हाल में ही प्रशांत किशोर ने क्लबहाउस ऐप पर एक विशेष चैट सेशन को आयोजित किया। कहने के लिए तो यह चैट सेशन एक विशिष्ट सेशन था, जिसमें देश के चुनिंदा लोग ही शामिल थे, लेकिन ये सेशन जल्द ही पब्लिक हो गया। इसके बाद पूरे देश के सामने वामपंथी ईकोसिस्टम के साथ साथ तृणमूल काँग्रेस की भी पोल खुल गई। यूं तो हिन्दू समुदाय ममता बनर्जी के खिलाफ मोर्चा खोल चुका है, लेकिन इस चैट लीक के बाद अब ऐसा लग रहा है कि अब मुस्लिम समुदाय भी तृणमूल का साथ नहीं देना चाहेगा।
ऐसा क्यों ? दरअसल इस चैट में प्रशांत किशोर ने तृणमूल सहित कई सेक्युलर पार्टियों की पोल खोलते हुए बताया कि कैसे बंगाल में राजनीतिक पार्टियां वर्षों से बहुमत प्राप्त करने के लिए मुसलमानों का इस्तेमाल करती आईं हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रशांत किशोर चैट में दावा कर रहे हैं कि, “बंगाल में ध्रुवीकरण हुआ है और 1 करोड़ से ज्यादा हिंदी भाषी वोटर और दलित बीजेपी के साथ खड़ा है। 50 से 55 फीसदी हिंदू मोदी को वोट दे सकते हैं। 20 साल से यहां अल्पसंख्यकों की तुष्टिकरण के जबरदस्त प्रयास हो रहे हैं। बंगाल को देख लीजिए, पॉलिटिक्स का यहां सिंपल एक लाइन का फलसफा ये रहा है कि जिसको मुसलमान वोट करेगा, वो सरकार बनाएगा।“
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प्रशांत किशोर आगे कह रहे हैं, “पूरा पॉलिटिकल ईकोसिस्टम, फिर वो चाहे कांग्रेस का रहा हो, लेफ्ट का रहा हो, दीदी का रहा हो, सबकी सोच मुस्लिम वोट लेने की रही है। पहली बार हिंदुओं को ऐसा लग रहा है कि चलो हमको भी तो कोई पूछ रहा है। ऐसा नहीं कि एकदम से सोसायटी ही गलत है”।
यह बात किसी से छुपी नहीं है कि तृणमूल काँग्रेस का दूसरा कार्यकाल मुस्लिम तुष्टीकरण की बदौलत ही तो चल पाया है। अल्पसंख्यकों, विशेषकर बांग्लादेशी घुसपैठियों को संरक्षण देने की होड़ में ममता बनर्जी ने जिस प्रकार से लोकतंत्र की बलि चढ़ाई है, वो भी किसी से छुपा नहीं है। हाल में ही ममता बनर्जी ने आह्वान किया था कि किसी भी स्थिति में मुसलमानों का वोट बंटना नहीं चाहिए, जिसके पीछे चुनाव आयोग तक ने ममता को फटकार लगाई थी।
जिस प्रकार से क्लबहाउस चैट में टीएमसी की रणनीति की पोल खुली है, उससे अब मुसलमानों का भी तृणमूल से मोहभंग होना लगभग तय है। प्रशांत किशोर के चैट लीक पर AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने आक्रामक रुख अपनाते हुए ट्वीट किया, “क्यों ममता बनर्जी हर जगह जाकर अपने गोत्र और वर्ण व्यवस्था में अपने उच्च स्थान की बात कर रही हैं ? उन्होंने मुसलमानों को कहा कि वह हिंदुत्व से उनकी रक्षा करेंगी, लेकिन उनके रणनीतिकार स्वीकार कर रहे हैं कि ममता ने हिंदुत्व को बढ़ने दिया। उनके पास एक काम था, उसमें विफल रहीं। अल्लाह हमें इस तरह की तुष्टिकरण से बचाए”।
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लेकिन ओवैसी मियां यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने आगे ट्वीट किया, “सच्चाई तो यह है कि टीएमसी और वाममोर्चा के सबसे वफादार वोटरों को दशकों तक अपमान के सिवा कुछ नहीं मिला है। ममता बनर्जी मुसलमानों को दूध देने वाली गाय मानती हैं। अब वह मुसलमानों से कह रही हैं कि वोट बंटने मत दो। यदि यहां तुष्टिकरण है तो यह मांग क्यों ? हिंदू वोट बैंक हमेशा मौजूद रहा है, मुस्लिम वोट बैंक कभी नहीं रहा। हम पश्चिम बंगाल चुनाव से बाहर नहीं हुए हैं। हम यहां और तेजी से आगे बढ़ेंगे”
प्रशांत किशोर का ऑडियो चैट लीक होने के बाद एक बात तो साफ हो गई है कि अब ममता को किसी भी समुदाय का साथ नहीं मिलने वाला है। अल्पसंख्यक तुष्टीकरण के कारण हिन्दू समुदाय ने दीदी से पहले ही मुंह मोड़ लिया है और अब चैट लीक होने के बाद मुसलमान भी तृणमूल की नैया गाजे बाजे सहित हुगली में डुबाएंगे।