना ही नहीं चीनी सरकार वैक्सीन लगवाने पर मुफ्त अंडे भी बाँट रही है।

बीजिंग में स्वास्थ्य केंद्र के एक पोस्टर में लिखा है, “खुशखबरी!! आज से, 60 वर्ष से अधिक उम्र के ऐसे लोग, जिन्होंने भी वैक्सीन की पहली खुराक ली है उन्हें 2.5 किलोग्राम अंडे मिलेंगे। पहले आओ, पहले पाओ।”

चीन में सबसे बड़ी चुनौती यह है कि कोरोना के मामलों में कमी आने के बाद लोग अब सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। ऐसे में लोग वैक्सीन को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। दूसरी ओर चीनी vaccines का efficacy रेट भी काफी कम है। चीन में फिलहाल पांच वैक्सीन इस्तेमाल की जा रही हैं। ये वैक्सीन बेहद कम असरदार हैं और इस बात को खुद CCP के अधिकारी भी स्वीकार कर चुके हैं।

अपनी वैक्सीन को प्रोमोट करने के लिए चीन ने पहले ही उसके यहाँ यात्रा करने के इच्छुक विदेशी यात्रियों के लिए चीनी वैक्सीन लेना अनिवार्य कर दिया है। Chinese Center for Disease Control and Prevention के अध्यक्ष Gao Fu ने हाल ही में स्वीकारा था कि चीनी वैक्सीन कम प्रभावी साबित हो रही हैं। उन्होंने कहा था “हम मानते हैं कि चीनी वैक्सीन की efficacy बहुत कम हैं और हम इस समस्या को जल्द सुलझाने पर कम कर रहे हैं।”

साथ ही साथ अब चीन अपने यहाँ विदेशी vaccines को इम्पोर्ट करना शुरू कर चुका है। पिछले दिनों ही चीन ने अपने यहाँ करीब 1 करोड़ Pfizer vaccine इम्पोर्ट की हैं, जिसे अब वह पैसे लेकर चीन के अमीर लोगों को दे रहा है। चीन के अमीर लोग जहां अमेरिका की वैक्सीन ले रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर चीन के गरीब लोगों को मुफ्त अंडों का लालच देकर चीन की घटिया वैक्सीन लगाई जा रही है। यही चीन के टीकाकरण अभियान की सच्चाई है।

Exit mobile version