देश में कोरोना वायरस की स्थिति भयावह होती जा रही हैं, जिसके चलते चुनाव प्रचार और रैलियों को लेकर विपक्षियों और कुछ बुद्धिजीवियों द्वारा आलोचना की जा रही हैं। विपक्षी दलों का निशाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह हैं। विपक्ष ये मांग कर रहा है कि पश्चिम बंगाल के चुनावों में अब रैलियों का आयोजन नहीं होना चाहिए, लेकिन अजीब बात ये है कि इसी विपक्ष ने बिहार चुनाव के दौरान चुनाव आयोग से मांग की थी, वर्चुअल चुनाव प्रचार को रद्द किया जाए।
देश के 4 राज्यों और 1 केन्द्र शासित प्रदेश को लेकर चुनाव प्रचार लोगों के मुख्य निशाने पर आया है। इस मुद्दे पर विरोध की बड़ी वजह पश्चिम बंगाल का विधानसभा चुनाव है। शेष चारों (असम, केरल, पुडुचेरी और तमिलनाडु) में चुनाव हो चुका है लेकिन बंगाल में अभी 3 चरण बाकी हैं। ऐसे में बीजेपी अपने चुनाव प्रचार को कूटनीति के तहत धार दे रही है, इसीलिए विपक्षी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,गृहमंत्री अमित शाह समेत पूरी बीजेपी पर आरोप लगा रहें हैं।
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विपक्षी कोरोना संक्रमण पर पीएम मोदी की रैलियों को दोष दे रहे हैं, इसकी बड़ी वजह इतनी ही है कि ममता को ये उम्मीद नहीं थी कि युवाओं को भाजपा से इतना अधिक समर्थन मिलेगा। ऐसे में अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत पूरा विपक्ष चाहता है कि प्रचार जल्द खत्म किया जाए। सीएम ममता बनर्जी इस बाहरी लोगों को कोरोनावायरस के संक्रमण की रफ्तार के बढ़ाने का सहायक बता रही हैं।
During the Bihar elections, the NDA met the EC and proposed a virtual campaign, prohibiting traditional methods of campaign. The opposition ganged up against this proposal, on the grounds that it would not be a level-playing field (who's fault is that?).
https://t.co/xvh63TdvRU— Ajit Datta (@ajitdatta) April 17, 2021
वहीं दिलचस्प बात ये है कि जो विपक्ष रैलियों के लिए पीएम और गृहमंत्री का विरोध कर रहें है, इन्होंने ही एक बेतुका काम चुनाव आयोग के सामने किया था। विपक्षी राजनीतिक दलों ने वर्चुअल रैलियों के ख़िलाफ़ चुनाव आयोग से गुहार लगाई थी कि बिहार विधानसभा चुनाव पूरी तरह से डिजिटल माध्यम से नहीं हो सकता है। इसलिए डिजिटल अभियान पर किए जाने वाले ख़र्च की सीमा तय की जानी चाहिए, और रैलियां भी होनी चाहिए। साफ है कि कोरोना के पीक पर होने के बावजूद विपक्ष साधारण रैलियों को आयोजित करना चाहता था, और वहीं विपक्ष आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के नेताओं की रैलियों को कोरोना संक्रमण की मुख्य वजह बता रहा है।
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असल में ये विपक्ष की दोगली नीति है। बीजेपी से अपनी हार ममता समेत पूरे विपक्ष को दिख रही है। ऐसे में अब बीजेपी को चुनाव में थोड़ा नुकसान करने के चक्कर में वो चुनावी रैलियों को खत्म करने की मांग कर रही है।